लद्दाख के लेह जिले में एक दर्दनाक हादसा हुआ है, जिसने सभी को स्तब्ध कर दिया है। यात्रियों से भरी एक बस अनियंत्रित होकर सड़क से फिसल गई और 200 फीट गहरी खाई में जा गिरी। इस हादसे में छह लोगों की मौत हो गई, जबकि 22 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना के बाद वहां चीख-पुकार मच गई, और राहत-बचाव कार्य तुरंत शुरू किया गया।
दुरबुक के पास हुआ हादसा
यह भयानक हादसा लेह के दुरबुक इलाके से तीन किलोमीटर पहले हुआ। बस में कुल 27 लोग सवार थे, जो एक शादी समारोह में शामिल होने के लिए जा रहे थे। बस का संतुलन अचानक बिगड़ गया, और वह खाई में गिर गई। इस हादसे ने न केवल यात्रियों को बल्कि उनके परिवारों को भी गहरे सदमे में डाल दिया है।
राहत-बचाव कार्य में हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल
घटना की जानकारी मिलते ही जिला प्रशासन और पुलिस ने तुरंत मौके पर पहुंचकर राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया। घायलों को प्राथमिक उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। 22 घायलों को लेह के एसएनएम अस्पताल और सेना के अस्पताल में इलाज के लिए भेजा गया, जिनमें से कुछ की स्थिति गंभीर बताई जा रही है। हेलीकॉप्टर की मदद से घायलों को जल्दी अस्पताल पहुंचाया गया, जिससे उनकी जान बचाई जा सके।
खाई में गिरते ही मच गई चीख-पुकार
हादसे के तुरंत बाद घटनास्थल पर अफरा-तफरी मच गई। वहां मौजूद लोगों के अनुसार, बस का संतुलन बिगड़ते ही वह सीधे 200 फीट गहरी खाई में जा गिरी। इस खौफनाक दृश्य को देखकर लोग सहम गए। खाई से घायलों को निकालने में स्थानीय लोगों ने भी मदद की।
परिवारों में मातम
इस हादसे में जिन लोगों की जान गई है, उनके परिवारों को सूचना दे दी गई है। परिवारों में शोक की लहर दौड़ गई है, और लोग अपने प्रियजनों को खोने के गम में डूबे हुए हैं। प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि घायलों को हर संभव चिकित्सा सहायता प्रदान की जा रही है और हादसे की पूरी जांच की जाएगी।
सावधानी की आवश्यकता
यह हादसा हमें याद दिलाता है कि पहाड़ी इलाकों में यात्रा के दौरान अत्यधिक सावधानी बरतना कितना आवश्यक है। लेह जैसे कठिन भौगोलिक क्षेत्र में यात्रा करते समय ड्राइवरों और यात्रियों को सतर्क रहना चाहिए, ताकि इस तरह की त्रासदियों से बचा जा सके।
इस दर्दनाक हादसे ने लद्दाख के लोगों को गहरे सदमे में डाल दिया है। स्थानीय प्रशासन और पुलिस विभाग ने राहत-बचाव कार्य में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है, ताकि घायल यात्रियों को जल्द से जल्द सुरक्षित निकाला जा सके और उनके परिजनों को उनकी स्थिति की जानकारी दी जा सके।