उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को गोमती नगर विस्तार के सेक्टर-4 वसंत खंड में स्थित हेल्थ सिटी विस्तार हॉस्पिटल और ट्रॉमा सेंटर का उद्घाटन किया। इस 300 बेडेड सुपर स्पेशेलिटी हॉस्पिटल के शुभारंभ के अवसर पर सीएम योगी ने कहा कि हॉस्पिटल केवल सेवा का माध्यम नहीं है, बल्कि यह आजीविका का भी साधन है। उन्होंने इस परियोजना की सफलता पर हेल्थ सिटी हॉस्पिटल के मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. संदीप कपूर और उनकी टीम को बधाई दी और इसे गोमती नगर विस्तार के निवासियों के लिए एक महत्वपूर्ण उपहार बताया।
ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट से लेकर उद्घाटन तक: सीएम योगी ने इस मौके पर बताया कि ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट के दौरान हुए एमओयू को धरातल पर उतारने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों में देश में स्वास्थ्य के क्षेत्र में काफी परिवर्तन हुए हैं, और यूपी सरकार उत्तर प्रदेश को वन ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। इस उद्देश्य को साकार करने के लिए निवेश, रोजगार, और विकास के अवसरों को लगातार बढ़ावा दिया जा रहा है। सीएम योगी ने जोर देकर कहा कि इस हॉस्पिटल का निर्माण रिकॉर्ड समय में पूरा किया गया है और यह इन्वेस्टर्स समिट के तहत हेल्थकेयर इन्फ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में समयबद्ध रूप से पूर्ण होने वाला पहला प्राइवेट प्रोजेक्ट है।
कानून व्यवस्था और निवेश के बीच संबंध: सीएम योगी ने कहा कि यूपी में 25 करोड़ की आबादी रहती है, जिसमें सबसे ज्यादा युवा हैं। उन्हें रोजगार और विकास से जोड़ने के लिए सरकारी और निजी क्षेत्रों में अवसरों का निर्माण किया जा रहा है। 2017 में भाजपा सरकार बनने के बाद, सरकारी और निजी क्षेत्रों में रोजगार सृजन के लिए विशेष प्रयास किए गए, जिससे 6.5 लाख से अधिक युवाओं को नौकरी प्राप्त हुई। 2018 में आयोजित इन्वेस्टर्स समिट के माध्यम से प्रदेश में निवेश के द्वार खोले गए।
उन्होंने कहा कि पहले उत्तर प्रदेश को एक नकारात्मक रूप में देखा जाता था, लेकिन अब प्रदेश में बेहतर कानून व्यवस्था और जीरो टॉलरेंस नीति के कारण निवेशकों का विश्वास बढ़ा है। सीएम योगी ने कहा कि 4 लाख करोड़ से शुरू हुई निवेश यात्रा अब 40 लाख करोड़ रुपए तक पहुंच चुकी है, जो यूपी को वन ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बनाने के हमारे लक्ष्य की ओर एक महत्वपूर्ण कदम है।
स्वास्थ्य सेवा और रोजगार का संगम: सीएम योगी ने कहा कि अस्पताल न केवल स्वास्थ्य सेवा का माध्यम है, बल्कि रोजगार का भी साधन है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 5 करोड़ 11 लाख लोगों को आयुष्मान कार्ड के जरिए स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान की गई हैं। मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना और मुख्यमंत्री राहत कोष के माध्यम से भी लाखों लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिला है।
सीएम योगी ने हेल्थ सिटी विस्तार हॉस्पिटल को आयुष्मान भारत योजना के तहत भी शामिल करने का आग्रह किया, जिससे 5 लाख रुपए तक की बीमा कवरेज प्रदान की जा सके। उन्होंने कहा कि यह अस्पताल न केवल लखनऊ बल्कि आस-पास के क्षेत्रों के लिए भी स्वास्थ्य सेवाओं का एक महत्वपूर्ण केंद्र बनेगा।
कम लागत में तैयार अस्पताल, मरीजों पर कम बोझ: हेल्थ सिटी विस्तार हॉस्पिटल के मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. संदीप कपूर ने बताया कि यह अस्पताल 3 एकड़ क्षेत्र में 2 लाख स्क्वेयर मीटर बिल्ट-अप एरिया में फैला हुआ है। इसमें 300 बेड, 40 ओपीडी, 60 क्रिटिकल केयर बेड, 8 ऑपरेशन थिएटर और 75 से अधिक वरिष्ठ डॉक्टर शामिल हैं।
डॉ. कपूर ने कहा कि अस्पताल का निर्माण डॉक्टरों के समूह ने किया है, जो इन्वेस्टर्स भी हैं और संचालनकर्ता भी हैं। उनका मानना है कि कम लागत में तैयार किए गए अस्पतालों से मरीजों पर आर्थिक बोझ कम होगा और उन्हें अफोर्डेबल हेल्थकेयर सर्विसेस मिलेंगी। इसके अलावा, इस अस्पताल के माध्यम से मेडिकल टूरिज्म को भी बढ़ावा दिया जाएगा।
भविष्य की योजनाएं: डॉ. कपूर ने बताया कि अस्पताल में प्रशिक्षण और नर्सिंग स्कूल भी खोले जाएंगे और विदेश की सफलताओं को प्रदेश में साकार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि वे विलेज लेवल आंत्रप्रेन्योरशिप प्रोग्राम में भी सहभागिता कर रहे हैं।
इस अवसर पर क्षेत्रीय विधायक योगेश शुक्ला ने कहा कि इन्वेस्टर्स समिट के माध्यम से रोपा गया बीज अब फलदार वृक्ष बनने की ओर अग्रसर है और यह अस्पताल ट्रांस गोमती क्षेत्र में उत्तम स्वास्थ्य सेवाओं को उपलब्ध कराने का माध्यम बनेगा।