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उत्तराखंड को मिला एक और सम्मान, लेफ्टिनेंट जनरल विकास लखेड़ा बने असम राइफल्स के डीजी

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उत्तराखंड को मिला एक और सम्मान, लेफ्टिनेंट जनरल विकास लखेड़ा बने असम राइफल्स के डीजी

लेफ्टिनेंट जनरल विकास लखेड़ा को असम राइफल्स की कमान: उत्तराखंड की नई उपलब्धि

उत्कृष्ट सैन्य सेवा की एक नई उपलब्धि

भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट जनरल विकास लखेड़ा को एक महत्वपूर्ण और सम्मानजनक पद पर नियुक्त किया गया है। उन्हें असम राइफल्स का नए महानिदेशक के रूप में नियुक्त किया गया है, जो भारतीय सैन्य बलों में एक प्रमुख और प्रतिष्ठित पद है। यह नियुक्ति उत्तराखंड के लिए गर्व का क्षण है, क्योंकि वे लेफ्टिनेंट जनरल टीपीएस रावत के बाद असम राइफल्स के दूसरे उत्तराखंडी प्रमुख हैं।

मूल स्थान और वर्तमान निवास

लेफ्टिनेंट जनरल विकास लखेड़ा का जन्म उत्तराखंड के टिहरी गढ़वाल जिले के छोटे से गांव जखंड में हुआ था। उन्होंने अपने प्रारंभिक जीवन की शिक्षा गांव में ही प्राप्त की और इसके बाद उच्च शिक्षा के लिए देहरादून का रुख किया। वर्तमान में, उनका परिवार देहरादून के वसंत विहार क्षेत्र में निवास करता है। जनरल लखेड़ा की इस नई भूमिका से उनके गृह राज्य उत्तराखंड को एक नई उपलब्धि मिली है और यह राज्य की उन्नति की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

शैक्षिक और सैन्य पृष्ठभूमि

लेफ्टिनेंट जनरल लखेड़ा ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा के बाद डीएवी पीजी कॉलेज, देहरादून से स्नातक की डिग्री प्राप्त की। इसके बाद, उन्होंने भारतीय सैन्य अकादमी में दाखिला लिया और वहां से पास आउट होने के बाद फोर सिख लाइट रेजीमेंट में कमीशन प्राप्त किया। भारतीय सेना में अपने करियर की शुरुआत के बाद, उन्होंने विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर सेवा दी और कई कठिन और चुनौतीपूर्ण क्षेत्रों में तैनात रहे।

सैन्य सेवा का अनुभव

जनरल लखेड़ा की सैन्य सेवा का अनुभव अत्यंत व्यापक और विविध है। उन्होंने जम्मू-कश्मीर के आतंक प्रभावित क्षेत्रों में अपनी सेवाएँ दी हैं, जहां पर उन्होंने सुरक्षा की जटिल स्थितियों का सामना किया। इसके अलावा, उत्तर-पूर्वी भारत के कई राज्यों जैसे नगालैंड, असम, अरुणाचल प्रदेश में भी उनकी तैनाती रही है। इन क्षेत्रों में उनकी सेवा ने उन्हें विभिन्न प्रकार की स्थितियों और चुनौतियों का सामना करने का महत्वपूर्ण अनुभव प्रदान किया है।

विशेषताएँ और कौशल

जनरल लखेड़ा केवल एक सक्षम सैन्य अधिकारी ही नहीं बल्कि एक कुशल खिलाड़ी और संगीत प्रेमी भी हैं। उनके पास विभिन्न भाषाओं का ज्ञान भी है, जो उनकी बहुपरकारी क्षमताओं को दर्शाता है। उनके व्यक्तित्व की ये विशेषताएँ उन्हें एक अद्वितीय और सम्मानित अधिकारी बनाती हैं।

परिवार की पृष्ठभूमि

जनरल लखेड़ा के पिता, विष्णु प्रसाद लखेड़ा, भारतीय सेना की सिख रेजीमेंट में सेवा देने के बाद बीएसएफ में डीआईजी के रूप में कार्यरत रहे। उनके परिवार की यह सैन्य पृष्ठभूमि न केवल जनरल लखेड़ा की सैन्य परंपरा को दर्शाती है बल्कि उनके अनुशासन और समर्पण को भी उजागर करती है।

आगामी योजनाएँ और नेतृत्व

लेफ्टिनेंट जनरल विकास लखेड़ा आगामी एक अगस्त से असम राइफल्स के महानिदेशक के रूप में कार्यभार संभालेंगे। उनकी नियुक्ति से असम राइफल्स को नई दिशा और ऊँचाइयाँ प्राप्त करने की उम्मीद है। जनरल लखेड़ा की नेतृत्व क्षमता और अनुभव से असम राइफल्स की मौजूदा चुनौतियों का समाधान होगा और संगठन को और मजबूत किया जाएगा। उनके नेतृत्व में, असम राइफल्स की कार्यक्षमता और प्रभावशीलता को नई ऊँचाइयों पर ले जाने की संभावना है।

निष्कर्ष

लेफ्टिनेंट जनरल विकास लखेड़ा की यह नई नियुक्ति उनके अद्वितीय सैन्य करियर और क्षमताओं का प्रमाण है। उनकी नेतृत्व शैली, समर्पण और अनुभव भारतीय सेना के लिए एक महत्वपूर्ण संसाधन साबित होंगे। यह नियुक्ति न केवल उत्तराखंड के लिए गर्व का विषय है बल्कि भारतीय सेना के समृद्ध इतिहास में एक नई उपलब्धि भी है।

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