योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री ओपी राजभर शुक्रवार को वाराणसी के दौरे पर थे, जहां उन्होंने कई अहम मुद्दों पर अपनी राय दी। इस दौरान उन्होंने सपा, वन नेशन-वन इलेक्शन और अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (AMU) के सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर अपनी प्रतिक्रिया दी।
सपा पर हमला और सीएम योगी का बयान
ओपी राजभर ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान का समर्थन किया, जिसमें सीएम ने कहा था, “जहां दिखे सपाई वहीं बिटिया घबराई।” राजभर ने इस बयान का समर्थन करते हुए कहा कि यह बयान सटीक है। उन्होंने कहा कि अयोध्या, मऊ और कन्नौज में जो घटनाएँ हुईं, उनमें सपा के ही नेता शामिल थे। राजभर ने आरोप लगाया कि सपा के नेताओं ने यह कहा था कि “बच्चों से गलतियां हो जाती हैं”, जो कि पूरी तरह से गलत था और सपा को इसके लिए जवाब देना चाहिए।
विपक्ष पर हमला और ‘वन नेशन-वन इलेक्शन’ पर बयान
ओपी राजभर ने विपक्ष पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि विपक्ष के पास अब कोई ठोस मुद्दा नहीं बचा है और यह अब “दगा हुआ कारतूस” बन चुका है। राजभर ने कहा कि जनता अब विपक्ष पर भरोसा नहीं करती। इसके अलावा, उन्होंने ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ पर अपनी बात रखी और बताया कि यह प्रस्ताव अब कैबिनेट से पास हो चुका है। उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जल्द ही इसे लोकसभा और राज्यसभा में पारित कराने का वादा किया है।
AMU पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला
ओपी राजभर ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (AMU) के अल्पसंख्यक संस्थान के दर्जे को बरकरार रखने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत किया। राजभर ने इसे मुसलमानों के हित में एक अच्छा कदम बताया और कहा कि मुसलमानों के दुश्मन खुद मुसलमान हैं। उन्होंने बताया कि सरकार हर साल अल्पसंख्यक कल्याण के लिए शिक्षकों पर 800 करोड़ रुपये खर्च करती है, जो समाज के विकास के लिए अहम है।
इस दौरे के दौरान ओपी राजभर ने यूपी और देश के राजनीति पर कई अहम बयान दिए। उनके बयान आगामी चुनावों और सियासी हलचलों के लिहाज से महत्वपूर्ण साबित हो सकते हैं।