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आतिशी बनेंगी दिल्ली की नई मुख्यमंत्री: अरविंद केजरीवाल का इस्तीफा, पार्टी में बड़ा फैसला

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आतिशी बनेंगी दिल्ली की नई मुख्यमंत्री: अरविंद केजरीवाल का इस्तीफा, पार्टी में बड़ा फैसला

दिल्ली को जल्द ही एक नई महिला मुख्यमंत्री मिलने जा रही है। आम आदमी पार्टी (AAP) के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने का फैसला कर लिया है और उनके उत्तराधिकारी के रूप में मंत्री आतिशी को चुना गया है। एक महत्वपूर्ण बैठक में अरविंद केजरीवाल ने आतिशी के नाम का प्रस्ताव रखा, जिसे सभी विधायकों ने सर्वसम्मति से स्वीकार किया। इस फैसले के बाद आतिशी दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री बनेंगी। इससे पहले सुषमा स्वराज और शीला दीक्षित इस पद पर आसीन रह चुकी हैं।

मुख्यमंत्री पद के लिए आतिशी का चयन

आतिशी को अरविंद केजरीवाल की सबसे भरोसेमंद मंत्रियों में से एक माना जाता है। उनके पास शिक्षा, जल, वित्त, PWD, बिजली और कानून समेत कुल 14 मंत्रालयों की जिम्मेदारी है। यही कारण है कि मुख्यमंत्री पद के लिए आतिशी का नाम सबसे आगे था। आतिशी ने अपने कार्यकाल में शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान दिया है, जिससे दिल्ली के स्कूलों की स्थिति में सुधार हुआ है।

अरविंद केजरीवाल का भरोसा

अरविंद केजरीवाल ने आतिशी पर हमेशा भरोसा जताया है। जब मुख्यमंत्री जेल में थे, तब स्वतंत्रता दिवस के मौके पर झंडा फहराने की जिम्मेदारी भी आतिशी को सौंपी गई थी। इससे यह स्पष्ट होता है कि केजरीवाल के लिए आतिशी कितनी महत्वपूर्ण हैं। अब जब केजरीवाल ने इस्तीफा देने का फैसला किया है, तो आतिशी को मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी मिलना उनके भरोसे और काबिलियत का प्रमाण है।

आतिशी का राजनीतिक सफर

आतिशी ने 2013 में आम आदमी पार्टी के गठन के समय ही पार्टी से जुड़कर अपनी राजनीतिक यात्रा शुरू की थी। उन्होंने पार्टी के घोषणापत्र की मसौदा समिति में अहम भूमिका निभाई और पार्टी के गठन से लेकर नीतियों के निर्धारण तक में अपना योगदान दिया। बाद में, आतिशी पार्टी की प्रवक्ता बनीं और विभिन्न मंचों पर पार्टी के विचारों को प्रस्तुत किया।

मनीष सिसोदिया के साथ काम

आतिशी ने दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के सलाहकार के रूप में भी काम किया। उनके जेल जाने के बाद आतिशी ने शिक्षा मंत्रालय की जिम्मेदारी संभाली और अपने नेतृत्व में शिक्षा के क्षेत्र में कई सुधार किए। उनके काम की तारीफ राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हुई है।

आतिशी की शैक्षिक पृष्ठभूमि

आतिशी का जन्म दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर विजय कुमार सिंह और त्रिप्ता वाही के घर हुआ था। उन्होंने नई दिल्ली के स्प्रिंगडेल स्कूल से स्कूली शिक्षा प्राप्त की और सेंट स्टीफंस कॉलेज से इतिहास की पढ़ाई की। इसके बाद, उन्होंने ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से शेवनिंग स्कॉलरशिप के तहत मास्टर की डिग्री हासिल की। बाद में, रोड्स स्कॉलर के रूप में उन्होंने ऑक्सफोर्ड से दूसरी मास्टर डिग्री भी प्राप्त की।

सामाजिक कार्य और गांव का अनुभव

अपनी उच्च शिक्षा के बाद, आतिशी ने मध्य प्रदेश के एक छोटे से गांव में लगभग सात साल बिताए, जहां वह जैविक खेती और प्रगतिशील शिक्षा प्रणालियों से जुड़ी रहीं। इस दौरान उन्होंने विभिन्न एनजीओ के साथ भी काम किया और ग्रामीण शिक्षा और विकास में अहम योगदान दिया।

दिल्ली के विकास में आतिशी की भूमिका

दिल्ली सरकार में आतिशी का योगदान शिक्षा के क्षेत्र तक ही सीमित नहीं है। उन्होंने PWD, जल विभाग, राजस्व और वित्त जैसे महत्वपूर्ण विभागों में भी सुधार के लिए काम किया है। उनके नेतृत्व में दिल्ली सरकार ने कई नई योजनाएं शुरू की हैं, जो आम जनता के हित में हैं।

महिला सशक्तिकरण की मिसाल

आतिशी न केवल दिल्ली सरकार की इकलौती महिला मंत्री हैं, बल्कि उनके पास सबसे ज्यादा विभागों की जिम्मेदारी भी है। उनके नेतृत्व में दिल्ली की महिलाओं को सशक्तिकरण का एक नया संदेश मिला है। वह अपनी निपुणता और प्रतिबद्धता के कारण महिलाओं के लिए एक प्रेरणास्रोत बनी हैं।

दिल्ली की राजनीति में नया मोड़

अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे के बाद आतिशी का मुख्यमंत्री पद संभालना दिल्ली की राजनीति में एक नया मोड़ होगा। उनके सामने कई चुनौतियां होंगी, लेकिन आतिशी की नेतृत्व क्षमता और राजनीतिक सूझबूझ के कारण उन्हें एक सक्षम मुख्यमंत्री के रूप में देखा जा रहा है।

भविष्य की चुनौतियां और संभावनाएं

आतिशी के सामने सबसे बड़ी चुनौती दिल्ली के विकास को नए आयाम देना होगा। शिक्षा के क्षेत्र में उनके सफल कार्यकाल के बाद अब उन्हें पूरे राज्य की जिम्मेदारी सौंपी जा रही है। उनकी प्राथमिकता दिल्ली की जनता के हितों को सर्वोपरि रखना होगी और विभिन्न योजनाओं को धरातल पर उतारना होगा।

आतिशी के मुख्यमंत्री बनने से दिल्ली की जनता को नई उम्मीदें हैं। आने वाले समय में यह देखना दिलचस्प होगा कि आतिशी अपने कार्यकाल में क्या-क्या नए बदलाव लाती हैं और दिल्ली को किस दिशा में ले जाती हैं।

आतिशी का मुख्यमंत्री बनना दिल्ली की राजनीति के लिए एक ऐतिहासिक क्षण होगा। उन्होंने अपने काम से यह साबित कर दिया है कि वह एक सक्षम और प्रभावी नेता हैं। अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे के बाद दिल्ली के भविष्य का जिम्मा अब आतिशी के कंधों पर होगा, और दिल्ली की जनता को उनसे बड़ी उम्मीदें हैं।

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