प्रधानमंत्री मोदी का राष्ट्र के नाम संबोधन, बोलें- ‘वैक्सीनेशन की पूरी जिम्मेदारी केंद्र सरकार की, राज्यों को मुफ्त वैक्सीन मुहैया कराएंगे’

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    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज यानी सोमवार को देश को संबोधित कर रहे हैं। उन्होंने कोरोना की दूसरी लहर के बीच लोगों को जागरूक रहने की अपील की। साथ ही, कोरोना वॉरियर्स का हौसला भी बढ़ाया। बता दें कि पीएम मोदी कोरोना काल में अब तक 8 बार देश को संबोधित कर चुके हैं। आइए इस रिपोर्ट में हम  जानते हैं पीएम मोदी के भाषण की बड़ी बातें…

    बीते 100 वर्षों में आई ये सबसे बड़ी महामारी: पीएम मोदी
    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर से हम भारतवासियों की लड़ाई जारी है। कई लोगों ने अपने परिजनों को, परिचितों को खोया है। ऐसे सभी परिवारों के साथ मेरी संवेदना है। बीते 100 वर्षों में आई ये सबसे बड़ी महामारी है। ऐसी महामारी आधुनिक विश्व ने न देखी थी और न अनुभव की थी।

    वैक्सीन की किल्लत को दूर करने के लिए ‘मिशन इंद्रधनुष’ को शुरू किया है : पीएम मोदी
    पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमारे पास अपनी वैक्सीन नहीं होती तो भारत जैसे बड़े देश में क्या होता? आप पिछले 50-60 साल का इतिहास देखेंगे तो पता चलेगा कि भारत को विदेशों से वैक्सीन प्राप्त करने में दशकों लग जाते थे। विदेशों में वैक्सीन का काम पूरा हो जाता था तब भी हमारे देश में वैक्सीनेशन का काम शुरू नहीं हो पाता था। लेकिन हमने इस समस्या के समाधान के लिए ‘मिशन इंद्रधनुष’ को शुरू किया है।

    तीन और टीके का ट्रायल भी एडवांस स्टेज में चल रहा है: पीएम मोदी
    पीएम मोदी ने कहा कि जरूरी दवाओं के प्रोडेक्शन को कई गुना बढ़ाया गया। दूसरे देशों से उन्हें लाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी गई। कोरोना जैसे अदृश्य दुश्मन के लिए सबसे प्रभावी हथियार एहतियात ही है। इस लड़ाई में वैक्सीन हमारे लिए सुरक्षा कवच की तरह हैं। आज देश में 7 कंपनियां, विभिन्न प्रकार के टीके का उत्पादन कर रही हैं। तीन और टीके का ट्रायल भी एडवांस स्टेज में चल रहा है।

    राज्य से जुड़ा 25 फीसदी काम की जिम्मेदारी भी भारत सरकार उठाएगी
    पीएम मोदी ने कहा कि आज ये निर्णय लिया गया है कि राज्यों के पास वैक्सीनेशन से जुड़ा जो 25 फीसदी काम था, उसकी जिम्मेदारी भी भारत सरकार उठाएगी। ये व्यवस्था आने वाले 2 सप्ताह में लागू की जाएगी। इन दो सप्ताह में केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर नई गाइडलाइंस के अनुसार आवश्यक तैयारी कर लेंगी।