लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में लगातार हो रही भारी बारिश के चलते लखनऊ यूनिवर्सिटी के सामने की सड़क अचानक धंस गई। इस घटना के बाद इलाके में हड़कंप मच गया। सड़क के धंसने से एक बड़ा गड्ढा बन गया, जो करीब 10 फीट गहरा बताया जा रहा है। नगर निगम और PWD (लोक निर्माण विभाग) के अधिकारियों ने तुरंत मौके का निरीक्षण किया और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए बैरिकेडिंग लगाकर रास्ते को बंद कर दिया गया है।
अधिकारियों ने किया निरीक्षण
घटना की सूचना मिलते ही नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह और PWD के अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे और सड़क धंसने के कारणों की जांच शुरू कर दी। हल्की बारिश के दौरान बृहस्पतिवार की देर रात यह हादसा हुआ। अधिकारियों ने इलाके का मुआयना करने के बाद आश्वासन दिया कि जल्द ही मरम्मत का काम शुरू किया जाएगा।
लगातार हो रही हैं सड़क धंसने की घटनाएं
लखनऊ में यह पहली बार नहीं है कि सड़क धंसने की घटना हुई हो। इससे पहले भी विकासनगर, पावर हाउस चौराहे और अन्य जगहों पर इसी तरह की घटनाएं हो चुकी हैं। इन घटनाओं का मुख्य कारण बारिश के पानी का सही तरीके से न निकल पाना और कमजोर आधारभूत संरचना बताया जा रहा है।
प्रशासन का बयान
नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह ने कहा, "यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है, लेकिन हम पूरी कोशिश कर रहे हैं कि जल्द से जल्द सड़क की मरम्मत हो और लोगों को कोई परेशानी न हो। हमारी प्राथमिकता लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है।"
PWD के अधिकारियों ने भी कहा कि सड़क को जल्द ठीक कर लिया जाएगा और भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए बेहतर योजनाएं बनाई जा रही हैं।
सुरक्षा के इंतजाम
घटना के बाद से संबंधित इलाके में पुलिस तैनात कर दी गई है ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति से बचा जा सके। बैरिकेडिंग लगाकर रास्ते को फिलहाल बंद कर दिया गया है, जिससे गाड़ियों की आवाजाही रोकी जा सके।
भविष्य की तैयारियां
इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए प्रशासन अब नई योजनाएं बना रहा है। सड़क निर्माण में बेहतर तकनीक का इस्तेमाल करने और जल निकासी के उपायों में सुधार करने पर जोर दिया जा रहा है। अधिकारियों ने कहा कि पुरानी सड़कों की मजबूती की भी जांच की जाएगी ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
इस घटना के बाद स्थानीय निवासियों में चिंता का माहौल है। कई लोगों का कहना है कि प्रशासन को पहले से ही ऐसी समस्याओं का अंदाजा होना चाहिए था और बारिश के मौसम में विशेष तैयारी करनी चाहिए। लोगों ने प्रशासन से अपील की है कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए जल्द से जल्द ठोस कदम उठाए जाएं।