फिरोज शाह तुगलक ने 1354 में एक मजबूत किले का निर्माण किया था, जो अब खंडहर में तब्दील हो चुका है। इस किले की भव्यता और ऐतिहासिकता को वक्त ने धीरे-धीरे मिटा दिया, और अब यहां सिर्फ इसके खंडहर ही शेष रह गए हैं। हालांकि, किले की ये खंडहर दीवारें अब भी लोगों के लिए रहस्यमयी और डरावनी कहानियों का केंद्र बनी हुई हैं।
यहां के स्थानीय लोग बताते हैं कि हर गुरुवार की रात को किले के अंदर एक अजीब सी हलचल महसूस की जाती है। लोग कहते हैं कि इस रात यहां पर मोमबत्तियां और अगरबत्तियां जलती हुई दिखाई देती हैं। यह दृश्य किसी धार्मिक आयोजन या पूजा-पाठ का नहीं, बल्कि आत्माओं और जिन्न को खुश करने की एक रहस्यमयी कोशिश का प्रतीक माना जाता है।
इस किले के भीतर एक हवेली भी है, जिसे "भूतिया हवेली" के नाम से जाना जाता है। इस हवेली के बारे में लोगों के बीच अनेक डरावनी कहानियां प्रचलित हैं। कहा जाता है कि रात के समय इस हवेली से अजीबो-गरीब आवाजें आती हैं, जो किसी को भी डराने के लिए काफी हैं।
कुछ लोगों का मानना है कि इस हवेली में जिन्नों का वास है, जो गुरुवार की रात को यहां जमा होते हैं। लोग मानते हैं कि ये जिन्न यहां आत्माओं को खुश करने के लिए आते हैं, ताकि वे अपनी समस्याओं का समाधान कर सकें। इन जिन्नों को खुश करने के लिए मोमबत्तियां और अगरबत्तियां जलाई जाती हैं।
इसलिए, इस किले के आस-पास के लोग यहां जाने से कतराते हैं। उनके मन में इस किले को लेकर एक डर बैठा हुआ है। हालांकि, कुछ लोग इसे मात्र अंधविश्वास मानते हैं, लेकिन अधिकांश लोग इन कहानियों को सच मानते हैं और रात के समय इस किले के करीब भी जाने से डरते हैं।
यह किला इतिहास और रहस्यों से भरा हुआ है, लेकिन इसके साथ ही यह डरावनी कहानियों का भी गवाह है। लोग यहां के अतीत और वर्तमान के बारे में सुनकर सहम जाते हैं। इस किले की खंडहर दीवारें और भूतिया हवेली आज भी लोगों के दिलों में डर पैदा करती हैं।
किले की यह रहस्यमयी और भूतिया छवि समय के साथ और भी गहरी होती जा रही है। लोग इस किले के पास जाकर भी इसके इतिहास और इन रहस्यमयी कहानियों के बारे में सोचते हैं, जिससे उनका डर और भी बढ़ जाता है। इस किले की खंडहर दीवारें और हवेली आज भी अपने अंदर कई राज़ छुपाए हुए हैं, जो शायद कभी उजागर न हो पाएं।
यह किला और इसकी हवेली उन लोगों के लिए एक रहस्यमयी जगह है, जो इसके बारे में सुनते ही डर जाते हैं। इस किले के बारे में जानने के बाद, कोई भी व्यक्ति इसे देखने की हिम्मत नहीं करता। इसका डर और रहस्य लोगों के मन में हमेशा बना रहता है।
कुल मिलाकर, तुगलक के इस किले का निर्माण चाहे कितने भी मजबूत इरादों से क्यों न हुआ हो, लेकिन आज यह किला खंडहर के रूप में एक डरावनी और रहस्यमयी जगह बन गया है। लोग इस किले के अंदर होने वाली अजीब घटनाओं के बारे में सोचकर ही डर जाते हैं और इस किले से दूरी बनाए रखते हैं।