मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को एक उच्चस्तरीय बैठक में प्रदेश में धान खरीदी प्रक्रिया की समीक्षा की। उन्होंने इस प्रक्रिया को पूरी पारदर्शिता और तत्परता के साथ संचालित करने के निर्देश दिए और कहा कि प्रदेश सरकार के लिए किसानों का हित सर्वोपरि है। मुख्यमंत्री ने यह भी सुनिश्चित करने पर जोर दिया कि किसानों को धान की खरीदी के 48 घंटे के भीतर भुगतान मिल जाए।
48 घंटे में किसानों को भुगतान का निर्देश
बैठक के दौरान सीएम योगी ने सभी अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि धान खरीदी में किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने आदेश दिया कि धान की खरीद के 48 घंटे के भीतर किसानों के खातों में भुगतान पहुंच जाए। सीएम ने अधिकारियों से यह भी कहा कि सभी खरीद केंद्रों पर निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं और हर गतिविधि की मुख्यालय से नियमित मॉनिटरिंग की जाए।
क्रय केंद्रों पर बुनियादी सुविधाएं सुनिश्चित करने का आदेश
मुख्यमंत्री योगी ने किसानों की सुविधा को प्राथमिकता देते हुए निर्देश दिए कि सभी क्रय केंद्रों पर बुनियादी व्यवस्थाओं का ध्यान रखा जाए। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि किसानों के बैठने की व्यवस्था, छाया, पेयजल, और शौचालय जैसी बुनियादी सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित हो। योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट किया कि सरकार किसानों के सम्मान और उनकी सुविधा को लेकर पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
मॉडल फेयर प्राइस शॉप का लक्ष्य
सीएम योगी ने बैठक में जानकारी दी कि प्रदेश सरकार ने फेयर प्राइस शॉप्स को मॉडल फेयर प्राइस शॉप बनाने की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया है। इस योजना का उद्देश्य है कि इन दुकानों पर अनाज और अन्य आवश्यक वस्तुएं पारदर्शिता से उपलब्ध कराई जा सकें, जिससे गरीब और वंचित वर्गों को लाभ हो।
किसानों का हित सर्वोपरि
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट किया कि प्रदेश सरकार किसानों के हित में पूरी तरह से समर्पित है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि किसानों के साथ धोखाधड़ी और अन्य समस्याओं को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।