बंगाल में नहीं थम रही हिंसा, वीरभूम में भाजपा-टीएमसी कार्यकर्ताओं के बीच फिर हुई झड़प, एक की मौत, छह घायल

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पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव खत्म हो जाने के बाद शुरू हुई हिंसा दिन पर दिन बढ़ती जा रहा है। शनिवार को वीरभूम जिले में तृणमूल कांग्रेस और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच झड़प में एक व्यक्ति की मौत हो गई और छह अन्य घायल हो गए। पुलिस के एक अधिकारी ने शनिवार को बताया कि घटना दुबराजपुर विधानसभा क्षेत्र के तहत मुक्तिनगर गांव में उस समय हुई जब भाजपा के कथित कार्यकर्ताओं के एक समूह ने शुक्रवार रात गांववालों के घरों में घुसने की कोशिश की।

अधिकारी ने कहा, पास में मौजूद तृणमूल कांग्रेस सदस्य उन्हें बचाने आए और भाजपा कार्यकर्ताओं से उनकी झड़प हो गई, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई और छह अन्य घायल हो गए। घायलों का सूरी में अस्पताल में इलाज चल रहा है। बता दें कि चुनाव परिणाम आने के बाद से ही राज्य के कुछ इलाकों में हिंसा देखने को मिली है। इस हिंसा में कई लोगों की जान भी जा चुकी है।

राज्य के हालात का अंदाजा आप इसे से लगा सकते हैं कि कलकत्ता हाई कोर्ट की पांच जजों की पीठ ने एक जनहित याचिका का संज्ञान लेते हुए राज्य सरकार को शुक्रवार को कहा कि तीन दिन के अंदर वर्तमान कानून-व्यवस्था की स्थिति पर हलफनामा दायर करने का निर्देश दिया। याचिका में दावा किया गया कि चुनाव बाद हिंसा के कारण बंगाल में लोगों का जीवन और उनकी स्वतंत्रता खतरे में है।

पीठ ने राज्य के महाधिवक्ता किशोर दत्ता को निर्देश दिया कि हलफनामे में उन इलाकों का जिक्र करें जहां हिंसा भड़की और यह भी बताएं कि उन पर नियंत्रण करने या रोक लगाने के लिए क्या कदम उठाए गए। जनहित याचिका पर दस मई को फिर से सुनवाई हो सकती है। शुरू में इस पर कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश राजेश बिंदल और न्यायमूर्ति अरिजीत बनर्जी की खंडपीठ ने सुनवाई शुरू की और फिर दोपहर के अवकाश के बाद सुनवाई के लिए इसे बड़ी पीठ के समक्ष भेज दिया।

हिंसा के बाद केंद्र सरकार ने चार सदस्यों की एक टीम को बंगाल भेजा है जो कि वहां की स्थितियों का जायजा लेगी और सरकार को रिपोर्ट करेगी। यह टीम गुरुवार को बंगाल पहुंच भी चुकी है। इस टीम को राज्य में विधानसभा चुनाव के बाद हुई हिंसा के कारणों की जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

वहीं, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि राज्य के विभिन्न हिस्सों में चुनाव बाद हिंसा में 16 लोगों की मौत हो गई है। भाजपा ने आरोप लगाया है कि टीएमसी समर्थित गुंडों ने उसके कई कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी, महिला सदस्यों पर हमला किया और घरों में तोड़फोड़ की तथा दुकानों में लूटपाट की।