बैंक ऑफ बड़ौदा ने विजया बैंक और देना बैंक की 3,898 शाखाओं के एकीकरण को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है। बैंक ने रविवार को इसकी जानकारी दी। बता दें कि मर्जर की शुरुआत में विजया बैंक और देना बैंक को बैंक ऑफ बड़ौदा में मिला दिया गया था।
बैंक के प्रबंध निदेशक और सीईओ संजीव चड्ढा ने एक बयान में कहा कि हमने COVID पर्यावरण के तहत आने वाली चुनौतियों के बीच बैंक ऑफ बड़ौदा के साथ पूर्ववर्ती बैंकों के एकीकरण को सफलतापूर्वक पूरा किया है। हम एक बार फिर से अपने सभी सम्मानित ग्राहकों का स्वागत करते हुए और बैंक ऑफ बड़ौदा के उत्पादों और डिजिटल समाधानों का पूरा लाभ उठाने के लिए उनसे अनुरोध करते हैं।
जिन ग्राहकों के खातों को माइग्रेट कर दिया गया है, वे किसी भी डिजिटल चैनल या कॉल सेंटर या किसी भी शाखा का उपयोग करके अपने खातों जैसे खाता संख्या, आईएफएससी कोड के बारे में कोई भी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
इसके अलावा ग्राहकों को पहले से ही जारी किए गए बैंक के डेबिट कार्ड्स तब तक कार्य करते रहेंगे जब तक कार्ड की निर्धारित अवधि समाप्त नहीं हो जाती। सभी ग्राहकों को अब बैंक ऑफ बड़ौदा के डिजिटल चैनल जैसे बड़ौदा कनेक्ट और एम-कनेक्ट तक पहुंच प्राप्त होगी।
बैंक ने दिसंबर 2020 में 1,770 पूर्ववर्ती देना बैंक शाखाओं के एकीकरण को पूरा कर लिया। 5 करोड़ से अधिक ग्राहक खाते माइग्रेट किए गए थे। शाखाओं के अलावा सभी एटीएम, पीओएस मशीन और क्रेडिट कार्ड सफलतापूर्वक ट्रांसफर हो गए हैं।
बैंक ने बताया कि ग्राहक अब पूरे भारत में कुल 8,248 घरेलू शाखाएं और 10,318 एटीएम से सेवाएं ले सकते हैं। सभी ग्राहकों को अब बैंक के डिजिटल चैनलों तक पहुंच प्राप्त होगी।