उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ को जल्द ही एक बड़ी सौगात मिलने वाली है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में 32 एकड़ भूमि पर एक भव्य और आधुनिक अंतरराष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर के निर्माण को मंजूरी दी है। यह परियोजना न केवल शहर की पहचान को बढ़ाएगी, बल्कि व्यापारिक गतिविधियों और सांस्कृतिक आयोजनों को भी नई ऊंचाइयों तक ले जाएगी।
10 हजार लोगों की क्षमता वाला सेंटर बनेगा राज्य का सबसे बड़ा आयोजन स्थल
इस प्रस्तावित अंतरराष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर की क्षमता 10 हजार लोगों की होगी, जिससे यह उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा कन्वेंशन सेंटर बन जाएगा। यह महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट लखनऊ के डिफेंस एक्सपो ग्राउंड के पास बनाया जाएगा। लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) और आवास विकास परिषद मिलकर इस सेंटर का निर्माण करेंगे। परियोजना को दो वर्षों में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
भारतीय संस्कृति की झलक दिखाने वाला होगा कन्वेंशन सेंटर
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस बात पर जोर दिया है कि अंतरराष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर की डिजाइन में भारतीय संस्कृति की झलक दिखाई देनी चाहिए। यह परियोजना देश की सांस्कृतिक धरोहर को बढ़ावा देने के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण का भी आदर्श उदाहरण बनेगी। इमारत के निर्माण में जल और ऊर्जा संरक्षण के पहलुओं का खास ख्याल रखा जाएगा, जिससे यह एक पर्यावरण अनुकूल परियोजना बनेगी।
ओपन थिएटर से लेकर होटल इंडस्ट्री तक की होगी सुविधा
कन्वेंशन सेंटर की अन्य विशेषताओं में एक ओपन थिएटर शामिल होगा, जो विभिन्न सांस्कृतिक और मनोरंजन कार्यक्रमों के लिए आदर्श स्थान प्रदान करेगा। इसके अलावा, इस परियोजना के तहत होटल इंडस्ट्री के लिए भी भूमि आरक्षित की जाएगी, जिससे यहां आने वाले पर्यटकों और व्यापारियों को ठहरने की सुविधाएं भी मिल सकेंगी।
पार्किंग, फायर सेफ्टी और फूड कोर्ट जैसी आधुनिक सुविधाएं होंगी
कन्वेंशन सेंटर में व्यापक पार्किंग सुविधा, फायर सेफ्टी और फूड कोर्ट जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि प्रदर्शनी हॉल के डिजाइन में इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए कि बड़े आयोजनों के दौरान भारी भीड़ को संभालने के लिए पर्याप्त स्थान हो।
यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो से ली जाएगी प्रेरणा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश इंटरनेशनल ट्रेड शो का उदाहरण देते हुए कहा कि इस तरह के बड़े आयोजनों में भारी संख्या में लोग शामिल होते हैं। ऐसे में कन्वेंशन सेंटर में भीड़ प्रबंधन के लिए पर्याप्त स्थान और सुविधाएं होनी चाहिए। प्रदर्शनी हॉल के डिजाइन के दौरान इस बात का ध्यान रखा जाएगा कि यहां बड़े आयोजनों में भीड़ को आसानी से संभाला जा सके।
‘पंच वाटिका’ बनेगी विशेष आकर्षण
परियोजना का एक और प्रमुख आकर्षण होगा ‘पंच वाटिका,’ जो परिसर में पंचतत्वों (पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु, और आकाश) को प्रदर्शित करेगी। यह विशेष वाटिका पर्यावरण के प्रति जागरूकता फैलाने और प्रकृति के महत्व को समझाने का कार्य करेगी। यहां पर्यटकों को पंचतत्वों के माध्यम से भारतीय संस्कृति और प्रकृति का ज्ञान मिलेगा।
अत्याधुनिक ऑडिटोरियम के साथ कई सुविधाएं
अंतरराष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर में कई छोटे और बड़े ऑडिटोरियम होंगे, जो विभिन्न आयोजनों के लिए उपयोग किए जा सकेंगे। यहां एक ही समय में कई सेमिनार, व्यापारिक बैठकें, सांस्कृतिक कार्यक्रम, और सम्मेलन आयोजित किए जा सकेंगे।
व्यापार और पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
यह कन्वेंशन सेंटर लखनऊ को एक प्रमुख व्यापारिक और सांस्कृतिक केंद्र के रूप में स्थापित करेगा। यहां विभिन्न व्यापारिक संस्थाएं और उद्योग अपने कॉर्पोरेट इवेंट्स, लॉन्च और बैठकों का आयोजन कर सकेंगी। इससे व्यापारिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा और रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे।
रोजगार के अवसरों में वृद्धि
इस विशाल परियोजना से लखनऊ और आसपास के क्षेत्रों में रोजगार के कई नए अवसर उत्पन्न होंगे। इस कन्वेंशन सेंटर के निर्माण और संचालन से कई क्षेत्रों में नौकरियों का सृजन होगा। इंजीनियरिंग, आर्किटेक्चर, और निर्माण से जुड़े कार्यों में हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा। इसके अलावा, संचालन और रखरखाव के लिए भी बड़ी संख्या में कर्मचारियों की आवश्यकता होगी।
लखनऊ में पर्यटन को मिलेगा नया आयाम
इस कन्वेंशन सेंटर के निर्माण से लखनऊ में पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। यहां अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय आयोजनों के दौरान बड़ी संख्या में पर्यटक आएंगे, जिससे स्थानीय व्यापार और पर्यटन उद्योग को भी लाभ होगा।
लखनऊ में अंतरराष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रम
इस परियोजना के पूरा होने के बाद लखनऊ अंतरराष्ट्रीय स्तर के आयोजनों के लिए एक प्रमुख स्थल बन जाएगा। यहां व्यापारिक, सांस्कृतिक, और सामाजिक कार्यक्रमों के आयोजन से शहर की पहचान राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ेगी।
आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश की दिशा में एक और कदम
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस परियोजना को ‘आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश’ की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया है। इस परियोजना से न केवल प्रदेश को आर्थिक रूप से लाभ मिलेगा, बल्कि यह राज्य के विकास में एक नया अध्याय भी जोड़ेगी।
2024 तक परियोजना के पूरा होने का लक्ष्य
राज्य सरकार ने इस परियोजना को दो वर्षों के भीतर पूरा करने का लक्ष्य रखा है। मुख्यमंत्री ने इस बात पर जोर दिया है कि परियोजना की प्रगति पर नियमित निगरानी रखी जाएगी ताकि इसे समय पर और गुणवत्तापूर्ण तरीके से पूरा किया जा सके।
लखनऊ का नया अंतरराष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर न केवल एक भव्य इमारत होगी, बल्कि यह शहर के व्यापारिक, सांस्कृतिक और सामाजिक जीवन में एक महत्वपूर्ण बदलाव लाएगा। इस परियोजना से लखनऊ में व्यापारिक गतिविधियों में वृद्धि होगी और यहां के लोगों को रोजगार और आर्थिक समृद्धि का लाभ मिलेगा। इसके अलावा, लखनऊ एक प्रमुख सांस्कृतिक और व्यापारिक केंद्र के रूप में उभरेगा, जो राज्य और देश की अर्थव्यवस्था को भी सशक्त करेगा।