लखनऊ: डॉ. राम मनोहर लोहिया नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी के गर्ल्स हॉस्टल में शनिवार रात को एक 21 वर्षीय छात्रा अनिका रस्तोगी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। अनिका बीए एलएलबी (ऑनर्स) थर्ड ईयर की छात्रा थीं और आईपीएस अधिकारी संतोष रस्तोगी की बेटी थीं, जो वर्तमान में नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) दिल्ली में आईजी के पद पर कार्यरत हैं।
घटना का विवरण:
शनिवार की शाम को अनिका ने यूनिवर्सिटी में आयोजित क्लाइंट काउंसलिंग कार्यक्रम में भाग लिया था। रात के करीब 9:30 बजे उन्होंने हॉस्टल के रूम नंबर 124 में खाना खाकर वापस लौट आईं। इस समय उनकी रूममेट कमरे में मौजूद नहीं थीं। जब रात करीब 10:15 बजे उनकी रूममेट वापस आईं तो दरवाजा अंदर से बंद था। कई बार कोशिश करने के बावजूद दरवाजा नहीं खुला, तब यूनिवर्सिटी प्रशासन को सूचित किया गया। दरवाजा तोड़कर जब अंदर दाखिल हुए तो अनिका बेहोश फर्श पर पड़ी थीं। उन्हें तुरंत पास के निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
मौत की पुष्टि:
अस्पताल के रिकॉर्ड में अनिका को ब्रॉड डेड दर्ज किया गया, जिसका मतलब है कि उनकी मौत अस्पताल पहुंचने से पहले ही हो चुकी थी। आशंका जताई जा रही है कि उनकी मौत हॉस्टल के कमरे में ही हो गई थी। पुलिस ने फॉरेंसिक टीम को बुलाकर मामले की जांच शुरू की। अनिका के शव का पोस्टमार्टम कराया गया, लेकिन प्रारंभिक रिपोर्ट में मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो सका। इसके चलते विसरा और हार्ट को सुरक्षित कर लिया गया है, ताकि आगे की जांच में इनका परीक्षण हो सके।
मेडिकल इतिहास: डीसीपी पूर्वी शशांक सिंह ने जानकारी दी कि अनिका पहले से ही दिल की बीमारी से पीड़ित थीं। शनिवार रात को अनिका ने अपनी रूममेट को फोन कर बताया था कि उनके पेट में बहुत तेज दर्द हो रहा है और तबीयत बिगड़ रही है। जब तक रूममेट कमरे तक पहुंचीं, तब तक बहुत देर हो चुकी थी। पुलिस का कहना है कि अब तक की जांच में कोई संदिग्ध बात सामने नहीं आई है, लेकिन मामले की जांच अभी भी जारी है।
परिजनों की प्रतिक्रिया:
रविवार सुबह पोस्टमार्टम के बाद अनिका के परिजन उनके शव को लेकर दिल्ली रवाना हो गए। इस घटना ने पूरे विश्वविद्यालय में हड़कंप मचा दिया है, और छात्राओं के बीच भय का माहौल बना हुआ है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्राओं को सुरक्षा का आश्वासन दिया है और इस मामले में हर संभव कार्रवाई करने का भरोसा दिलाया है।
विश्वविद्यालय प्रशासन और पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है ताकि सच्चाई सामने आ सके और भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।