उत्तर प्रदेश के एक छोटे से कस्बे में पुलिस हिरासत में एक और मौत का मामला सामने आने के बाद माहौल तनावपूर्ण हो गया है। इस बार यह मामला मोहित पांडेय नामक व्यक्ति की मौत का है, जो कथित रूप से पुलिस द्वारा हिरासत में रहते हुए गंभीर मारपीट का शिकार हुआ। घटना के बाद राज्य में हलचल मच गई है और आम जनता में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मोहित के परिवार से मिलकर उनके दुख में शामिल होने के साथ-साथ सरकार की तरफ से मदद की घोषणाएँ की हैं।
मुख्यमंत्री ने की पीड़ित परिवार से मुलाकात
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने व्यक्तिगत रूप से मोहित पांडेय के परिवार से मुलाकात की और इस कठिन समय में उनके साथ खड़े होने का आश्वासन दिया। इस मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि मोहित के परिवार को 10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी, साथ ही एक आवास भी प्रदान किया जाएगा ताकि परिवार के भविष्य की चिंता कम हो सके।
मुख्यमंत्री ने इस मामले में संवेदनशीलता दिखाते हुए मोहित के बच्चों की शिक्षा का पूरा खर्च उठाने का आश्वासन दिया और इस बात का भी ख्याल रखने को कहा कि परिवार को राज्य की सभी सरकारी योजनाओं का लाभ मिले। इसके लिए उन्होंने अफसरों को निर्देशित किया कि वे परिवार की हर जरूरत का ध्यान रखें।
आरोपी पुलिसकर्मियों पर सख्त कार्रवाई के आदेश
इस मामले में आरोपी पुलिसकर्मियों पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए गए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस घटना में संलिप्त सभी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, इस मामले की निष्पक्ष जाँच के आदेश दिए गए हैं ताकि परिवार को न्याय मिल सके।
मोहित पांडेय की मौत का मामला
मोहित पांडेय की मौत पुलिस हिरासत में एक मामूली विवाद के बाद हुई थी। रिपोर्ट के अनुसार, मोहित का अपने चाचा आदेश से किसी घरेलू मामले को लेकर विवाद हो गया था। इस विवाद के बाद पुलिस ने हस्तक्षेप किया और मोहित को हिरासत में लिया। लेकिन थाने में पहुँचते ही पुलिस ने कथित रूप से मोहित के साथ दुर्व्यवहार और मारपीट की, जिसके परिणामस्वरूप उसकी मृत्यु हो गई।
मोहित के भाई ने भी पुलिस पर आरोप लगाया है कि उसे भी पुलिस ने लॉकअप में बंद कर प्रताड़ित किया और उसके साथ मारपीट की। इस तरह के आरोपों ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं और आम जनता में सुरक्षा को लेकर डर और अविश्वास बढ़ा दिया है।
पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने का वादा
मुख्यमंत्री ने यह वादा किया कि पीड़ित परिवार को हर संभव न्याय दिलाया जाएगा। उन्होंने बताया कि दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई में कोई ढिलाई नहीं बरती जाएगी और सरकार इस मामले को लेकर पूरी तरह संजीदा है। इस घटना के बाद राज्य में पुलिस सुधारों की आवश्यकता को लेकर भी चर्चाएँ तेज हो गई हैं।
पुलिस हिरासत में मौत के मामलों पर लोगों की प्रतिक्रिया
इस घटना ने लोगों के दिलों में पुलिस की कार्यशैली के प्रति आक्रोश भर दिया है। राज्य के विभिन्न हिस्सों में लोगों ने इस मामले पर शांति पूर्वक प्रदर्शन भी किए। उनका कहना है कि पुलिस को अपने कर्तव्यों के प्रति संवेदनशील होना चाहिए और आम जनता की सुरक्षा में अपना सहयोग देना चाहिए। लोगों की माँग है कि इस घटना की निष्पक्ष जाँच हो और दोषियों को सख्त सजा मिले।
पुलिस सुधारों की माँग
इस घटना के बाद से राज्य में पुलिस सुधारों की माँग उठने लगी है। जनता का मानना है कि पुलिस की कार्यशैली में सुधार होना चाहिए ताकि किसी भी नागरिक को इस तरह की घटना का शिकार न बनना पड़े। कई सामाजिक संगठनों ने राज्य सरकार से पुलिस को और अधिक संवेदनशील बनाने की माँग की है।
मोहित पांडेय की पुलिस कस्टडी में मौत की यह घटना राज्य के पुलिस विभाग पर बड़ा सवाल खड़ा करती है। सरकार ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुद पीड़ित परिवार से मुलाकात कर न्याय का भरोसा दिलाया है। राज्य में पुलिस सुधारों की माँग बढ़ रही है और जनता इस मामले में न्याय की उम्मीद लगाए बैठी है। अब देखना यह है कि सरकार और पुलिस विभाग इस मामले को किस तरह से संभालते हैं और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए क्या कदम उठाते हैं।