अर्मीनिया और अजरबैजान के बॉर्डर पर चल रही जंग में अबतक दोनों देशों के करीब 100 सैनिकों की मौत हो गई। इसके साथ ही दोनों देशों के बीच लंबे समय से चल रही सरगर्मी के और गहरा होने की आशंका बढ़ गई है। मीडिया में आ रही रिपोर्ट के मुतबिक अर्मीनिया के पीएम निकोल पाशिनयान ने मंगलवार को कहा कि अजरबैजान द्वारा देर रात किए गए हमलों में 49 आर्मीनियाई सैनिकों की मौत हो गई। वहीं आजरबैजान ने कहा है कि उसके 50 सैनिक मारे गए हैं। इस प्रकार दोनों देशों के मिलाकर करीब सौ सैनिकों की मौत हो चुकी है।
रूस की मध्यस्थता में दोनों देशों के बीच संघर्षविराम था और संघर्षविराम समझौते के तहत क्षेत्र में लगभग 2,000 रूसी सैनिक शांति सैनिकों के रूप में तैनात हैं। मंत्रालय ने बताया कि संघर्ष विराम के लिए रूस द्वारा त्वरित मध्यस्थता के प्रयास के बावजूद दोनों में जंग जारी रही।
गौरतलब है कि अजरबैजान और अर्मीनिया के बीच नागोर्नो-काराबाख को लेकर दशकों से विवाद चला आ रहा है। नागोर्नो-काराबाख अजरबैजान का हिस्सा है लेकिन यह 1994 में एक अलगाववादी युद्ध समाप्त होने के बाद से आर्मीनिया द्वारा समर्थित बलों के नियंत्रण में है। दोनों के बीच 2020 में छह सप्ताह तक चले युद्ध में 6600 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी।