यूट्यूबर एल्विश यादव और हरियाणा के सिंगर फाजिलपुरिया के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बड़ी कार्रवाई की है। उत्तर प्रदेश और हरियाणा में मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में यह कार्रवाई की गई है, जिसमें उनकी संपत्ति जब्त कर ली गई है। ईडी ने यह कदम धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत उठाया है। समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, यह जानकारी गुरुवार को अधिकारिक सूत्रों से प्राप्त हुई।
मनी लॉन्ड्रिंग मामले में फंसे एल्विश यादव
ईडी ने एल्विश यादव और अन्य से मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में पूछताछ की थी। यह मामला मई 2023 में दर्ज किया गया था, जब उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर (नोएडा) पुलिस ने उनके खिलाफ एक एफआईआर और चार्जशीट दायर की थी। मामले में आरोप है कि यादव और अन्य लोग आपराधिक गतिविधियों से होने वाली आय का इस्तेमाल रेव पार्टियों और मनोरंजक कार्यक्रमों के आयोजन के लिए कर रहे थे।
सांप के जहर का संदिग्ध इस्तेमाल
मामले में एल्विश यादव की गिरफ्तारी भी की जा चुकी है। मार्च 2023 में नोएडा पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया था। उन पर आरोप था कि वे पार्टियों में मनोरंजन के लिए सांप के जहर का इस्तेमाल कर रहे थे। इन पार्टियों के आयोजन में शामिल अन्य लोगों की भी जांच की जा रही है। इस संबंध में एक पशु अधिकार संगठन 'पीपुल फॉर एनिमल्स' (PFA) ने शिकायत दर्ज कराई थी।
फाजिलपुरिया से भी पूछताछ
हरियाणा के मशहूर सिंगर राहुल यादव, जिन्हें लोग फाजिलपुरिया के नाम से जानते हैं, से भी ईडी ने इस मामले में पूछताछ की है। कहा जा रहा है कि राहुल और एल्विश यादव के बीच संबंध हैं, और उन्हें भी इस मनी लॉन्ड्रिंग केस में शामिल किया गया है।
एनजीओ की शिकायत पर दर्ज हुई एफआईआर
यादव और अन्य पांच आरोपियों के खिलाफ एफआईआर 3 नवंबर 2022 को नोएडा के सेक्टर 49 पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई थी। यह शिकायत एनजीओ पीपुल फॉर एनिमल्स (PFA) के प्रतिनिधि द्वारा दर्ज कराई गई थी। इस एफआईआर में आरोप लगाया गया कि एल्विश और उसके सहयोगी सांपों और अन्य वन्यजीवों के संरक्षण से जुड़े कानूनों का उल्लंघन कर रहे थे।
पुलिस ने सांपों का इस्तेमाल करने वाले पांच सपेरों को भी गिरफ्तार किया था, जिन्हें बाद में स्थानीय अदालत ने जमानत दे दी थी। एल्विश यादव, जो 'बिग बॉस ओटीटी 2' के विजेता भी रह चुके हैं, इस पूरे मामले में मुख्य आरोपी के रूप में सामने आए हैं।
ईडी की यह कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग और वन्यजीव संरक्षण कानूनों के उल्लंघन के खिलाफ सख्त रुख का संकेत है। एल्विश यादव और फाजिलपुरिया जैसे चर्चित व्यक्तित्वों का नाम इस मामले में आना इस बात का सबूत है कि कानून सबके लिए एक समान है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि इस जांच में आगे और क्या खुलासे होते हैं।