विश्वभर में कोरोना के ब्रिटिश वैरिएंट के फैलने का अंदेशा, अब तक 80 से ज्यादा देशो में पाया गया संक्रमण

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दुनिया में कोरोना वायरस के नए वैरिएंट गंभीर चुनौती पेश कर रहे हैं। सबसे ज्यादा खतरा कोरोना के ब्रिटिश वैरिएंट से बताया जा रहा है। विश्वभर में वायरस के इस रूप के फैलने का अंदेशा जताया गया है। ब्रिटेन में गत दिसंबर में कोरोना के इस प्रकार की पहचान हुई थी। दुनिया के 80 से ज्यादा देशों में यह वैरिएंट पहुंच चुका है।

ब्रिटेन में महामारी पर गठित एजेंसी कोविड-19 जीनोमिक्स की निदेशक शेरोन पीकॉक ने कहा, ‘यह नया वैरिएंट देशभर में फैल चुका है और पूरी दुनिया को अपनी चपेट में लेने जा रहा है।’ ब्रिटेन में कोरोना पर रिसर्च के लिए यह एजेंसी बनाई गई है। उन्होंने आगाह किया, ‘यह चिंता की बात है कि 1.1.7 वैरिएंट ज्यादा संक्रामक है।’ इधर, दक्षिण अफ्रीकी वैरिएंट भी तेजी से फैल रहा है। अमेरिका के कैलिफोर्निया प्रांत में इसके पहले दो मामले पाए गए हैं। इसके अलावा ब्रिटिश वैरिएंट के भी कई मामलों की पुष्टि की गई है।

दवा कंपनी एस्ट्राजेनेका ने कहा कि कोरोना के नए वैरिएंट के खिलाफ प्रभावी वैक्सीन तैयार करने में छह से नौ माह लग सकते हैं। गार्जियन अखबार ने कंपनी के हवाले से बताया कि नए वैरिएंट से मुकाबले के लिए नई वैक्सीन पर काम शुरू किया जा रहा है। इस कंपनी ने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के साथ मिलकर एक वैक्सीन तैयार की है। यह ब्रिटिश वैरिएंट के खिलाफ भी असरदार पाई गई है।

कोरोना महामारी के मद्देनजर इस खाड़ी देश ने भारत समेत 20 देशों के नागरिकों के प्रवेश पर अस्थायी तौर पर रोक लगा दी है। अब तक 27 हजार स्वास्थ्यकर्मियों को टीका लगाया गया है। चीन से गत एक फरवरी को टीके की पांच लाख खुराक मिली थी।