लखनऊ, शुक्रवार 23 अगस्त: संगीत नाटक अकादमी, नई दिल्ली और नव अंशिका फाउंडेशन के सहयोग से प्रस्तुत हास्य नाटक “लाहौल विला कुबत” ने शुक्रवार शाम को गोमती नगर स्थित वाल्मीकि रंगशाला में दर्शकों को हंसी से लोटपोट कर दिया। इस नाटक का निर्देशन नीशू त्यागी ने किया और यह कार्यक्रम शहर के सांस्कृतिक प्रेमियों के लिए एक शानदार अनुभव साबित हुआ।
नाटक की कहानी: हंसी के तड़के के साथ
“लाहौल विला कुबत” नाटक की कहानी बड़े मियां जी के इर्द-गिर्द घूमती है, जो एक आशिक मिजाज आदमी हैं। वे अपने मकान को किराए पर देने की योजना बनाते हैं, लेकिन एक शर्त के साथ—किराएदार शादीशुदा न हो। उनका इरादा है कि वह अपनी बेटी की शादी उस किराएदार से कर दें। लेकिन एक शादीशुदा किराएदार झूठ बोलकर मकान में रहने आता है और अपनी पत्नी को अपनी बहन बताता है। इससे उत्पन्न होती हैं मजेदार और हास्यजनक परिस्थितियां। बड़े मियां जी को उसकी पत्नी बहन समझकर प्रेम लुटाने लगते हैं, जबकि किराएदार की शादी की कोशिशें दर्शकों को हंसी से लोटपोट कर देती हैं। नाटक के अंत में सत्य का खुलासा होता है और दर्शकों को पूरी कहानी का आनंद मिलता है।
अदाकारों की उम्दा प्रस्तुति
नाटक में कलाकारों ने अपनी भूमिकाओं को बखूबी निभाया। शराफ़त के रूप में अनुराग मूर्ति, मिट्ठू के रूप में दिलीप, शमीम की भूमिका में अनामिका सिंह, पम्मी के रूप में रुचि रावत, नाना मामा के रूप में रंजीत राव, बड़े हुज़ूर के रूप में शशांक पांडेय, और मीर साहब के रूप में रोहित श्रीवास्तव ने दर्शकों को खूब हंसाया और तालियाँ बटोरीं। नीशू त्यागी के निर्देशन में हुई इस प्रस्तुति में रहमान खान वर्कशॉप निर्देशक, अनामिका सिंह और शशांक पांडेय सहनिर्देशक रहे। प्रकाश व्यवस्था का जिम्मा राजू ने और मंच सज्जा का जिम्मा दानिश ने संभाला। धीरेन्द्र कुमार के नाट्य संगीत और अनामिका सिंह की वेशभूषा ने नाटक को और भी रंगीन बना दिया।
आगे का कार्यक्रम
नव अंशिका फाउंडेशन की अध्यक्ष नीशू त्यागी ने स्थानीय सहयोग के लिए संस्कृति विभाग और थिएटर एवं फिल्म वेलफेयर असोसिएशन का धन्यवाद किया। इसके अगले दिन, शनिवार 24 अगस्त को लखनऊ कम्यूनिकेशन सोसाइटी द्वारा “मिस अहलूवालिया” नाटक का मंचन शाम 6:30 बजे वाल्मीकि रंगशाला में किया जाएगा।