असम-मिजोरम के बीच सुधर रहे हालात, 12 दिनों बाद वाहनों की आवाजाही शुरू, आज पीएम मोदी से मिलेंगे हिमंत

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    असम-मिजोरम के बीच सीमा पर हुए खूनी संघर्ष के करीब 12 दिनों बाद शनिवार की देर रात आवश्यक सामग्री से लदे ट्रकों ने मिजोरम की सीमा में प्रवेश किया। सीमा पर तनाव के मद्देनजर स्थानीय बाशिंदों की ओर से प्रतिबंध हटाए जाने के बावजूद ट्रक धोलाई में ही खड़े थे।

    असम के मंत्री अशोक सिंघल और परिमल शुक्लबैद्य के समझाने के बाद आवश्यक सामग्री, दवाओं, डीजल और घरेलू गैस सिलेंडरों से लदे ट्रक मिजोरम रवाना हुए। कई वाहन चालकों ने सरकार से सुरक्षा का लिखित आश्वासन भी मांगा। 

    कोलासिब के पुलिस अधीक्षक वानलालफाका राल्टे ने कहा कि शनिवार रात से रविवार सुबह तक 50 से ज्यादा वाहनों ने मिजोरम में प्रवेश किया। फिलहाल दोनों राज्यों के बीच यातायात सामान्य है। राल्टे ने कहा, हालांकि हम सतर्कता पर है क्योंकि किसी भी समय कोई अप्रिय घटना घट सकती है।

    वहीं कछार की पुलिस अधीक्षक रमनदीप कौर ने कहा कि वाहनों को भारी पुलिस सुरक्षा के बीच भेजा जा रहा है। शुरुआत में हालांकि कुछ लोगों ने विरोध किया, लेकिन दोनों मंत्रियों के समझाने के बाद वाहन जाने लगे। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की ओर से पूर्वोत्तर राज्यों के बीच जारी सीमा विवाद को हल करने के प्रयासों के बावजूद बीते 26 जुलाई को असम-मिजोरम सीमा पर हुए संघर्ष में असम पुलिस के छह जवान मारे गए और एक नागरिक की भी मौत हो गई।

    वहीं, इस घटना में 50 से अधिक लोग घायल हो गए थे। असम और मिजोरम आपस में 164.6 किलोमीटर की सीमा साझा करते हैं। असम के कछार, हैलाकांदी, करीमगंज जिले की सीमा मिजोरम के कोलासिब, मामित और आइजॉल से सटी है।  

    ट्रकों पर उपद्रवियों ने किया पथराव 
    कुछ वाहनों ने दोनों मंत्रियों के वहां पहुंचने से पहले ही मिजोरम जाने की कोशिश की थी। लेकिन स्थानीय लोगों के एक समूह ने गुस्से में वाहनों से तोड़फोड़ की, जिससे वहां तनावपूर्ण स्थिति बन गई थी। लोगों ने वहां से जा रहे ट्रकों पर पत्थर फेंकने शुरू कर दिए, जिसमें कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। हालांकि, माहौल से डर चुके कई ड्राइवरों ने वापस सिलचर लौटना शुरू कर दिया था। सिलचर में मिजोरम हाउस के संपर्क अधिकारी (एलओ) कापतलुआंगा ने कहा कि शनिवार की शाम को लैलापुर में मिजोरम जा रहे 9 वाहनों पर उपद्रवियों ने हमला किया गया और उनमें तोड़फोड़ की थी।   

    असम और मिजोरम के मंत्रियों के बीच मतभेदों को दूर करने के लिए पिछले हफ्ते एक मीटिंग हुई थी और सीमा पर शांति बनाए रखने के लिए सहमत होने के बाद उन्होंने ट्रकों की आवाजाही को फिर से शुरू किया। 

    ट्रकों की आवाजाही के बीछ कुछ ड्राइवर सीमा पार जाने से हिचक रहे थे। फंसे हुए ड्राइवर राहुल हुसैन ने कहा कि वे मिजोरम में प्रवेश करने के इच्छुक हैं, लेकिन प्रशासन उनको लिखित आश्वासन दे।

    असम-मिजोरम सीमा विवाद पर पीए मोदी से मिलेंगे हिमंत 
    असम-मिजोरम सीमा विवाद और पूर्वोत्तर में शांति पर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलेंगे। मुख्यमंत्री असम के भाजपा सांसदों के साथ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सहित अन्य केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात करेंगे।

    हालांकि शनिवार से दिल्ली में मौजूद सरमा गृहमंत्री शाह से किन्हीं कारणों से अब तक नहीं मिल पाए हैं। सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री सरमा ने भाजपा सांसदों से रविवार को अलग-अलग मुलाकात की।

    बीते जुलाई माह में असम और मिजोरम में सीमा विवाद पर हुए संघर्ष में असम पुलिस के छह जवानों और एक नागरिक की मौत हो गई थी। इस संघर्ष में 50 से अधिक लोग घायल भी हो गए थे। केंद्र के हस्तक्षेप के बाद दोनों राज्यों ने एक संयुक्त बयान जारी कर सीमा पर शांति बनाए रखने पर सहमति जताई।