दिशा पाटनी के पिता से 25 लाख की ठगी, पुलिस ने शुरू की जांच
बॉलीवुड की जानी-मानी अदाकारा दिशा पाटनी के पिता, रिटायर्ड पुलिस अधिकारी जगदीश पाटनी, एक बड़े ठगी के शिकार हो गए हैं। यह घटना उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में हुई है, जहां ठगों ने उन्हें राज्य सरकार में उच्च पद और आयोग में अध्यक्ष या उपाध्यक्ष का पद दिलाने का झांसा देकर 25 लाख रुपये ठग लिए।
कैसे हुई ठगी?
जगदीश पाटनी ने बताया कि आरोपी शिवेंद्र प्रताप सिंह उनके पुराने परिचित थे। उनके जरिए ही दिवाकर गर्ग और जूना अखाड़े के आचार्य जय प्रकाश से मुलाकात हुई। इन लोगों ने उन्हें राज्य सरकार में उच्च पद दिलाने का आश्वासन दिया। उन्होंने इस लालच में 25 लाख रुपये देने की बात मानी, जिसमें से 5 लाख रुपये नकद और बाकी 20 लाख रुपये तीन अलग-अलग बैंकों के माध्यम से दिए।
तीन महीने बीतने के बाद भी जब किसी भी प्रकार का कोई पद या नियुक्ति नहीं हुई, तब जगदीश पाटनी को एहसास हुआ कि उनके साथ धोखाधड़ी की गई है। उन्होंने कई बार आरोपियों से संपर्क किया लेकिन हर बार उन्हें "काम चल रहा है" कहकर आश्वासन दिया गया। जब उन्होंने अपने पैसे वापस मांगने का प्रयास किया, तो आरोपियों की ओर से धमकियां मिलने लगीं।
पुलिस में शिकायत और जांच शुरू
अपने साथ हुए धोखे का एहसास होने के बाद, जगदीश पाटनी ने बरेली जिले के एसएसपी से इसकी शिकायत की। एसएसपी के आदेश के बाद सिविल लाइंस थाना पुलिस ने शिवेंद्र प्रताप सिंह, आचार्य जय प्रकाश और अन्य के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया।
पुलिस की जांच:
जांच अधिकारी के अनुसार, ठगी के इस मामले में प्राथमिक जांच शुरू हो चुकी है। पुलिस ने आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है और जल्द ही उन्हें पकड़ने का दावा किया है। पुलिस का कहना है कि मामले में उचित सबूत इकट्ठा किए जा रहे हैं और आरोपियों को जल्द से जल्द न्याय के कटघरे में खड़ा किया जाएगा।
ठगी की घटना पर दिशा पाटनी की प्रतिक्रिया
फिलहाल, इस घटना पर दिशा पाटनी की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। लेकिन यह मामला चर्चा का विषय बन गया है। जगदीश पाटनी एक सम्मानित रिटायर्ड पुलिस अधिकारी हैं, और उनके साथ हुई इस ठगी ने पूरे जिले में हड़कंप मचा दिया है।
कैसे करते हैं ठग ऐसा जाल
आजकल उच्च पद दिलाने के नाम पर लोगों को ठगने की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। ठग पहले से ही शिकार के रूप में उन लोगों को चुनते हैं जो सरकारी या उच्च पद की लालसा रखते हैं। इसके बाद ठगों का गिरोह विभिन्न माध्यमों से भरोसा जीतने की कोशिश करता है। जैसे ही वे पीड़ित के विश्वास को हासिल कर लेते हैं, फिर पैसे की मांग की जाती है। पैसे मिलने के बाद, ठग खुद को धीरे-धीरे दूर कर लेते हैं और फिर अचानक से संपर्क खत्म कर देते हैं।
सावधानी बरतें और सुरक्षित रहें
इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए लोगों को सावधानी बरतनी चाहिए। यदि कोई व्यक्ति आपको सरकारी पद या अन्य किसी प्रकार के उच्च पद का लालच देकर पैसे की मांग करता है, तो पहले उसकी पूरी जांच-पड़ताल कर लें। किसी भी व्यक्ति या संगठन पर बिना सत्यापन के भरोसा न करें और इस तरह की कोई भी जानकारी पुलिस या संबंधित अधिकारियों से साझा करें।
एसएसपी की सलाह:
बरेली के एसएसपी ने भी इस तरह की ठगी की घटनाओं से बचने की सलाह दी है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि वे किसी भी प्रकार के लालच में न आएं और कोई भी बड़ा लेन-देन करने से पहले कानूनी सलाह लें। अगर कोई व्यक्ति इस प्रकार का लालच देता है, तो तुरंत पुलिस को इसकी जानकारी दें।
ठगों के खिलाफ कार्रवाई की उम्मीद
पुलिस की तफ्तीश के अनुसार, आरोपी फिलहाल फरार हैं, लेकिन पुलिस का दावा है कि जल्द ही उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा। जगदीश पाटनी ने इस ठगी की घटना से सबक लेते हुए अन्य लोगों को भी सावधान रहने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि वे चाहते हैं कि अन्य लोग भी इस तरह की धोखाधड़ी का शिकार न बनें और सतर्क रहें।
बरेली में हुई इस ठगी की घटना ने एक बार फिर से साबित किया है कि लालच और धोखाधड़ी के जाल में फंसना आसान है। जगदीश पाटनी जैसे अनुभवी व्यक्ति भी इसका शिकार हो सकते हैं। इसलिए, सभी को इस प्रकार की घटनाओं से सतर्क रहना चाहिए और किसी भी प्रकार की संदिग्ध स्थिति में तुरंत पुलिस से संपर्क करना चाहिए।
इस घटना से यह सबक मिलता है कि किसी भी व्यक्ति या संस्था पर भरोसा करने से पहले उसकी सत्यता की जांच करनी आवश्यक है। दिशा पाटनी के पिता के साथ हुई यह घटना एक बड़ा उदाहरण है कि किस तरह ठग आसानी से लोगों को निशाना बना लेते हैं। पुलिस की जांच जारी है और उम्मीद है कि जल्दी ही ठग पकड़े जाएंगे और न्याय होगा।