गोरखपुर: पतंजलि योगपीठ के संस्थापक और विश्व प्रसिद्ध योगगुरु स्वामी रामदेव ने जन्माष्टमी के पावन अवसर पर गोरखनाथ मंदिर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से शिष्टाचार भेंट की। यह मुलाकात सोमवार रात को हुई जब स्वामी रामदेव गोरखनाथ मंदिर पहुंचे। इस दौरान स्वामी रामदेव काफी भावुक नजर आए और गोरखनाथ के दरबार में श्रद्धापूर्वक अपनी हाजिरी लगाई।
गुरु गोरखनाथ के दरबार में श्रद्धा निवेदित
सोमवार रात गोरखनाथ मंदिर पहुंचने पर, स्वामी रामदेव ने सबसे पहले गुरु गोरखनाथ के दरबार में पहुंचकर दर्शन पूजन किया। वैदिक मंत्रोच्चार के साथ, उन्होंने शिवावतार भगवान गोरखनाथ का विधिपूर्वक पूजन किया और दंडवत होकर अपनी श्रद्धा निवेदित की। इसके बाद वे ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ जी महाराज की समाधि स्थल पर गए और महंत जी की प्रतिमा के समक्ष मत्था टेककर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की।
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर सीएम से भेंट
दर्शन पूजन के बाद, स्वामी रामदेव ने गोरखनाथ मंदिर में आयोजित श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के कार्यक्रम में हिस्सा लिया। यहां उनकी भेंट मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से हुई। स्वामी रामदेव ने सीएम योगी को प्रणाम कर गुलाब के फूलों की माला पहनाकर उनका अभिनंदन किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी पुष्प गुच्छ देकर स्वामी रामदेव का स्वागत किया।
योग, सामाजिक और राष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा
स्वामी रामदेव और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बीच इस मुलाकात के दौरान योग, सामाजिक और राष्ट्रीय जागरण से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर विस्तार से चर्चा हुई। इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वामी रामदेव को अपने गुरुदेव महंत अवेद्यनाथ की स्मृति में प्रकाशित तीन खंडों में संकलित ग्रंथ ‘राष्ट्रीयता के अनन्य साधक महंत अवेद्यनाथ’ की प्रतियां भेंट कीं।
गोरखनाथ मंदिर का महत्व
गोरखनाथ मंदिर उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में स्थित एक प्रमुख धार्मिक स्थल है। यह मंदिर गोरखनाथ संप्रदाय के संस्थापक गुरु गोरखनाथ को समर्पित है और देशभर से श्रद्धालु यहां दर्शन करने आते हैं। गोरखनाथ मंदिर का ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व है, और यह क्षेत्र में सामाजिक और सांस्कृतिक गतिविधियों का केंद्र भी है।
स्वामी रामदेव का गोरखनाथ मंदिर से जुड़ाव
स्वामी रामदेव का गोरखनाथ मंदिर से गहरा जुड़ाव है। वे कई बार इस मंदिर में दर्शन के लिए आ चुके हैं और यहां के धार्मिक वातावरण से वे हमेशा प्रभावित रहते हैं। स्वामी रामदेव का कहना है कि गोरखनाथ मंदिर में आकर उन्हें शांति और ऊर्जा मिलती है, जो उनकी योग साधना और सामाजिक कार्यों में उन्हें प्रेरित करती है।
योग और सामाजिक जागरूकता पर जोर
स्वामी रामदेव ने इस मुलाकात के दौरान योग और सामाजिक जागरूकता पर विशेष जोर दिया। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से चर्चा के दौरान योग को जन-जन तक पहुंचाने के अपने संकल्प को दोहराया। साथ ही, उन्होंने समाज में व्याप्त कुरीतियों और समस्याओं पर भी अपने विचार रखे और उनके समाधान के लिए योग और आध्यात्मिकता की भूमिका पर प्रकाश डाला।
महंत अवेद्यनाथ जी की स्मृतियों का सम्मान
स्वामी रामदेव ने ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ जी महाराज की समाधि स्थल पर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। महंत अवेद्यनाथ जी गोरखनाथ मंदिर के पूर्व महंत और योगी आदित्यनाथ के गुरुदेव थे। उनकी स्मृतियों का सम्मान करते हुए, स्वामी रामदेव ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके योगदान की सराहना की। महंत अवेद्यनाथ जी के प्रति स्वामी रामदेव का आदर और सम्मान साफ झलकता है।
धार्मिक और सांस्कृतिक मेलजोल का उदाहरण
स्वामी रामदेव और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की इस मुलाकात ने धार्मिक और सांस्कृतिक मेलजोल का एक उत्कृष्ट उदाहरण पेश किया। दोनों धार्मिक और सामाजिक क्षेत्र के प्रमुख हस्तियां हैं और उनका एक साथ आना समाज में एक सकारात्मक संदेश देता है। इस मुलाकात से यह भी साबित होता है कि योग, धर्म और आध्यात्मिकता को