Apple के सप्लायर विस्ट्रॉन के प्लांंट में हुई तोड़फोड़, कर्मचारियों ने लूट लिए 400 करोड़ रुपये से ज्‍यादा के iPhone, वेतन न मिलने पर हुआ था हंगामा

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ताइवान की कंपनी विस्ट्रॉन कॉरपोरेशन के कर्नाटक में कोलार जिले की फैक्‍ट्री में कुछ कर्मचारियों ने बकाया वेतन नहीं मिलने के मुद्दे पर हंगामा शुरू कर दिया, जो धीरे-धीरे हिंसा में मब्‍दील हो गया. हिंसा के बीच फैक्‍ट्री से हजारों आईफोन चोरी हो गए. कंपनी का कहना है कि चोरी गए आईफोन, असेंबली लाइन और मशीनों को क्षतिग्रस्‍त करने से उसे 437 करोड़ रुपये से ज्‍यादा का नुकसान हुआ है. स्‍थानीय पुलिस के मुताबिक, वेतन को लेकर शनिवार को हुई हिंसा में कर्मचारियों ने आगजनी, हिंसा और लूट को अंजाम दिया.

पुलिस ने बताया कि गुस्‍साए कर्मचारियों ने इमारत और वाहनों को भी नुकसान पहुंचाया. इस पर भी जब उनका गुस्‍सा शांत नहीं हुआ तो उन्‍होंने मशीनों और कंप्यूटरों समेत महंगे उपकरणों को भी तोड़ डाला. कंपनी के कार्यकारी टीडी प्रशांत ने वेमगल पुलिस थाने में दी शिकायत में कहा कि 412.4 करोड़ रुपये के उपकरण, मोबाइल फोन, मशीनरी और संबंधित उपकरण नष्‍ट हो गए. इसके अलावा करीब 10 करोड़ रुपये के इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर को नुकसान पहुंचाया गया है. वहीं, करीब 60 लाख रुपये की कारें क्षतिग्रस्त हुई हैं और 1.5 करोड़ रुपये का सामान चोरी हुआ है. मामले में पुलिस ने 149 लोगों को गिरफ्तार किया है.

विस्ट्रॉन इंडिया के प्रबंध निदेशक सुदीप्तो गुप्ता ने दोषी कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है. इस प्लांट में एप्पल आईफोन बनाने और असेंबल करने का काम किया जाता है. इस प्‍लांट में आईफोन एसई 2020 का भी निर्माण होता है. जानकारी के मुताबिक, कई महीनों से वेतन नहीं मिलने और वेतन में कटौती से तंग आकर कंपनी के कर्मचारियों ने ऑफिस पर पत्थरबाजी और हिंसा की. ठेक पर काम कर रहे ज्यादातर कर्मचारियों को समय पर वेतन नहीं मिला था. कर्मचारियों ने कंपनी पर 4 महीने से वेतन नहीं मिलने का आरोप लगाया है.

कर्मचारियों का कहना है कि कंपनी सिर्फ भरोसा देती रही, लेकिन वेतन नहीं दिया. कर्नाटक के श्रम मंत्री ने कोलार जिले में स्थित इस प्लांट में हुई हिंसा की निंदा करते हुए कहा कि कंपनी को हुआ नुकसान अस्वीकार्य है. हमें पता चला है कि कंपनी ने ठेकेदार को पैसा दे दिया था. इसके बाद ठेकेदार ने कर्मचारियों को वेतन देने में देरी कर दी यानी ठेकेदार की गलती का खामियाजा कंपनी को भुगतना पड़ा है. फिलहाल कंपनी के दावे की पुष्टि की जा रही है. श्रम विभाग ने विस्ट्रॉन को नोटिस जारी कर तीन दिन में कर्मचारियों को बकाया भुगतान करने को कहा है.