Movie Review: देवरा पार्ट वन
कलाकार: जूनियर एनटीआर , सैफ अली खान , प्रकाश राज , रामेश्वरी , श्रुति मराठे , मुरली शर्मा , अभिमन्यु सिंह और जान्हवी कपूर
लेखक: कोरटाला शिवा और हिंदी संवाद – कौसर मुनीर
निर्देशक: कोरटाला शिवा
निर्माता: सुधाकर मिक्कीलिलेनी , कोसाराजू हरिकृष्णा और नंदमूरि कल्याण राम
रिलीज: 27 सितंबर 2024
रेटिंग: 2.5/5
देवरा पार्ट 1: कहानी का नया अध्याय
साउथ की फिल्मों का भारतीय सिनेमा पर प्रभाव अब किसी से छिपा नहीं है। खासकर हिंदी डब्ड साउथ फिल्मों की सफलता ने इसे और भी लोकप्रिय बना दिया है। "आरआरआर," "केजीएफ," "बाहुबली," और "पुष्पा" जैसी फिल्मों ने सिनेमाघरों में शानदार प्रदर्शन किया है। अब साउथ के सुपरस्टार जूनियर एनटीआर की नई फिल्म "देवरा" दर्शकों के बीच आ चुकी है, जिसमें सैफ अली खान और जाह्नवी कपूर भी महत्वपूर्ण भूमिकाओं में हैं। आइए जानें "देवरा" ने दर्शकों पर क्या असर डाला है और इसकी कहानी कितनी रोचक है।
कहानी की शुरुआत
फिल्म "देवरा" की कहानी 1984 में शुरू होती है, जहां चार गांव के मुखिया अपनी-अपनी धाक जमाए रहते हैं। इनमें से दो मुख्य किरदार हैं देवरा (जूनियर एनटीआर) और भैरा (सैफ अली खान)। ये दोनों समुद्री जहाजों से सामान लूटते हैं और तस्करी करते हैं। देवरा जहां शांत और समझदार नज़र आता है, वहीं भैरा बेहद गर्म मिजाज और आक्रामक है।
फिल्म का पहला मोड़ तब आता है जब देवरा को पता चलता है कि जो सामान वे चोरी कर रहे हैं, वह असल में हथियार और बम बनाने के काम आता है। ऐसे ही एक बम का इस्तेमाल देवरा के गांव की एक बस को उड़ाने में किया जाता है। इस घटना के बाद देवरा को अपनी गलती का एहसास होता है और वह फैसला करता है कि अब से उसके गांव के लोग किसी भी जहाज को लूटने नहीं जाएंगे।
इस फैसले से बाकी तीन गांव वाले और भैरा नाराज हो जाते हैं और देवरा को खत्म करने की साजिश रचते हैं। हालांकि, देवरा किसी तरह से इन सभी से बचकर जंगल में छिप जाता है और ऐलान करता है कि अगर कोई समुद्री लूटपाट के इरादे से निकलेगा, तो वह उसे नहीं छोड़ेगा।
भैरा और देवरा का टकराव
12 साल बाद, भैरा अब पूरी तरह से तैयार है कि जब भी देवरा जंगल से बाहर आएगा, वह उसे खत्म कर देगा। इस बीच, देवरा का बेटा वेरा (जूनियर एनटीआर) थोड़ा डरपोक और कमजोर नज़र आता है। गांव वाले उससे उम्मीद लगाए बैठे हैं कि वह अपने पिता की तरह हिम्मत और साहस दिखाएगा।
दूसरी ओर, थांगा (जाह्नवी कपूर) जो बचपन से ही देवरा को अपना आदर्श मानती है, चाहती है कि वेरा भी उसी साहस का प्रदर्शन करे ताकि वह उससे शादी कर सके। लेकिन वेरा के डरपोक रवैये से थांगा निराश हो जाती है और उससे दूर हो जाती है।
क्लाइमैक्स और कहानी का नया मोड़
फिल्म का क्लाइमैक्स जबरदस्त ट्विस्ट के साथ आता है। भैरा की साजिश और देवरा का आत्मविश्वास फिल्म को एक नई दिशा में ले जाता है। वेरा, जो अब तक डरपोक नज़र आ रहा था, क्या अपने पिता की तरह गांव की रक्षा कर पाएगा? इस सवाल का जवाब फिल्म के दूसरे भाग में मिलेगा, जिससे दर्शकों के लिए सस्पेंस बना रहेगा।
