उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दीपावली के इस पावन अवसर पर प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं देते हुए अयोध्या में ऐतिहासिक दीपोत्सव का शुभारंभ किया। उन्होंने घोषणा की कि इस साल दीपावली पर अयोध्या धाम में भगवान राम की जन्मभूमि पर निर्मित भव्य मंदिर में लाखों दीप प्रज्वलित होंगे। यह पर्व सिर्फ दीपों का प्रकाश नहीं बल्कि भारतीय संस्कृति और सनातन धर्म की विरासत को पुनर्जीवित करने का पर्व होगा। योगी आदित्यनाथ ने इसे एक ऐतिहासिक क्षण बताया और कहा कि 500 वर्षों के बाद यह अयोध्या में मनाई जाने वाली सबसे बड़ी और विशेष दिवाली है।
500 वर्षों का इंतजार हुआ समाप्त, रामलला पुनः विराजमान
अपने संबोधन में सीएम योगी ने कहा कि अयोध्या में यह दीपोत्सव का आठवां संस्करण है और इस बार की दीपावली बेहद खास है क्योंकि रामलला 500 वर्षों के बाद अपनी जन्मभूमि अयोध्या में विराजमान हुए हैं। उन्होंने बताया कि इस ऐतिहासिक अवसर पर अयोध्या में महाआरती का आयोजन किया जाएगा, जिससे पूरे शहर को एक दिव्य आभा से भर दिया जाएगा। महाआरती का आयोजन न केवल भक्ति और आस्था का प्रतीक है बल्कि यह रिकॉर्ड बनाने की दिशा में भी एक कदम है।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह दीपोत्सव केवल अयोध्या के लिए ही नहीं बल्कि पूरे देश के लिए एक गौरवपूर्ण अवसर है। उन्होंने बताया कि जब 2017 में उन्होंने उत्तर प्रदेश की बागडोर संभाली, तब अयोध्या में बिजली की कमी थी और लोगों को दीपावली पर भी उजाले का इंतजार करना पड़ता था। लेकिन अब, उनके प्रयासों और डबल इंजन सरकार के तहत अयोध्या जगमगा रही है और हर दिशा में विकास का प्रकाश फैला है।
विपक्ष पर निशाना: “प्रभु राम के अस्तित्व पर उठाए गए सवालों का मिला जवाब”
योगी आदित्यनाथ ने इस मौके पर विपक्ष पर भी कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि पहले विपक्ष भगवान राम के अस्तित्व पर सवाल उठाता था और विकास कार्यों में रुकावटें डालता था, लेकिन आज जब अयोध्या में परिवर्तन हो रहा है, तो वही लोग आलोचना करने से पीछे नहीं हट रहे। उन्होंने कहा कि अयोध्या का बदला स्वरूप अब पूरे विश्व को आकर्षित कर रहा है, जिससे विरोधियों के सभी सवालों का जवाब मिल चुका है।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि डबल इंजन की सरकार ने जो वादा किया था, उसे पूरा करके दिखाया है। उन्होंने अयोध्या वासियों से अपील की कि वे इस शहर के गौरव को बनाए रखने के लिए आगे आएं और इस ऐतिहासिक अवसर का हिस्सा बनें। योगी ने कहा कि सनातन धर्म हमेशा शांति और प्रेम का संदेश देता है, और यह किसी को नुकसान नहीं पहुंचाता।
अयोध्या का विश्वस्तरीय विकास: नए अवसर और योजनाएं
मुख्यमंत्री ने अयोध्या के विकास पर जोर देते हुए कहा कि अयोध्या का विकास न केवल उत्तर प्रदेश बल्कि पूरे भारत का सम्मान बढ़ाने में सहायक होगा। उन्होंने बताया कि उनकी सरकार ने अयोध्या में कई विकास परियोजनाओं की शुरुआत की है। अयोध्या को वैश्विक पर्यटन स्थल बनाने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं स्थापित की जा रही हैं। रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट, और सड़क नेटवर्क को भी विस्तार और सुधार किया गया है, ताकि हर श्रद्धालु और पर्यटक को यहां आकर भगवान राम के दर्शन में कोई असुविधा न हो।
