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UP के खिलाड़ियों का CM YOGI द्वारा सम्मान और खेल नीति की विस्तृत चर्चा

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UP के खिलाड़ियों का CM YOGI द्वारा सम्मान और खेल नीति की विस्तृत चर्चा

लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी में सोमवार का दिन राज्य के खिलाड़ियों के लिए एक गर्व और सम्मान से भरा रहा, जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित समारोह में पेरिस ओलंपिक और पैरालंपिक गेम्स 2024 के पदक विजेताओं को सम्मानित किया। यह अवसर न केवल खिलाड़ियों के लिए विशेष था, बल्कि यह राज्य सरकार की खेल नीति और योगी आदित्यनाथ के खेलों के प्रति समर्पण को भी उजागर करता है। खिलाड़ियों ने इस आयोजन के दौरान योगी सरकार की सराहना करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री का नेतृत्व और राज्य की नई खेल नीति न केवल खेलों को प्रोत्साहन दे रही है, बल्कि युवा खिलाड़ियों के लिए एक नई दिशा और प्रेरणा का स्रोत भी बन रही है।

मुख्यमंत्री द्वारा सम्मान का विशेष महत्व

खिलाड़ियों ने मुख्यमंत्री द्वारा सम्मानित होने पर अपनी खुशी व्यक्त की। उनका कहना था कि जब वे अपनी पूरी मेहनत और ऊर्जा के साथ खेलते हैं, तो उन्हें मुख्यमंत्री से सम्मान प्राप्त करना बेहद प्रोत्साहित करता है। यह सम्मान उन्हें न केवल अपने राज्य के लिए बेहतर करने की प्रेरणा देता है, बल्कि यह उन्हें व्यक्तिगत रूप से भी आत्मविश्वास से भर देता है। खिलाड़ियों ने इस बात की भी सराहना की कि उत्तर प्रदेश सरकार अब खिलाड़ियों को न केवल पदक जीतने पर सम्मानित करती है, बल्कि उन्हें खेल करियर में आगे बढ़ने के लिए पर्याप्त संसाधन और प्रोत्साहन भी देती है।

खेल नीति का महत्व

उत्तर प्रदेश की नई खेल नीति को सभी खिलाड़ियों ने बहुत सराहा। उन्होंने कहा कि 2017 के बाद से खेल के क्षेत्र में राज्य का परिदृश्य पूरी तरह से बदल गया है। इससे पहले खिलाड़ियों को इतना प्रोत्साहन और सम्मान नहीं मिलता था। परंतु अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं मंच पर आकर खिलाड़ियों का सम्मान करते हैं, जिससे खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ता है और वे अपने प्रदेश के लिए और बेहतर करने की प्रेरणा प्राप्त करते हैं।

प्रवीन कुमार, जो पैरालंपिक गेम्स 2024 के स्वर्ण पदक विजेता हैं, ने कहा, "2016 में जब हमने मेडल जीता था, तो उतना सम्मान नहीं मिला। लेकिन अब जब हमने 2024 के पैरालंपिक में पदक जीता है, तो हमें योगी सरकार द्वारा सम्मानित किया जा रहा है। इससे स्पष्ट होता है कि राज्य सरकार ने खेलों को प्राथमिकता दी है और खिलाड़ियों को सम्मानित करने के लिए ठोस कदम उठाए हैं।"

खिलाड़ियों के लिए प्रोत्साहन का स्रोत

राज्य सरकार द्वारा प्रदान किए जाने वाले प्रोत्साहन को लेकर भी खिलाड़ियों ने अपनी खुशी जाहिर की। हॉकी में कांस्य पदक विजेता राजकुमार पाल ने कहा, "उत्तर प्रदेश की नई खेल नीति खिलाड़ियों को काफी प्रोत्साहन दे रही है। पहले खिलाड़ियों के लिए इतने अवसर और प्रोत्साहन नहीं थे, लेकिन अब स्थिति बदल गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में राज्य सरकार ने खेलों को प्राथमिकता दी है और खिलाड़ियों को आगे बढ़ने के लिए आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराए जा रहे हैं।"

खिलाड़ियों का मानना है कि खेल के क्षेत्र में मिलने वाले सम्मान और पुरस्कार से न केवल उनके करियर में सुधार हो रहा है, बल्कि उनके लिए नई पहचान और अवसर भी खुल रहे हैं। इससे युवा खिलाड़ियों को भी प्रोत्साहन मिल रहा है और वे अपने खेल में बेहतर प्रदर्शन करने की दिशा में प्रयासरत हो रहे हैं।

स्टेडियम और खेल सुविधाओं में सुधार

खेल के क्षेत्र में राज्य सरकार द्वारा किए गए सुधारों की भी खिलाड़ियों ने सराहना की। खिलाड़ियों का कहना था कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में राज्य सरकार ने न केवल खेल नीति बनाई, बल्कि खेलों के लिए आवश्यक बुनियादी ढांचे का भी विकास किया है। राज्य के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में स्टेडियम और खेल सुविधाओं का निर्माण हो रहा है, जिससे खिलाड़ियों को बेहतर प्रशिक्षण और प्रदर्शन के लिए उचित मंच मिल रहा है।