निर्देशन, लेखन और संगीत
फिल्म "देवरा" को कोरतल्ला शिवा ने लिखा और निर्देशित किया है। इससे पहले वह "भारत अने नेनू" और "आचार्या" जैसी हिट फिल्में बना चुके हैं। लेकिन "देवरा" की कहानी थोड़ी खींची हुई है और इसे थोड़ा छोटा किया जा सकता था। लगभग 3 घंटे की फिल्म में पहले हाफ में सिर्फ कहानी का बिल्ड-अप दिखाया गया है, जो दर्शकों की उत्सुकता को थोड़ा कम करता है।
हालांकि, फिल्म का एक्शन और फाइट सीक्वेंस काबिले तारीफ है। फिल्म में जगह-जगह पर सस्पेंस रखा गया है, जो दर्शकों को फिल्म से जोड़े रखता है। बैकग्राउंड म्यूजिक भी शानदार है, जिसे अनिरुद्ध ने तैयार किया है। खासकर एक्शन सीन्स में बैकग्राउंड म्यूजिक फिल्म को और रोमांचक बनाता है।
कलाकारों की परफॉर्मेंस
जूनियर एनटीआर ने डबल रोल में शानदार काम किया है। उन्होंने फिल्म में अपने किरदार को पूरी गहराई से निभाया है और एक्शन सीन्स में भी उनकी दमदार परफॉर्मेंस देखने लायक है। वहीं, सैफ अली खान ने भी भैरा के रोल को बखूबी निभाया है, लेकिन उनके किरदार में कुछ नया नहीं दिखता।
जाह्नवी कपूर का किरदार फिल्म में बहुत छोटा है, जिससे उनकी परफॉर्मेंस को ज्यादा जगह नहीं मिली। फिल्म के प्रमोशन में भी उन्हें बहुत कम देखा गया और फिल्म में भी उनका स्क्रीन टाइम काफी कम है। बाकी कलाकारों जैसे प्रकाश राज, जरीना वहाब, मुरली शर्मा और अभिमन्यु सिंह ने भी अपने किरदारों को बखूबी निभाया है।
फिल्म की कमजोर कड़ियां
फिल्म की सबसे बड़ी कमजोरी इसकी लंबाई है। लगभग 3 घंटे की इस फिल्म में कुछ सीन खींचे हुए लगते हैं, खासकर पहले हाफ में जहां सिर्फ कहानी का बिल्ड-अप होता है। यह फिल्म थोड़ी छोटी होती तो ज्यादा असरदार हो सकती थी। इसके अलावा, फिल्म में डायलॉग्स भी कुछ खास नहीं हैं, जो दर्शकों पर कोई गहरा प्रभाव नहीं छोड़ते।
फाइनल वर्डिक्ट
"देवरा पार्ट 1" एक शानदार एक्शन फिल्म है, जिसमें जूनियर एनटीआर ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है। फिल्म का निर्देशन और बैकग्राउंड म्यूजिक भी दमदार है, लेकिन इसकी लंबाई और कहानी में थोड़ी खींचावट इसे कमजोर बनाते हैं। अगर आप एक्शन और सस्पेंस के शौकीन हैं, तो यह फिल्म आपको पसंद आएगी, लेकिन असली रहस्य और कहानी का अंत जानने के लिए आपको "देवरा पार्ट 2" का इंतजार करना पड़ेगा।
साउथ सिनेमा की धाक और जूनियर एनटीआर की एक्टिंग ने "देवरा" को एक दिलचस्प फिल्म बना दिया है। फिल्म में जबरदस्त एक्शन और सस्पेंस है, लेकिन इसकी खींची हुई कहानी दर्शकों को थोड़ा निराश कर सकती है। कुल मिलाकर, "देवरा पार्ट 1" एक ऐसी फिल्म है, जो अपने सस्पेंस और एक्शन की वजह से दर्शकों को बांधे रखती है, लेकिन इसे और बेहतर बनाया जा सकता था।
टेकअवे: दर्शक "देवरा पार्ट 2" का बेसब्री से इंतजार करेंगे, जहां असली कहानी का खुलासा होगा।