लखनऊ: नव अंशिका फाउंडेशन ने अपना पांचवां स्थापना दिवस बड़े धूमधाम से मनाया। लखनऊ के गोमती नगर स्थित एक होटल में आयोजित इस कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों की जानी-मानी हस्तियों ने हिस्सा लिया। इस अवसर पर "गोल्डन गाला अवार्ड 2024" और "कलम शक्ति सम्मान" का आयोजन किया गया, जिसमें उन लोगों को सम्मानित किया गया जिन्होंने समाज के विभिन्न क्षेत्रों में बेहतरीन योगदान दिया है। कार्यक्रम में बिग बॉस और एमटीवी रोडीज़ के विजेता आशुतोष कौशिक और मॉडल ज़हरा हामिद सिद्दीकी विशेष रूप से आकर्षण का केंद्र बने।
समारोह का शुभारंभ सचिव सतपाल त्यागी और अन्य विशिष्ट अतिथियों द्वारा दीप जलाकर किया गया। इस दौरान गणपति उत्सव को देखते हुए गणपति वंदना भी प्रस्तुत की गई, जिसने माहौल को भक्तिमय बना दिया।
गोल्डन गाला अवार्ड और कलम शक्ति सम्मान
इस कार्यक्रम में पहली बार "गोल्डन गाला अवार्ड 2024" का आयोजन किया गया, जिसमें ज़हरा हामिद सिद्दीकी, राजेश जायसवाल, अभय बाजपेई, अनीस नवाब, और आशीष कश्यप समेत कई लोगों को उनके क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए सम्मानित किया गया। इसके अलावा, पत्रकारिता के क्षेत्र में बेहतरीन कार्य करने वाले 51 पत्रकारों को "कलम शक्ति सम्मान" से नवाजा गया।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति
समारोह में सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए, जो बेहद आकर्षक और मनोरंजक रहे। बॉलीवुड मैशअप डांस ने सभी का ध्यान खींचा, जिसमें अंशिका त्यागी, ऋतु सिंह और अन्य कलाकारों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया। कार्यक्रम की शुरुआत राम स्तुति से हुई, जिसे विशाल अरुण और अंशिका त्यागी के दल ने प्रस्तुत किया। इसके बाद, 20 से अधिक मॉडल्स ने एक फैशन शो प्रस्तुत किया, जिसने आयोजन को और भी खास बना दिया।
फाउंडेशन की उपलब्धियां और सामाजिक कार्य
फाउंडेशन की अध्यक्षा नीशू त्यागी ने बताया कि नव अंशिका फाउंडेशन ने अपने पांच सालों के सफर में महिलाओं और बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए अनेक कार्य किए हैं। हर साल मार्च में "महिला माह" के रूप में विभिन्न आयोजन होते हैं, जिसमें महिलाओं को समर्पित विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। इसके साथ ही "शक्तिस्वरूपा सम्मान" देकर उन महिलाओं को सम्मानित किया जाता है जिन्होंने समाज में सकारात्मक बदलाव लाने में योगदान दिया है।
भारतीय संस्कृति का संरक्षण और प्रोत्साहन
फाउंडेशन ने भारतीय संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए तीज, होली, दीपावली, नवरात्रि और दुर्गोत्सव जैसे त्योहारों पर भी सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया है। इसके अलावा, "गुलाल टेसुओं संग राम आएंगे" जैसे विशेष आयोजनों का भी सफलतापूर्वक आयोजन किया गया।
कोरोना महामारी के दौरान फाउंडेशन की भूमिका
कोरोना महामारी के कठिन समय में भी नव अंशिका फाउंडेशन ने अपनी गतिविधियों को रुकने नहीं दिया। ऑनलाइन आयोजनों के माध्यम से महिलाओं और युवाओं को करियर मार्गदर्शन दिया गया और उन्हें विभिन्न त्योहारों से जोड़ा गया। इसके साथ ही, फाउंडेशन ने "मिसेज आंटी का गड़बड़झाला", "दी एक्सीडेंटल डेथ ऑफ एन अनार्किस्ट" और "लाहौल विला कूवत" जैसे नाटकों का भी आयोजन किया, जिसे दर्शकों ने खूब सराहा।
फाउंडेशन के पांच साल पूरे होने पर इस आयोजन ने यह साबित कर दिया कि यह संगठन समाज सेवा और सांस्कृतिक उन्नति के लिए निरंतर प्रयासरत है, और आगे भी इसी तरह अपनी सेवाएं देता रहेगा।