ललित कुमार उपाध्याय, जो हॉकी में कांस्य पदक विजेता हैं, ने कहा, "मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ न केवल खेल प्रेमी हैं, बल्कि खिलाड़ियों को आगे बढ़ाने में भी उनकी महत्वपूर्ण भूमिका है। राज्य में स्टेडियम और खेल सुविधाओं के निर्माण से खिलाड़ियों को न केवल बेहतर प्रशिक्षण मिल रहा है, बल्कि वे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपने प्रदेश का नाम रोशन कर रहे हैं।"

दिव्यांग खिलाड़ियों के लिए विशेष प्रोत्साहन

दिव्यांग खिलाड़ियों के लिए योगी सरकार द्वारा किए गए प्रयासों को लेकर भी सराहना की गई। पैरालंपिक प्रतिभागी दीपेश कुमार ने कहा, "दिव्यांग खिलाड़ियों को समाज में अक्सर वह सम्मान नहीं मिलता, जो उन्हें मिलना चाहिए। लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने न केवल हमें सम्मानित किया, बल्कि हमारी खेल उपलब्धियों को भी समाज में एक नई पहचान दी है। इससे हमें प्रोत्साहन मिला है और हमें लगता है कि हम भी समाज में कुछ महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं।"

दिव्यांग खिलाड़ियों के लिए राज्य सरकार द्वारा किए गए प्रयासों के बारे में दीपेश ने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में राज्य में मिनी स्टेडियम, सिंथेटिक ग्राउंड और अन्य खेल सुविधाओं का निर्माण हो रहा है, जिससे दिव्यांग खिलाड़ियों को भी खेलों में अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिल रहा है। इसके अलावा, सरकार द्वारा लक्ष्मण और रानी लक्ष्मीबाई पुरस्कारों के रूप में खिलाड़ियों को प्रोत्साहन राशि भी दी जा रही है, जो खेल करियर को आगे बढ़ाने में सहायक साबित हो रही है।

मुख्यमंत्री से मिलकर खिलाड़ियों का उत्साह

खिलाड़ियों के लिए यह सम्मान समारोह एक बड़ी प्रेरणा का स्रोत रहा। यश कुमार, जो पैरालंपिक गेम्स 2024 के प्रतिभागी हैं, ने मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा, "योगी आदित्यनाथ न केवल हमारे खेलों के लिए समय निकालते हैं, बल्कि हमारे साथ सेल्फी भी लेते हैं। यह उनकी सहृदयता को दर्शाता है। उन्होंने हमें सम्मानित कर यह साबित किया है कि वह खिलाड़ियों के प्रति कितने संवेदनशील और समर्पित हैं।"

खेलों में उत्तर प्रदेश की बढ़ती भागीदारी

खिलाड़ियों का कहना है कि राज्य सरकार द्वारा किए गए सुधारों के कारण उत्तर प्रदेश अब राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं में बड़ी भागीदारी निभा रहा है। ओलंपिक प्रतिभागी प्राची चौधरी ने कहा, "उत्तर प्रदेश की खेल नीति के चलते खिलाड़ियों को अब ज्यादा अवसर मिल रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य में खेल गतिविधियों को प्रोत्साहित करने के लिए कई योजनाएं लागू की हैं, जिससे उत्तर प्रदेश में खेलों की भागीदारी और बढ़ रही है।"

खेल और खिलाड़ियों का विकास

प्रियंका गोस्वामी, जिन्होंने ओलंपिक 2024 में भाग लिया, ने कहा, "मैंने टोक्यो और पेरिस दोनों ओलंपिक में भाग लिया है और मुझे यूपी सरकार से भरपूर समर्थन और सम्मान मिला है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खेलों को लेकर गंभीरता दिखाई है और खिलाड़ियों के विकास के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। राज्य सरकार द्वारा प्रदान की जाने वाली पुरस्कार राशि और नौकरी के अवसर खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करते हैं और उनके करियर को नई दिशा देते हैं।"

प्रियंका का कहना है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने न केवल खेलों को प्राथमिकता दी है, बल्कि खिलाड़ियों के करियर में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है। राज्य में खेल सुविधाओं का विकास और खिलाड़ियों को मिलने वाले प्रोत्साहन ने राज्य के युवाओं को खेल में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित किया है।

खेल में सरकार का योगदान

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य के खेल परिदृश्य को पूरी तरह से बदल दिया है। उनके नेतृत्व में राज्य में न केवल खेल नीति का विकास हुआ है, बल्कि खेल के बुनियादी ढांचे में भी सुधार किया गया है। राज्य सरकार ने खेल सुविधाओं के निर्माण के साथ-साथ खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए भी कई योजनाएं लागू की हैं, जिससे खिलाड़ियों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बेहतर प्रदर्शन करने का अवसर मिल रहा है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा खिलाड़ियों के सम्मान समारोह ने न केवल खिलाड़ियों के लिए गर्व का माहौल तैयार किया, बल्कि यह राज्य के युवाओं के लिए भी एक प्रेरणादायक अवसर था। उत्तर प्रदेश सरकार की खेल नीति ने राज्य के खिलाड़ियों को नई दिशा और अवसर दिए हैं, जिससे वे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना रहे हैं। खेलों के प्रति मुख्यमंत्री का समर्पण और राज्य सरकार का सहयोग राज्य के खिलाड़ियों को और आगे बढ़ने का प्रोत्साहन दे रहा है, जिससे उत्तर प्रदेश आने वाले समय में खेलों के क्षेत्र में और अधिक ऊंचाइयों को छूएगा।

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