दाना चक्रवाती तूफान ने ओडिशा के तट से टकराने के बाद अब पूरे पूर्वी उत्तर प्रदेश में मौसम को बदल दिया है। इसके प्रभाव से पूर्वी यूपी के कई जिलों में आसमान में घने बादल छाए हुए हैं और तेज हवाओं के साथ बारिश के आसार बन गए हैं। उधर, पड़ोसी राज्य बिहार में भी कई इलाकों में बारिश हो रही है। मौसम विभाग की मानें तो यह मौसम परिवर्तन कम से कम तीन दिन तक बना रह सकता है।
चक्रवात के चलते पिछले 24 घंटों से पूर्वी यूपी के ऊपर बादलों का जमावड़ा बना हुआ है, और अधिकतर जिलों में आंशिक वर्षा की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग ने 26 अक्टूबर को पूर्वी यूपी के 7 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया है और 29 अक्टूबर तक इस परिवर्तन का असर दिख सकता है।
कब-कब होगी बारिश?
मौसम विभाग के अनुसार, 26 अक्टूबर से 29 अक्टूबर तक पूर्वी उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में बारिश की संभावना जताई गई है। विशेषज्ञों का कहना है कि इन दिनों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है और कुछ स्थानों पर तेज बारिश भी देखने को मिल सकती है।
काशी हिंदू विश्वविद्यालय के मौसम विशेषज्ञ प्रोफेसर मनोज श्रीवास्तव के अनुसार, यूपी के पूर्वी हिस्से के कई जिलों में अगले तीन दिनों तक बादल छाए रहेंगे। हल्की बारिश के साथ 15 से 20 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं भी चलने की संभावना है। 29 अक्टूबर तक यह मौसम का मिजाज इसी तरह बने रहने की उम्मीद है।
किन जिलों में अलर्ट?
मौसम विभाग ने विशेष रूप से पूर्वी यूपी के 7 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया है, जिनमें वाराणसी, गोरखपुर, मऊ, आजमगढ़, देवरिया, बलिया, और बस्ती शामिल हैं। इन जिलों में तेज हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। इससे तापमान में गिरावट आने की संभावना है और वातावरण में ठंडक का एहसास बढ़ सकता है।
तापमान में गिरावट के आसार
चक्रवात के प्रभाव से आने वाले दिनों में दिन का तापमान खासतौर से प्रभावित होगा। बादल छाए रहने से सूर्य की रोशनी धरती पर कम पहुंचेगी, जिससे अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी। उत्तर प्रदेश के पूर्वी हिस्सों में सुबह और शाम के समय ठंड का एहसास बढ़ेगा। इसके अलावा, हवाओं के तेज बहाव से नमी बढ़ेगी, जो सर्दी के शुरुआती संकेत को प्रबल करेगी।
दाना तूफान का प्रभाव
ओडिशा में इस तूफान के टकराने से पहले ही कई तटीय इलाकों में तूफानी हवाओं और भारी बारिश ने जनजीवन को प्रभावित किया। मौसम विभाग ने पहले से ही चेतावनी जारी की थी कि दाना चक्रवात के असर से देश के पूर्वी हिस्सों में मौसम का मिजाज बिगड़ सकता है। इसी क्रम में अब यूपी और बिहार के पूर्वी हिस्सों में भी इसका प्रभाव देखने को मिल रहा है।
सावधानी और तैयारियां
तेज हवाओं और बारिश के चलते स्थानीय प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है। खासकर जो लोग खेतों में काम करते हैं, उन्हें सलाह दी गई है कि वे अपने काम को पहले ही निपटा लें और बारिश के दौरान सुरक्षित स्थानों पर शरण लें। साथ ही, घरों के आसपास और खुले स्थानों पर जो भी सामान रखा है उसे बांधकर सुरक्षित कर लें ताकि तेज हवाओं से नुकसान से बचा जा सके।
कृषि क्षेत्र पर असर
इस मौसम परिवर्तन का सबसे अधिक प्रभाव कृषि क्षेत्र पर पड़ सकता है। फसलों के लिए यह मौसम नुकसानदायक हो सकता है, खासकर उन फसलों के लिए जो पक चुकी हैं और कटाई के लिए तैयार हैं। हालांकि, खेतों में पानी की अधिकता नमी बनाए रख सकती है, जो नई फसल के लिए फायदेमंद हो सकता है, लेकिन इस समय की बारिश में कटाई में देरी हो सकती है।
आने वाले दिनों का पूर्वानुमान
मौसम विभाग ने 29 अक्टूबर तक यूपी और आसपास के राज्यों में बादल, बारिश, और हवाओं का क्रम जारी रहने का पूर्वानुमान जताया है। इसके बाद स्थिति में धीरे-धीरे सुधार होने की उम्मीद है, जिससे मौसम सामान्य हो सकता है। चक्रवात के असर को देखते हुए स्थानीय लोगों को मौसम अपडेट्स पर ध्यान देने की सलाह दी गई है ताकि किसी भी आपातकालीन स्थिति से बचा जा सके।
ओडिशा के तट से टकराए दाना चक्रवात का असर अब पूर्वी उत्तर प्रदेश में देखने को मिल रहा है। तीन दिनों तक यहां बारिश और ठंडी हवाएं चलने की संभावना है। स्थानीय प्रशासन द्वारा नागरिकों से सतर्क रहने और कृषि कार्य में सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है।