देशभर में सोने की कीमतों में जबरदस्त उछाल देखा जा रहा है। बुधवार को राजधानी दिल्ली के सर्राफा बाजार में सोने की कीमतें पहली बार 77,000 रुपए प्रति 10 ग्राम के स्तर को पार कर गईं। वहीं मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) के फ्यूचर मार्केट में इसकी कीमत 76,000 रुपए के नजदीक पहुंच गई है। इंडियन बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) के अनुसार, सोने की कीमत 75,260 रुपए प्रति 10 ग्राम हो चुकी है। यह वृद्धि तब शुरू हुई जब अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने अपनी ब्याज दरों में 0.50 प्रतिशत की कटौती की थी। इसके बाद से सोने की कीमतों में लगातार उछाल देखा जा रहा है।
सोना: सदियों से सबसे सुरक्षित निवेश
भारत में पारंपरिक रूप से सोने को सबसे सुरक्षित निवेश माना गया है। यह एक ऐसा धातु है, जिसकी कीमतें हर विपरीत परिस्थिति में स्थिर रहती हैं, चाहे युद्ध का समय हो, आर्थिक मंदी हो या वैश्विक अनिश्चितता। हर बार जब अन्य निवेश माध्यमों में अस्थिरता आती है, तब निवेशकों का ध्यान सोने की ओर शिफ्ट हो जाता है। इसी कारण सोने की कीमतें बढ़ जाती हैं और यह एक सुरक्षित निवेश बना रहता है।
इतिहास गवाह है कि जब भी आर्थिक या राजनीतिक संकट आया है, सोने की मांग में तेजी आई है। निवेशक शेयर बाजार या अन्य जोखिमपूर्ण निवेश माध्यमों से अपने पैसे निकालकर सोने में निवेश करना पसंद करते हैं। इसका मुख्य कारण यह है कि सोना एक ऐसा धातु है, जिसकी कीमत समय के साथ बढ़ती है और इसमें कोई बड़ा नुकसान होने का खतरा नहीं होता। इसी वजह से सोने को सबसे सुरक्षित और विश्वसनीय निवेश के रूप में देखा जाता है।
सोने की कीमतों का हालिया उछाल
बुधवार को इंडियन बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) के अनुसार, स्पॉट मार्केट में 24 कैरेट सोने की कीमत 496 रुपए की तेजी के साथ 75,260 रुपए प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गई। मंगलवार को इसका बंद भाव 74,764 रुपए प्रति 10 ग्राम था, जबकि इस हफ्ते के शुरुआती तीन दिनों में ही सोने की कीमत में 1,167 रुपए की बढ़ोतरी हो चुकी है।
दिल्ली, मुंबई, भोपाल, इंदौर और अन्य बड़े शहरों के सर्राफा बाजारों में भी 24 कैरेट सोने की कीमतों में तेजी आई है। यह पहली बार है जब सोने की कीमतें 77,000 रुपए प्रति 10 ग्राम के पार पहुंची हैं। इस तेजी के पीछे मुख्य कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार में बढ़ती मांग और घरेलू बाजार में निवेशकों की बढ़ी हुई दिलचस्पी है।
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर सोने की स्थिति
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर भी सोने की कीमतों में उछाल देखा जा रहा है। मंगलवार को MCX पर सोने की कीमत 75,000 रुपए के पार ट्रेंड कर रही थी, जो 2024 में दूसरी बार हुआ था। यह भी अनुमान लगाया जा रहा है कि सोने की कीमतें निकट भविष्य में और बढ़ सकती हैं। MCX पर निवेशक सोने की भावी कीमतों को लेकर ट्रेड करते हैं। वर्तमान में सोने का भाव 76,000 रुपए प्रति 10 ग्राम के नजदीक पहुंच गया है, जो इस बात का संकेत है कि सोने की मांग और बढ़ सकती है।
MCX में ट्रेडिंग मुख्य रूप से सोने की भविष्य की कीमतों के अनुमानों पर आधारित होती है। यहां पर सोने की ऊंची कीमतें दर्शाती हैं कि आने वाले समय में भी इसकी कीमतों में इजाफा हो सकता है। सोने की ऊंची डिमांड और वैश्विक स्तर पर अनिश्चितता के चलते निवेशक सोने में निवेश करना ज्यादा सुरक्षित मान रहे हैं।
चांदी की कीमतों में भी जबरदस्त बढ़ोतरी
सोने के साथ-साथ चांदी की कीमतों में भी जबरदस्त बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। बुधवार को चांदी की कीमत 90,324 रुपए प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई। MCX पर चांदी की कीमत 92,309 रुपए प्रति किलोग्राम तक जा चुकी है। चांदी की कीमतों में यह उछाल मुख्य रूप से उसकी इंडस्ट्रियल डिमांड में हुई बढ़ोतरी के कारण हो रहा है।
विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले समय में चांदी की कीमतों में और बढ़ोतरी हो सकती है, क्योंकि इसका उपयोग विभिन्न उद्योगों में लगातार बढ़ रहा है। इलेक्ट्रॉनिक्स, सोलर पैनल, और अन्य इंडस्ट्रियल उपयोगों में चांदी की बढ़ती मांग ने इसकी कीमतों को नई ऊंचाइयों पर पहुंचा दिया है। चांदी में निवेश करने वालों के लिए यह समय बहुत ही महत्वपूर्ण साबित हो सकता है।
अमेरिकी फेडरल रिजर्व का प्रभाव
सोने और चांदी की कीमतों में इस भारी उछाल के पीछे मुख्य कारण अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में की गई कटौती मानी जा रही है। अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने हाल ही में अपनी ब्याज दरों में 0.50 प्रतिशत की कटौती की, जिससे डॉलर की कीमत कमजोर हुई और निवेशकों ने सोने में निवेश करना शुरू कर दिया। इसके अलावा, वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता और विभिन्न देशों की मंदी के कारण भी निवेशक सोने की ओर रुख कर रहे हैं।
अंतरराष्ट्रीय बाजार का योगदान
अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की मांग में वृद्धि के चलते भी भारत में इसकी कीमतों में उछाल देखा जा रहा है। यूरोप, अमेरिका, और एशिया के कई देशों में आर्थिक संकट और बाजार की अनिश्चितताओं के चलते सोने की मांग बढ़ी है। जब अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमत बढ़ती है, तो इसका सीधा असर भारत के सर्राफा बाजार पर भी पड़ता है।
विशेषज्ञों का कहना है कि वैश्विक आर्थिक संकट और व्यापारिक तनाव के चलते सोने की कीमतें निकट भविष्य में और भी बढ़ सकती हैं। अमेरिका और चीन के बीच व्यापार युद्ध और यूरोप में राजनीतिक अनिश्चितताओं के चलते सोने की मांग बढ़ती जा रही है, जिससे भारत में भी सोने की कीमतें आसमान छू रही हैं।
निवेशकों के लिए बड़ा अवसर
सोने और चांदी की कीमतों में इस भारी उछाल ने निवेशकों के लिए नए अवसर पैदा कर दिए हैं। जिन निवेशकों ने पहले से सोने और चांदी में निवेश किया हुआ था, उनके लिए यह समय काफी लाभकारी साबित हो रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले समय में भी सोने की कीमतें ऊंचाई पर बनी रह सकती हैं। त्योहारी सीजन के दौरान सोने की मांग में वृद्धि होने की संभावना है, जिससे इसकी कीमतों में और तेजी आने की उम्मीद है।
भविष्य में सोने और चांदी की कीमतें
विशेषज्ञों का मानना है कि सोने और चांदी की कीमतें आने वाले समय में और बढ़ सकती हैं। वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं, अमेरिकी फेडरल रिजर्व की संभावित ब्याज दरों में और कटौती, और घरेलू बाजार में बढ़ती मांग के चलते सोने और चांदी की कीमतें ऊंची बनी रह सकती हैं।
निवेशकों के लिए सुझाव
अगर आप सोने और चांदी में निवेश करने की सोच रहे हैं, तो यह समय आपके लिए बहुत ही अनुकूल हो सकता है। सोने और चांदी की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं, और इसके चलते निवेशकों को अच्छे रिटर्न मिलने की संभावना है। विशेषज्ञों का मानना है कि सोने और चांदी की कीमतों में और इजाफा हो सकता है, इसलिए जो निवेशक लंबी अवधि के लिए सुरक्षित निवेश की तलाश में हैं, वे सोने और चांदी में निवेश करने पर विचार कर सकते हैं।
सोने और चांदी की कीमतों में उछाल ने भारतीय निवेशकों को बड़े अवसर प्रदान किए हैं। सोने की कीमतें 77,000 रुपए प्रति 10 ग्राम के स्तर को पार कर चुकी हैं, जबकि चांदी की कीमत भी 90,000 रुपए प्रति किलोग्राम के पार जा चुकी है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह उछाल आने वाले दिनों में भी जारी रहेगा।