Current Updates :

Uttar Pradesh Mahakumbh 2024: योगी सरकार की अनूठी पहल, डिजिटल कुंभ म्यूजियम और चित्रकूट टूरिज्म ऐप के जरिये धार्मिक पर्यटन को मिलेगी नई दिशा

  • 0
  • 112
Uttar Pradesh Mahakumbh 2024: योगी सरकार की अनूठी पहल, डिजिटल कुंभ म्यूजियम और चित्रकूट टूरिज्म ऐप के जरिये धार्मिक पर्यटन को मिलेगी नई दिशा

उत्तर प्रदेश सरकार, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में, महाकुंभ 2025 को भव्य और दिव्य बनाने के लिए नए कदम उठा रही है। सरकार का मुख्य उद्देश्य इस आयोजन को न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से, बल्कि पर्यटकों के अनुभव को और भी विशिष्ट बनाने की दिशा में काम करना है। इस प्रयास में प्रमुख रूप से प्रयागराज में एक डिजिटल कुंभ म्यूजियम की स्थापना शामिल है। इसके अलावा, चित्रकूट जैसे धार्मिक स्थल पर आने वाले पर्यटकों के लिए विशेष टूरिज्म ऐप भी तैयार किया गया है।

महाकुंभ एक ऐसा आयोजन है जिसे न केवल भारत, बल्कि दुनियाभर के लोग बड़े उत्साह के साथ देखते हैं। यह आयोजन धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक है और करोड़ों श्रद्धालु इसमें भाग लेते हैं। ऐसे में उत्तर प्रदेश सरकार महाकुंभ 2025 को विशेष बनाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रही है।

डिजिटल कुंभ म्यूजियम: आस्था और आधुनिकता का संगम

पर्यटन को बढ़ावा देने और श्रद्धालुओं को अनूठा अनुभव देने के लिए प्रयागराज में ‘डिजिटल कुंभ म्यूजियम’ की स्थापना की जा रही है। यह म्यूजियम न केवल तकनीकी दृष्टिकोण से उन्नत होगा, बल्कि इसमें आस्था और पौराणिकता का अद्भुत संगम भी देखने को मिलेगा। डिजिटल माध्यम से श्रद्धालु समुद्र मंथन की पूरी प्रक्रिया को देख सकेंगे, जिससे उन्हें पौराणिक कहानियों का आधुनिक रूप में अनुभव होगा।

डिजिटल कुंभ म्यूजियम के निर्माण के लिए 21.38 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं, जिनमें से 6 करोड़ रुपये पहले ही जारी किए जा चुके हैं। यह म्यूजियम प्रयागराज के अरैल रोड, नैनी के शिवालय पार्क के पास बनाया जा रहा है, और इसका आकार 10,000 वर्ग मीटर होगा। म्यूजियम में एक समय में 2000 से 2500 लोग आसानी से भ्रमण कर सकेंगे। इसके चारों ओर सुंदर लैंडस्केपिंग की जाएगी जिससे इसका वातावरण और भी रमणीय बनेगा।

म्यूजियम में समुद्र मंथन के 14 रत्नों की विशेष गैलरी बनाई जाएगी, जहां पर डिजिटल तकनीक के माध्यम से समुद्र मंथन की पूरी प्रक्रिया को दर्शाया जाएगा। इसके साथ ही, प्रयागराज महाकुंभ, हरिद्वार, नासिक, उज्जैन कुंभ जैसे प्रमुख धार्मिक आयोजनों के इतिहास, उनकी परंपराओं और सांस्कृतिक महत्व की जानकारी भी दी जाएगी।

आधुनिक तकनीक से सजी होगी म्यूजियम की गैलरी

इस म्यूजियम में श्रद्धालु समुद्र मंथन की 14 रत्नों वाली गैलरी में जाकर पौराणिक घटनाओं को डिजिटल स्क्रीन, 3D मॉडलिंग और VR तकनीक के माध्यम से देख सकेंगे। इसका उद्देश्य लोगों को उन घटनाओं से जोड़ना है जो पौराणिक कथाओं में वर्णित हैं, और आधुनिक तकनीक के जरिये उन्हें और भी वास्तविकता का अनुभव देना है। यह न केवल धार्मिक श्रद्धालुओं को लुभाएगा, बल्कि तकनीकी रूप से उन्नत म्यूजियम होने के नाते इसे देखने के लिए युवा पीढ़ी भी आकर्षित होगी।

इसके अलावा, म्यूजियम में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए टिकट काउंटर की व्यवस्था भी की जाएगी। पर्यटकों को बेहतर अनुभव देने के लिए म्यूजियम के चारों ओर लैंडस्केपिंग की जाएगी, और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि यह स्थान धार्मिक यात्रा का एक अनूठा केंद्र बने।

महाकुंभ 2025: उत्तर प्रदेश की धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर का भव्य प्रदर्शन

महाकुंभ का आयोजन उत्तर प्रदेश के लिए केवल धार्मिक आयोजन नहीं है, बल्कि यह राज्य की सांस्कृतिक और धार्मिक धरोहर को विश्वभर में प्रदर्शित करने का एक विशेष अवसर है। यह आयोजन करोड़ों श्रद्धालुओं को अपनी ओर आकर्षित करता है, और योगी सरकार इसे विशेष बनाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।

उत्तर प्रदेश में पर्यटन का तेजी से विकास हो रहा है और महाकुंभ 2025 इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इस महाआयोजन के जरिये राज्य की धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, और लाखों पर्यटक यहां आकर प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहर से परिचित होंगे।

