कोरोना के बाद महाराष्ट्र में बर्ड फ्लू का कहर, ठाणे के बाद अब पालघर में कई मुर्गियां संक्रमित

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महाराष्ट्र के ठाणे जिले में एवियन इंफ्लुएंजा /बर्ड फ्लू का मामला सामने आने के कई दिनों के बाद अब पड़ोसी जिले पालघर के वसई विरार इलाके के मुर्गी पालन केंद्र की मुर्गियों में इस संक्रमण की पुष्टि हुई है.

एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी. पालघर पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ.प्रशांत कांबले ने बताया कि मुर्गी पालन केंद्र (पोल्ट्री फार्म) की कुछ मुर्गियां मृत मिली थीं जिसके बाद उनके नमूनों को जांच के लिए भेजा गया था.

संक्रमण की हुई पुष्टी

डॉ.कांबले ने बताया कि जांच के नतीजे शुक्रवार रात को आए जिसमें मुर्गियों के एच5एन1 (H5N1) वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई. कांबले ने दावा किया कि यह स्थिति गंभीर नहीं है. उन्होंने यह भी स्पष्ट नहीं किया कि पोल्ट्री फार्म की कितनी मुर्गियां मरी हैं. हालांकि जिले के कलेक्टर ने संक्रमित क्षेत्र के एक किलोमीटर की परिधि के इलाके को संक्रमित जोन घोषित किये हुये सभी पंक्षियों को मारने का आदेश दिया है.

दो हजार पक्षियों को मारने के दिये गये आदेश

वहीं संबंधित जिले के स्वास्थ्य अधिकारियों ने सावधानी बरतते हुये इलाके में कुल 2000 पक्षियों को मारने के आदेश दिये हैं. वहीं इस प्रक्रिया से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि अभी तक इन दो जिलों के अलावा राज्य के किसी भी पक्षी में संक्रमण की पुष्टी नहीं हुई है.

अधिकारियों ने बताया कि इसके अलावा संक्रमित क्षेत्र से 10 किलोमीटर के इलाके को सर्विलांस क्षेत्र घोषित कर दिया है. जिसका मतलब यह है कि इस 10 किलोमीटर के इलाके में किसी भी तरह का क्रय-विक्रय अगले आदेश तक प्रतिबंधित रहेगा.

ठाणे में हुई थी सबसे पहले बर्ड फ्लू की पुष्टी

उल्लेखनीय है कि इस सप्ताह के शुरुआत में ठाणे जिले के शाहपुर तहसील स्थित वेहलोली गांव के पोल्ट्री फार्म में करीब 100 पक्षियों की मौत हुई थी जिनके नमूनों की जांच में उन्हें बर्ड फ्लू होने की पुष्टि हुई थी. अधिकारी ने बताया कि इसके बाद जिला प्रशासन ने एक किलोमीटर के दायरे में मौजूद मुर्गी पालन केंद्रों की करीब 25 हजार पक्षियों को मारने का आदेश दिया था.