कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच राज्यों में नियमों को सख्त किया जा रहा है तो वहीं दूसरी कांग्रेस के नेता मेकेदातु परियोजना का काम जल्द शुरू करने की मांग करते हुए पदयात्रा निकाल रहे हैं. मंगलवार को कांग्रेस अध्यक्ष डी.के. शिवकुमार और विपक्ष के नेता सिद्धारमैया की रैली रामनगर पहुंची. इस रैली की तस्वीरें हैरान करने वाली हैं. रैली में जबरदस्त भीड़ नजर आ रही है. साथ ही वहां मौजूद लोगों के चेहरे पर न ही मास्क दिखाई दे रहा है.
इन तस्वीरों को लेकर सोशल मीडिया पर लोगों की नाराजगी दिखाई दे रही है. सोमवार को शिवकुमार, सिद्धारमैया के अलावा 30 अन्य लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा 141, 143, 290, 336 और आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है. राज्य के गृहमंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने कांग्रेस नेताओं को चेतावनी दी थी कि वे ऐसे समय में बहुत बड़ा जोखिम उठा रहे हैं, जब राज्य में 10,000 से अधिक कोविड मामले सामने आ रहे हैं. यदि मामलों में और तेजी आती है, तो महीनेभर के लिए लॉकडाउन लागू लगाने के अलावा और कोई उपाय नहीं बचेगा. लॉकडाउन से लोग बुरी तरह प्रभावित होते हैं.
कर्नाटक कांग्रेस ने सत्तारूढ़ भाजपा सरकार द्वारा मेकेदातु परियोजना को तेजी से लागू करने की मांग को लेकर 10 दिवसीय पदयात्रा शुरू की हैत. धरना रविवार को शुरू हुआ था, जो अब तीसरे दिन में प्रवेश कर गया है. शिवकुमार ने कोविड जांच कराने से इनकार कर दिया और कहा कि मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई को पदयात्रा रोकने के लिए सस्ती राजनीति नहीं करनी चाहिए. जिले में कोविड-19 संबंधी पाबंदियों के बावजूद हजारों कांग्रेस कार्यकर्ता और पार्टी कार्यकर्ता पदयात्रा में भाग ले रहे हैं.