किसान आंदोलन के चलते – MSP पर खरीफ फसलों की हुई बंपर खरीद, 40.90 लाख किसानों को मिले 70,764.66 रुपये

334

केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों को लेकर दिल्‍ली की चार सीमाओं पर किसानों का विरोध-प्रदर्शन जारी है. इससे ना सिर्फ मुसाफिरों का आवागमन प्रभावित हुआ है बल्कि सड़क के रास्ते पंजाब, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर के लिए ट्रांसपोर्टेशन पर भी असर देखने को मिल रहा है. इस बीच पंजाब के किसानों से एमएसपी पर फसलों की जबरदस्त खरीद की जा रही है. कृषि मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, खरीफ मार्केटिंग सीजन 2020-21 के लिए पंजाब, हरियाणा समेत कई राज्यों में खरीफ फसलों की बंपर खरीद की जा चुकी है. अब तक कुल 374.81 लाख मीट्रिक टन धान खरीदा जा चुका है.

देशभर में 12 दिसंबर 2020 तक 374.81 लाख मीट्रिक धान की खरीद एमएसपी पर की जा चुकी है, जो पिछले साल के मुकाबले 21.07 फीसदी ज्‍यादा है. पंजाब के किसान दिल्‍ली की घेराबंदी करके बैठे हैं. उपभोक्‍ता, खाद्य व सार्वजनिक वितरण मामलों के मंत्रालय ने बताया कि अब तक हुई धान की खरीद में से 54.10 फीसदी यानी 202.77 लाख मीट्रिक खरीद की गई है. देशभर में 40.90 लाख किसानों से खरीफ फसलों की खरीदारी की गई. इससे उन्‍हें 70,764.66 करोड़ रुपये हासिल हुए. पंजाब के अलावा हरियाणा, जम्मू-कश्मीर, यूपी, तमिलनाडु,ओडिशा, महाराष्ट्, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, उत्तराखंड, चंडीगढ़, गुजरात और केरल के किसानों से भी एमएसपी पर धान की खरीद की गई है.

केंद्र ने अपनी नोडल एजेंसियों के जरिये तमिलनाडु, महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान और हरियाणा से मूंग, उड़द, मूंगफली व सोयाबीन की खरीद की है. इसी तरह कर्नाटक और तमिलनाडु से कोपरा भी खरीदा गया है. राज्यों से मिले प्रस्तावों के मुताबिक तमिलनाडु, कर्नाटक, महाराष्ट्र, तेलंगाना, गुजरात, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, ओडिशा, राजस्थान और आंध्र प्रदेश से प्राइस सपोर्ट स्कीम के तहत खरीफ मार्केंटिंग सीजन के लिए दाल व ऑयल शीड की खरीदारी की मंजूरी दी गई है. एमएसपी व्यवस्था के तहत पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, तेलंगाना, महाराष्ट्र, गुजरात, आंध्र प्रदेश, ओडिशा, कर्नाटक और मध्य प्रदेश से कपास की खरीद की जा रही है.