टूलकिट मामला में ट्विटर की कार्रवाई से केंद्र सरकार नाराज, कहा- ‘मैनिपुलेटेड मीडिया’ टैग को जल्द हटाएं!

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‘टूलकिट’ मामले को लेकर जहां भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के नेता आमने-सामने हैं। वहीं ट्विटर ने भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा के एक ट्वीट को ‘मैनिपुलेटेड मीडिया’ टैग बता दिया जिसके बाद से सरकार हमलावर हो गई। संचार मंत्रालय ने भाजपा नेताओं के ट्वीट को ‘तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया मीडिया’ टैग दिये जाने को लेकर ट्विटर पर ऐतराज जताया है। मंत्रालय ने ट्विटर से कहा कि मामले की जांच चल रही है, अत: वह ‘टूलकिट’ मामले में भाजपा नेताओं के ट्वीट को ‘तोड़-मरोड़कर पेश किये गये मीडिया की श्रेणी’ से हटाएं। संचार मंत्रालय ने कहा कि ट्विटर तब तक अपना फैसला नहीं सुना सकता जबतक इस मामले की जांच चल रही हो। ट्विटर द्वारा इस तरह की कार्रवाई उसकी विश्वसनीयता पर प्रश्नचिह्न  लगाती है।   

बता दें कि संबित पात्रा ने 18 मई को एक ट्वीट कर लिखा था कि कांग्रेस पार्टी ने एक टूलकिट तैयार की है, जिसके जरिए बुद्धिजीवी केंद्र सरकार के खिलाफ माहौल बना रहे हैं। संबित पात्रा ने इसे कांग्रेस की एक पीआर एक्सरसाइज बताया है। इस ट्वीट में संबित पात्रा ने एक कागज भी शेयर किया था, जिसमें कांग्रेस का लेटरहैड था। इस पत्र में जानकारी दी गई थी कि किस तरह ट्वीट साझा करना है।

संबित पात्रा के उस ट्वीट पर अब ट्विटर ने एक्शन लिया है और उसे तथ्यात्मक रूप से गलत बताया है। संबित पात्रा ने 18 मई को एक ट्वीट किया था, जिसमें उन्होंने दावा किया था कि कांग्रेस पार्टी एक टूलकिट के जरिए कोरोना संकट के बीच प्रधानमंत्री मोदी की छवि को बिगाड़ने का काम कर रही है। ट्विटर की पॉलिसी के मुताबिक, अगर किसी जानकारी को आपने ट्वीट किया है और उसका सोर्स सटीक नहीं है और उसमें उपलब्ध जानकारी भी गलत है तो इस तरह का लेबल लगाया जाता है। ये लेबल वीडियो, ट्वीट, फोटो या अन्य किसी भी कंटेंट पर लगाया जा सकता है।