आज उत्तर प्रदेश की योगी सरकार वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए पहला अनुपूरक बजट विधानसभा में पेश करने जा रही है। 30 जुलाई को पेश किया जाने वाला यह बजट करीब 25 हजार करोड़ रुपये के आसपास होने का अनुमान है। इस बजट का उद्देश्य न केवल प्रदेश के विकास को गति देना है, बल्कि विधानसभा उपचुनाव के लिए भी राजनीतिक तैयारियों को पूरा करना है।
इस अनुपूरक बजट में विशेष रूप से प्रयागराज में 2025 में होने वाले महाकुंभ, प्रदेश के प्रमुख पर्यटन स्थलों के विकास और नई बसों की खरीद के लिए वित्तीय प्रावधान किए जा सकते हैं। इसके अतिरिक्त, सरकार ने इस बजट को मंजूरी देने के लिए मंगलवार सुबह 9:30 बजे मुख्यमंत्री आवास पर एक कैबिनेट बैठक भी बुलाई है, जिसमें इस बजट पर अंतिम हरी झंडी दी जाएगी।
"महाकुंभ के लिए सरकार कर रही है व्यापक तैयारियाँ"
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, उत्तर प्रदेश सरकार महाकुंभ 2025 के लिए बड़े पैमाने पर तैयारी कर रही है। श्रद्धालुओं और पर्यटकों की सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए सरकार इस आयोजन पर substantial धनराशि खर्च करने की योजना बना रही है। अनुपूरक बजट में इस राशि का प्रावधान किया जा सकता है, जिससे महाकुंभ के दौरान आवश्यक व्यवस्थाएँ सुनिश्चित की जा सकें।
इसके अतिरिक्त, इस अनुपूरक बजट में अन्य प्रमुख धार्मिक और पर्यटन स्थलों के विकास के लिए भी राशि आवंटित की जा सकती है। नैमिषारण्य, गोला गोकर्णनाथ जैसे महत्वपूर्ण स्थलों की सुविधाओं को सुधारने और उनके पर्यटन संभावनाओं को बढ़ाने के लिए विशेष योजनाएँ बनाई जा सकती हैं।
सरकार परिवहन क्षेत्र में भी सुधार लाने की दिशा में काम कर रही है। इस बजट में परिवहन निगम के लिए नई बसों की खरीद के लिए धनराशि की व्यवस्था की संभावना है, जिससे सार्वजनिक परिवहन को बेहतर बनाया जा सके।
अनुपूरक बजट के जरिए केंद्र सरकार की योजनाओं में प्रदेश की हिस्सेदारी को सुनिश्चित करने के लिए भी आवश्यक फंडिंग की व्यवस्था की जा सकती है। यह बजट विधानसभा में आज दोपहर 12:20 बजे पेश किया जाएगा, और इसके बाद इस पर चर्चा और अनुमोदन की प्रक्रिया शुरू होगी।