श्रीनगर के टीआरसी के पास स्थित व्यस्त संडे मार्केट में ग्रेनेड हमले में 12 से अधिक लोग घायल हो गए, जिन्हें तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया। इस घटना से इलाके में अफरा-तफरी मच गई, और दुकानदारों को जान बचाने के लिए इधर-उधर भागना पड़ा। पुलिस और अर्धसैनिक बल तुरंत मौके पर पहुंच गए और घायलों को निकालने के साथ-साथ इलाके में तलाशी अभियान चलाया।
घायलों की पहचान
हमले में घायल हुए लोगों में से कुछ की पहचान इस प्रकार हुई है:
1. मिस्बा (उम्र 17 वर्ष), पुत्री मोहम्मद अमीन टैंट्री, निवासी नौगाम
2. अज़ान कालू (उम्र 17 वर्ष), पुत्र जावेद अहमद कालू, निवासी नूरबाग
3. हबीबुल्लाह राथर (उम्र 50 वर्ष), पुत्र अब्दुल जब्बार, निवासी कलूसा बांदीपोरा
4. अल्ताफ अहमद सीर (उम्र 21 वर्ष), पुत्र अब्दुल रशीद, निवासी अमशीपोरा, शोपियां
5. फैजल अहमद (उम्र 16 वर्ष), पुत्र फैयाज अहमद बेग, निवासी खानयार
6. उजेर फारूक भट पुत्र फारूक अहमद भट, निवासी पट्टन
7. फैजान मुश्ताक (उम्र 20 वर्ष), पुत्र मुश्ताक अहमद सोफी, निवासी पंपोर
8. जाहिद वानी (उम्र 19 वर्ष), पुत्र गुलजार अहमद वानी, निवासी चेकपोरा कलां नौगाम
9. गुलाम मुहम्मद सोफी (उम्र 55 वर्ष), पुत्र गुलाम अहमद, निवासी छत्ताबल
10. सुमैया जान (उम्र 45 वर्ष), पत्नी जुबैर अहमद लोन, निवासी नैदखाई, सुंबल
घटना से पहले मुठभेड़ में आतंकी ढेर
इस हमले से पहले, श्रीनगर के खानयार इलाके में सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ हुई थी, जिसमें एक आतंकी को मार गिराया गया। पिछले कुछ दिनों से श्रीनगर और आसपास के क्षेत्रों में इस प्रकार की घटनाएं बढ़ी हैं, जिससे सुरक्षा एजेंसियां भी सतर्क हो गई हैं। इस हमले ने एक बार फिर घाटी में सुरक्षा की स्थिति पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
सीएम उमर अब्दुल्ला की प्रतिक्रिया
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इस हमले पर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर लिखा, “पिछले कुछ दिनों से घाटी में हमलों की खबरें सुर्खियों में हैं। श्रीनगर के व्यस्त ‘संडे मार्केट’ में निर्दोष दुकानदारों पर आज का ग्रेनेड हमला अत्यंत चिंताजनक है। निर्दोष नागरिकों को निशाना बनाना निंदनीय है। मैं सुरक्षा बलों से आग्रह करता हूं कि वे इस प्रकार की घटनाओं पर जल्द से जल्द रोक लगाएं ताकि लोग सुरक्षित महसूस कर सकें।”
लोगों में डर और सुरक्षा इंतजाम
संडे मार्केट के इस हमले के बाद लोगों में डर का माहौल बन गया है। स्थानीय लोग चाहते हैं कि ऐसे हमलों पर तत्काल रोक लगाई जाए और सुरक्षाबल अपनी सतर्कता को और बढ़ाएं। दुकानदारों ने इस घटना के बाद प्रशासन से अपील की है कि बाजारों में सुरक्षा के इंतजामों को और मजबूत किया जाए ताकि वे निडर होकर अपना काम कर सकें।
संडे मार्केट में भीड़ और सुरक्षा की कमी
संडे मार्केट श्रीनगर के सबसे व्यस्त बाजारों में से एक है, जहां हर सप्ताह भारी भीड़ उमड़ती है। इस प्रकार के बाजारों में सुरक्षा की कमी के कारण आतंकी अक्सर इन स्थानों को अपना निशाना बनाते हैं। इसके पहले भी यहां आतंकी हमले हो चुके हैं, जिससे यह बात सामने आती है कि सुरक्षा एजेंसियों को भीड़भाड़ वाले इलाकों में अपनी चौकसी बढ़ानी होगी।
बढ़ते आतंकी हमले और चुनौती
श्रीनगर में हाल के दिनों में आतंकी गतिविधियों में तेजी आई है, जिसमें सुरक्षाबलों पर हमले, ग्रेनेड अटैक और घात लगाकर किए गए हमले शामिल हैं। इन हमलों से न केवल सुरक्षा बलों को बल्कि आम नागरिकों को भी खतरा है। आतंकी इन घटनाओं से लोगों में डर फैलाना चाहते हैं, लेकिन सुरक्षा बलों की सतर्कता और आम नागरिकों का हौसला ही उन्हें हराने का सबसे कारगर उपाय है।
सुरक्षा बलों की कड़ी कार्रवाई की जरूरत
आतंकी गतिविधियों पर लगाम लगाने के लिए सुरक्षा एजेंसियों को कड़ी कार्रवाई करनी होगी। इस प्रकार की घटनाओं से निपटने के लिए लगातार गश्त और सुरक्षा बलों की उपस्थिति बढ़ाना होगा। संडे मार्केट जैसे भीड़भाड़ वाले इलाकों में सीसीटीवी कैमरे और अन्य सुरक्षा उपकरणों की व्यवस्था की जानी चाहिए ताकि संदिग्ध गतिविधियों पर तुरंत नजर रखी जा सके।
जनता में सुरक्षा को लेकर चिंताएं
इस घटना के बाद स्थानीय लोगों में सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई है। दुकानदारों और ग्राहकों का कहना है कि इस प्रकार के हमले बाजारों में उनकी सुरक्षा को लेकर चिंता पैदा करते हैं। लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि सुरक्षा के इंतजामों को बढ़ाया जाए ताकि इस प्रकार की घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सके और लोग निडर होकर अपना जीवन जी सकें।
पहले भी हो चुके हैं हमले
श्रीनगर में इससे पहले भी कई बार इस प्रकार के हमले हो चुके हैं, जिनमें आम नागरिकों और सुरक्षाबलों को निशाना बनाया गया। प्रशासन को चाहिए कि वह इन घटनाओं से सबक ले और भविष्य में ऐसे हमलों को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए।