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कासगंज में मिट्टी खोदने के दौरान हादसा: 4 की मौत, दर्जनभर महिलाएं घायल, CM Yogi ने जताया शोक

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कासगंज में मिट्टी खोदने के दौरान हादसा: 4 की मौत, दर्जनभर महिलाएं घायल, CM Yogi ने जताया शोक

कासगंज में दर्दनाक हादसा, 4 की मौत

उत्तर प्रदेश के कासगंज जिले में एक बड़ा और दर्दनाक हादसा हुआ है, जिसमें 4 लोगों की जान चली गई और दर्जनभर लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। यह घटना कासगंज के मोहनपुरा कस्बे के पास स्थित रामपुर गांव में हुई। यहां कुछ महिलाएं अपने घरेलू कार्यों के लिए मिट्टी खोदने गई थीं। मिट्टी खोदने के दौरान एक निर्माणाधीन पुलिया का मिट्टी का ढेर अचानक गिर गया, जिसमें कई महिलाएं दब गईं।

 

हादसे में 3 महिलाएं और एक युवती की मौत

इस हादसे में 3 महिलाओं और एक युवती की मौके पर ही दबकर मौत हो गई। इसके अलावा, दर्जनभर से अधिक महिलाएं गंभीर रूप से घायल हो गईं, जिन्हें इलाज के लिए तत्काल जिला अस्पताल ले जाया गया। अधिकारियों के अनुसार, अभी भी करीब 2 दर्जन महिलाएं मिट्टी के ढेर के नीचे दबी हुई हो सकती हैं, जिनके बचाव के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।

 

जिला प्रशासन जुटा राहत और बचाव कार्य में

घटना की जानकारी मिलते ही कासगंज की जिला अधिकारी मेधा रूपम और एसपी अपर्णा रजत कौशिक तुरंत मौके पर पहुंचीं। उन्होंने राहत और बचाव कार्यों का जायजा लिया। जेसीबी मशीनों का उपयोग कर मिट्टी हटाने का काम तेजी से किया जा रहा है ताकि दबे हुए लोगों को जल्द से जल्द बाहर निकाला जा सके। राहत और बचाव टीम लगातार घटनास्थल पर मौजूद है और बिना किसी देरी के बचाव कार्य को अंजाम दे रही है।

 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जताया शोक

कासगंज में हुए इस हादसे पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट की और अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे तत्काल राहत कार्यों में तेजी लाएं। मुख्यमंत्री ने घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना भी की है और कहा है कि उन्हें उचित इलाज मुहैया कराया जाए।

 

पीड़ित परिवारों के लिए मुआवजे की घोषणा

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस दर्दनाक हादसे पर दुख जताते हुए पीड़ित परिवारों के लिए मुआवजे की भी घोषणा की है। मृतकों के परिजनों को 4 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया गया है। साथ ही, गंभीर रूप से घायल लोगों को भी सरकार की ओर से आर्थिक सहायता दी जाएगी ताकि उनका उचित इलाज हो सके।

 

ग्रामीणों में शोक की लहर

इस हादसे के बाद पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई है। ग्रामीणों ने बताया कि महिलाएं आमतौर पर मिट्टी खोदने का काम करती थीं, लेकिन किसी ने यह नहीं सोचा था कि इस बार यह काम उनके लिए इतना जानलेवा साबित होगा। हादसे की खबर फैलते ही गांव के लोग घटनास्थल पर पहुंचे और बचाव कार्य में भी सहयोग किया।

 

हादसे का कारण क्या?

इस हादसे का मुख्य कारण मिट्टी के ढेर का अचानक गिर जाना बताया जा रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि निर्माणाधीन पुलिया में मिट्टी का ढेर बहुत ऊंचा था, और महिलाओं के मिट्टी खोदने से उसकी स्थिरता कमजोर हो गई, जिससे यह हादसा हुआ। इस घटना ने प्रशासन की ओर से सुरक्षा उपायों की कमी और निर्माणाधीन साइट्स की निगरानी की कमी को भी उजागर किया है।

 

जांच के आदेश

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस हादसे की जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने जिला प्रशासन को निर्देश दिया है कि हादसे के कारणों की जांच की जाए और इस तरह के हादसे भविष्य में न हों, इसके लिए सख्त कदम उठाए जाएं।

 

राहत और बचाव कार्य जारी

घटनास्थल पर राहत और बचाव कार्य अब भी जारी है। प्रशासन ने बताया कि अभी भी कई महिलाएं मिट्टी के ढेर के नीचे फंसी हो सकती हैं और उन्हें निकालने के लिए टीम पूरी मेहनत कर रही है। जेसीबी और अन्य उपकरणों की मदद से मिट्टी हटाने का काम तेजी से चल रहा है।

 

अस्पताल में इलाज जारी

दर्जनभर घायल महिलाएं कासगंज के जिला अस्पताल में भर्ती हैं, जहां उनका इलाज किया जा रहा है। डॉक्टरों के अनुसार, कुछ महिलाओं की हालत गंभीर है, लेकिन उन्हें हर संभव चिकित्सा सहायता दी जा रही है। अस्पताल प्रशासन ने बताया कि सभी घायलों का इलाज निशुल्क किया जाएगा और उनके परिवार को भी सहायता प्रदान की जाएगी।

 

प्रशासन का अलर्ट

इस घटना के बाद जिला प्रशासन ने सभी निर्माणाधीन साइट्स पर सुरक्षा उपायों को बढ़ाने का आदेश जारी किया है। उन्होंने कहा है कि किसी भी तरह के निर्माण कार्य के दौरान सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा जाए और स्थानीय लोगों को भी जागरूक किया जाए ताकि इस तरह के हादसों से बचा जा सके।

 

हादसे से सबक

यह हादसा प्रशासन और स्थानीय लोगों के लिए एक बड़ा सबक है। इस घटना ने हमें यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि सुरक्षा उपायों का पालन कितना महत्वपूर्ण है। मिट्टी खोदने जैसे आम काम में भी उचित सुरक्षा उपाय किए जाने चाहिए ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके। कासगंज का यह हादसा बहुत ही दुखद और गंभीर है। इस घटना ने पूरे जिले को झकझोर कर रख दिया है और सभी के लिए एक बड़ा सबक है कि किसी भी कार्य में सुरक्षा को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। प्रशासन और स्थानीय लोगों को मिलकर इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए।

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