महाकुंभ 2025 के आयोजन को सफल बनाने के लिए राज्य सरकार विभिन्न धार्मिक स्थलों पर विकास कार्य कर रही है। इसका मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि श्रद्धालुओं को यहां आने पर धार्मिक अनुभव के साथ-साथ आधुनिक सुविधाएं भी मिलें।

चित्रकूट टूरिज्म ऐप: तीर्थयात्रियों के लिए डिजिटल समाधान

उत्तर प्रदेश का चित्रकूट तीर्थस्थल भी अपनी धार्मिक और ऐतिहासिक धरोहर के लिए प्रसिद्ध है। इसे वह स्थान माना जाता है जहां भगवान श्रीराम ने अपने वनवास का अधिकांश समय व्यतीत किया था। इस पावन स्थल पर आने वाले तीर्थयात्रियों के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने एक विशेष ‘चित्रकूट टूरिज्म ऐप’ लॉन्च किया है।

यह ऐप पर्यटकों के लिए एक वन स्टॉप सॉल्यूशन की तरह काम करेगा, जहां उन्हें चित्रकूट के सभी प्रमुख दर्शनीय स्थलों के बारे में जानकारी मिलेगी। ऐप पर पर्यटकों को रामघाट, हनुमानधारा, कामदगिरि पर्वत और अन्य स्थलों के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त होगी। यह जानकारी सिर्फ स्थान के महत्व तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि वहां पहुंचने का समय, ठहरने की व्यवस्था, दर्शन का समय और यात्रा के अन्य महत्वपूर्ण पहलुओं को भी कवर करेगी।

चित्रकूट टूरिज्म ऐप की प्रमुख विशेषताएं

    •    सभी प्रमुख स्थलों की जानकारी: ऐप पर सभी प्रमुख दर्शनीय स्थलों की जानकारी उपलब्ध होगी। जैसे कि आप रामघाट पर क्लिक करेंगे, तो आपको स्थान का महत्व, वहां जाने का समय, तापमान, दूरी आदि की जानकारी मिल जाएगी।
    •    त्योहार और इवेंट्स की जानकारी: ऐप पर फेस्टिवल और इवेंट्स की भी जानकारी मिलेगी। इसमें महाकुंभ, चित्रकूट महोत्सव, रामनवमी, और राष्ट्रीय रामायण मेला जैसे बड़े आयोजनों की तिथियां और धार्मिक महत्व भी बताया जाएगा।
    •    यात्रा के सभी पहलुओं की जानकारी: ऐप पर यात्रा से संबंधित सभी जानकारियां उपलब्ध होंगी, जैसे कि किस प्रकार पहुंचा जा सकता है, कहां ठहरना है, पास के पेट्रोल पंप और एटीएम की जानकारी, और यहां तक कि स्थानीय खानपान और शॉपिंग की भी जानकारी दी जाएगी।

पर्यटन और संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह के अनुसार, यह ऐप पर्यटकों के लिए बेहद मददगार साबित होगा। इससे न केवल उनकी यात्रा सुविधाजनक बनेगी, बल्कि वे चित्रकूट के धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व को भी बेहतर तरीके से समझ सकेंगे।

महाकुंभ 2025: अवसर और चुनौतियां

महाकुंभ 2025 न केवल उत्तर प्रदेश के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए एक महत्वपूर्ण आयोजन है। हर 12 साल में आयोजित होने वाला यह महाआयोजन राज्य की धार्मिक पहचान को और भी मजबूत बनाता है। इस आयोजन में लाखों श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है, जिससे उत्तर प्रदेश की पर्यटन अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी।

हालांकि, इतने बड़े आयोजन के लिए व्यवस्थाओं को सुचारू रूप से संभालना भी एक बड़ी चुनौती है। लाखों श्रद्धालुओं की सुरक्षा, आवास, खानपान और अन्य आवश्यकताओं का ध्यान रखना राज्य सरकार की प्राथमिक जिम्मेदारी है। इसके साथ ही, यह सुनिश्चित करना कि श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक अनुभव के साथ-साथ आधुनिक सुविधाएं भी मिलें, सरकार की प्रमुख प्राथमिकताओं में से एक है।

डिजिटल कुंभ म्यूजियम और चित्रकूट टूरिज्म ऐप जैसी पहलें इस दिशा में सरकार के प्रयासों को दर्शाती हैं। इन कदमों से न केवल पर्यटकों को बेहतर अनुभव मिलेगा, बल्कि राज्य की धार्मिक पर्यटन को भी नई दिशा मिलेगी।

उत्तर प्रदेश सरकार महाकुंभ 2025 के आयोजन को दिव्य और भव्य बनाने की दिशा में तेजी से काम कर रही है। डिजिटल कुंभ म्यूजियम, चित्रकूट टूरिज्म ऐप और अन्य विकास कार्यों के जरिये राज्य सरकार न केवल धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा दे रही है, बल्कि श्रद्धालुओं के अनुभव को भी और अधिक सुखद बना रही है।

महाकुंभ 2025 उत्तर प्रदेश की धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर का भव्य प्रदर्शन होगा, और इसके जरिये राज्य की पहचान विश्वभर में और भी सशक्त होगी।

Prev Post Tripti Dimri Jaipur Controversy: तृप्ति डिमरी पर इवेंट से गायब होने का आरोप, टीम ने दी सफाई
Next Post दिल्ली में अरविंद केजरीवाल के नए आवास की पहचान: सिविल लाइंस छोड़कर नए ठिकाने पर होंगे शिफ्ट
Related Posts
Commnets ( 0 )
Leave A Comment