लखनऊ में डेंगू और मलेरिया तेजी से फैल रहे हैं। शहर के कई इलाकों में डेंगू के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, जिससे स्वास्थ्य विभाग और स्थानीय प्रशासन चिंता में हैं। सोमवार को जहां आठ नए डेंगू के मामले सामने आए थे, वहीं मंगलवार को यह संख्या बढ़कर 62 हो गई। इन मामलों में सबसे अधिक संख्या इंदिरानगर, अलीगंज, और आलमबाग इलाकों की है, जहां डेंगू तेजी से फैल रहा है।
इंदिरानगर बना डेंगू का हॉटस्पॉट
स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, सबसे अधिक डेंगू के मरीज इंदिरानगर में मिले हैं। यहां 11 मरीजों की पुष्टि हुई है, जो इस क्षेत्र में डेंगू के प्रकोप को दर्शाता है। इसके अलावा, चिनहट में तीन, चंदरनगर में 10, सरोजनीनगर में पांच, रेडक्रास में दो, एनके रोड में पांच, अलीगंज में 11, सिल्वर जुबली में दो, बीकेटी में तीन, टूड़ियागंज में चार, ऐशबाग में तीन और हजरतगंज समेत अन्य स्थानों पर तीन मरीजों की पहचान हुई है।
मलेरिया के भी मामले, विभाग सतर्क
डेंगू के साथ ही मलेरिया के मामले भी सामने आ रहे हैं, जिससे स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है। विभाग की टीमें लगातार घर-घर जाकर सर्वे कर रही हैं और मच्छरजनित बीमारियों से बचने के उपाय बता रही हैं। मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने 1854 घरों और आसपास के क्षेत्रों में मच्छरों के पनपने की स्थिति का सर्वेक्षण किया। इसके साथ ही, लोगों को इस रोग से बचाव के लिए उचित दिशा-निर्देश भी दिए गए।
सावधानी और बचाव के उपाय
डेंगू और मलेरिया से बचने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने कुछ महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इन उपायों को अपनाकर इन बीमारियों से बचा जा सकता है:
मच्छरों से बचाव: डेंगू और मलेरिया मच्छरों के काटने से फैलते हैं। इसलिए शाम के समय फुल स्लीव्स के कपड़े पहनें और मच्छरदानी का उपयोग करें। मच्छरों को घर में प्रवेश करने से रोकने के लिए खिड़कियों और दरवाजों पर मच्छरदानी लगवाएं।
पानी जमा न होने दें: मच्छर साफ और रुके हुए पानी में पनपते हैं। इसलिए घर के आसपास और छत पर जमा पानी को तुरंत साफ करें। कूलर, बर्तन, गमलों, टायर, और अन्य जगहों पर पानी इकट्ठा न होने दें।
सफाई बनाए रखें: घर के आसपास सफाई बनाए रखें और कूड़े-कचरे का सही तरीके से निस्तारण करें। कूड़े के ढेर या गंदगी में मच्छर जल्दी पनपते हैं, इसलिए नियमित रूप से सफाई करें।
सुरक्षा दवाओं का छिड़काव: मलेरिया और डेंगू से बचाव के लिए मच्छरों के पनपने वाले क्षेत्रों में कीटनाशक दवाओं का छिड़काव करें। स्वास्थ्य विभाग की टीमें इस काम में जुटी हुई हैं, लेकिन अपनी सुरक्षा के लिए भी सतर्क रहें।
सरकारी और स्वास्थ्य विभाग की अपील
स्वास्थ्य विभाग ने नागरिकों से अपील की है कि वे डेंगू और मलेरिया के प्रति सतर्क रहें और खुद को और अपने परिवार को सुरक्षित रखें। किसी भी लक्षण के दिखने पर तुरंत नजदीकी अस्पताल या स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर जांच कराएं। बुखार, सिरदर्द, शरीर में दर्द, और त्वचा पर लाल चकत्ते डेंगू के प्रमुख लक्षण होते हैं। इसके अलावा, मलेरिया में ठंड लगना, बुखार आना और पसीना आना जैसे लक्षण दिखाई देते हैं।
जागरूकता के कार्यक्रम
शहर में मच्छरजनित बीमारियों को रोकने के लिए जागरूकता कार्यक्रम भी चलाए जा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा लोगों को डेंगू और मलेरिया से बचाव के उपायों के बारे में जागरूक किया जा रहा है। विभिन्न क्षेत्रों में पर्चे बांटे जा रहे हैं और लाउडस्पीकर के माध्यम से भी लोगों को सावधान किया जा रहा है।
अस्पतालों की तैयारी
डेंगू और मलेरिया के बढ़ते मामलों को देखते हुए शहर के सभी सरकारी और निजी अस्पतालों को अलर्ट कर दिया गया है। अस्पतालों में डेंगू और मलेरिया के मरीजों के इलाज के लिए विशेष वार्ड बनाए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि हर मरीज को उचित इलाज मिल सके, इसके लिए डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों की टीम तैनात की गई है।
लखनऊ में डेंगू और मलेरिया का प्रकोप बढ़ रहा है, लेकिन सतर्कता और सावधानी बरतकर इन बीमारियों से बचा जा सकता है। स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम की टीमें अपनी ओर से पूरे प्रयास कर रही हैं, लेकिन लोगों की भी जिम्मेदारी है कि वे अपने आसपास सफाई बनाए रखें और मच्छरों को पनपने से रोकें।