किसान आंदोलन: कृषि कानूनों के खिलाफ सातवें दिन उग्र हुए किसान, पुलिस के साथ रस्साकशी तेज, दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर गिराए बैरिकेड्स

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कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले 6 दिनों से किसानों का प्रदर्शन जारी है। आज प्रदर्शन का सातवां दिन होने वाला है, मगर किसानों और सरकार के बीच जारी गतिरोध कम होने की बजाय बढ़ता ही जा रहा है। सिंघु बॉर्डर, टिकरी बॉर्डर और गाजीपुर बॉर्डर के बाद अब नोएडा-दिल्ली के चिल्ला बॉर्डर पर भी किसान डट गए हैं। तीन नए कृषि कानूनों को लेकर दिल्ली सीमाओं पर विरोध कर रहे किसान संगठनों और सरकार के बीच मंगलवार को साढ़े तीन घंटे से अधिक देर तक चली बैठक बेनतीजा रही। सरकार ने कृ़षि कानूनों पर चर्चा के लिए किसान समिति के गठन का प्रस्ताव दिया, जिसे किसान संगठन प्रतिनिधियों ने ठुकरा दिया। हालांकि, गतिरोध समाप्त करने को लेकर अगली बैठक गुरुवार को बुलाई जाने पर सरकार व किसान संगठनों में सहमति बन गई है। अगली बैठक में आंदोलन में शामिल सभी किसान संगठनों के प्रतिनिधि शामिल होंगे, जिस पर सरकार इस पर राजी है।

चिल्ला बॉर्डर बंद होने की वजह से आज यानी बुधवार को नोएडा से दिल्ली और दिल्ली से नोएडा आने-जाने वाले लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। अगर आप इस रास्ते से निकलने की सोच रहे हैं तो आपको किसी और रास्ते की तलाश करनी होगी। चिल्ला बॉर्डर को ट्रैफिक के लिए बंद कर दिया गया है। दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने लोगों को नोएडा-दिल्ली लिंक रोड से बचने और एनएच-24 और डीएनडी लेने की सलाह दी है। दिल्ली से नोएडा जाने वाले को भी अल्टरनेट रूट लेने की सलाह दी गई है।