उज्ज्वला और राशन योजना से गरीबों को मिली राहत
मुख्यमंत्री ने कहा कि डबल इंजन सरकार की कई जनकल्याणकारी योजनाएं भी प्रदेशवासियों के लिए लाभकारी साबित हो रही हैं। उन्होंने उज्ज्वला योजना और मुफ्त राशन योजना का उल्लेख करते हुए कहा कि इन योजनाओं से गरीबों और वंचित वर्गों को राहत मिली है। योगी ने बताया कि 10 करोड़ गरीबों को उज्ज्वला योजना के तहत गैस कनेक्शन मिला है और 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन योजना का लाभ मिला है। इन योजनाओं ने लोगों के जीवन को आसान बनाया है और समाज में समानता और समृद्धि की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया है।
अयोध्या के लिए विश्व का आकर्षण: एक अद्वितीय आध्यात्मिक यात्रा
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज अयोध्या विश्व का ध्यान केंद्रित कर रहा है। दुनिया के कोने-कोने से श्रद्धालु और पर्यटक भगवान राम की जन्मभूमि की भव्यता को देखने के लिए यहां आ रहे हैं। अयोध्या का यह स्वरूप न केवल धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति और गौरव को भी दुनिया के सामने प्रस्तुत करता है। अयोध्या के इस बदले स्वरूप से यह सुनिश्चित हो गया है कि यह शहर एक विश्व स्तरीय आध्यात्मिक और सांस्कृतिक केंद्र बन रहा है। मुख्यमंत्री ने बताया कि अयोध्या को भारत के धार्मिक और सांस्कृतिक मानचित्र पर पुनर्स्थापित करने के लिए कई योजनाओं पर काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अयोध्या के विकास में सभी अयोध्यावासियों का योगदान आवश्यक है, क्योंकि यह शहर केवल उत्तर प्रदेश ही नहीं, बल्कि पूरे देश की धरोहर है।
सनातन धर्म की महानता: “किसी को नुकसान नहीं पहुंचाता सनातन धर्म”
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सनातन धर्म की परंपरा सदा से प्रेम, शांति और सौहार्द्र का संदेश देती है। उन्होंने यह भी कहा कि सनातन धर्म ने कभी किसी को नुकसान नहीं पहुंचाया और इसका उद्देश्य सदैव मानवता की सेवा करना है। उन्होंने कहा कि यह दीपोत्सव सनातन धर्म के उज्जवल पक्ष को दुनिया के सामने लाने का अवसर है।
उन्होंने इस दीपोत्सव को अयोध्या के लिए एक नया आरंभ बताया और सभी प्रदेशवासियों से आग्रह किया कि वे इस पर्व को उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाएं। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर दीपावली के अवसर पर प्रदेश के सभी निवासियों से प्रार्थना की कि वे अयोध्या के इस ऐतिहासिक दीपोत्सव का हिस्सा बनें और इसे एक यादगार पल बनाएं।
अयोध्या का गौरव और भविष्य
इस दीपोत्सव के माध्यम से सीएम योगी ने अयोध्या के विकास की नई दिशा और उसकी भव्यता का संदेश दिया। उन्होंने यह भी कहा कि यह केवल शुरुआत है और भविष्य में अयोध्या को वैश्विक आध्यात्मिक और सांस्कृतिक केंद्र के रूप में विकसित करने की प्रक्रिया जारी रहेगी। इस दीपावली पर अयोध्या के भव्य आयोजन से यह सिद्ध हो गया है कि योगी सरकार अपने वादों को निभाने और अयोध्या को उसकी पुरानी प्रतिष्ठा दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है। अयोध्या का यह दीपोत्सव न केवल भारत बल्कि पूरे विश्व के लिए एक अद्भुत अनुभव होगा, जिसमें भगवान राम की जन्मभूमि के दीयों की रोशनी समूचे ब्रह्मांड को आलोकित करेगी।