रमजान का पवित्र महीना पूरा होने वाला है। खुदा पाक के करम से आज 27 रोजे पूरे हो गए। आज इस माह का पवित्र आखिरी जुमा है। मुसलमान इस अलविदायी जुमे की नमाज का बहुत एहतिमाम करते हैं। ईद से पहले आज अलविदा जुमे की नमाज अदा की जाएगी. लेकिन लाउडस्पीकर विवाद से उपजे हालात को देखते हुए देश भर के कई राज्यों में पुलिस-प्रशासन की तरफ से सुरक्षा व्यवस्था की पुख्ता तैयारी की गई है. विवाद को देखते हुए पुलिस ने लोगों से शांति और सौहार्द्र बनाए रखने की अपील की है.
इसके साथ ही मुस्लिम धर्म गुरुओं ने भी लोगों से अपील की है कि वे सड़कों पर नमाज नहीं पढ़ें और पुलिस और प्रशासन का सहयोग करें. यूपी में पुलिस- प्रशासन के द्वारा कुछ एडवाइजरी जारी की गई है, जिसके मुताबिक सड़क पर नमाज पढ़ने की इजाजत नही दी गई है. लोगों से अपील की गई है कि वो नमाज सड़क पर ना पढ़ें.
यूपी में जारी की गई गाइडलाइंस के अनुसार, अलविदा जुमे की नमाज कहीं भी सड़क पर नहीं पढ़ी जाएगी. लोगों से अपने घरों में या मस्जिदों में ही नमाज पढ़ने की अपील की गई है. इसके साथ ही मस्जिदों में लाउडस्पीकर की आवाज भी मानकों के अनुसार रखने की सलाह दी गई है. ये पहला मौका है जब बाकायदा मुस्लिम धर्मगुरु सामने आकर लोगों से अपील कर रहे हैं कि लोग सड़कों पर नमाज न पढ़ें.
मुस्लिम धर्मगुरु ने भी कहा है कि लोग नियमों का पालन करें . मस्जिद दारुल उलूम फरंगी महल के मौलाना सूफियान निजाम का कहना है कि नमाज़ मस्ज़िद परिसर के अंदर पढ़ी जानी चाहिए, न कि सड़क पर. लाउडस्पीकर्स की आवाज भी मानकों के अनुसार रखी जाए. वहीं एडीजी लॉ एंड ऑर्डर यूपी प्रशांत कुमार का कहना है कि शांति और सौहार्द्र बनाए रखने के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. सीएम योगी आदित्यनाथ ने पिछले हफ्ते ही जुमे की नमाज को लेकर दिशानिर्देश जारी किए थे, जिसके बाद पूरे प्रदेश में सुरक्षा को लेकर कड़ी नजर रखी जाएगी.