भारतीय रेलवे ने ग्रामीण यात्रियों के लिए एक बड़ा कदम उठाते हुए 'हाल्ट' स्टेशनों से ऑनलाइन जनरल टिकट बुकिंग की सुविधा शुरू करने की घोषणा की है। रेलवे बोर्ड ने सेंटर फॉर रेलवे इंफॉर्मेशन सिस्टम (CRIS) को 'मोबाइल यूटीएस एप' से 'हाल्ट' स्टेशनों को जोड़ने का निर्देश दिया है, जिससे अब ग्रामीण यात्रियों को भी घर बैठे ही टिकट बुक करने की सुविधा मिलेगी। काउंटरों पर लगने वाली लंबी कतारों से राहत मिलेगी और यात्रियों का समय बचेगा।
दीपावली से पहले सभी 'हाल्ट' स्टेशनों पर मिलेगी सुविधा
इस नई सुविधा के तहत देशभर में पूर्वोत्तर रेलवे के 191 'हाल्ट' स्टेशनों सहित अन्य छोटे-बड़े स्टेशनों पर भी यह सुविधा शुरू होने वाली है। रेलवे ने बताया कि दीपावली के पहले तक इन सभी स्टेशनों पर 'मोबाइल यूटीएस एप' के माध्यम से टिकट बुकिंग की सेवा उपलब्ध हो जाएगी, जिससे यात्रियों को बहुत सहूलियत मिलेगी।
'मोबाइल यूटीएस एप' से अब कहीं से भी करें बुकिंग
रेलवे ने टिकट बुकिंग के लिए अब दूरी की सीमा को समाप्त कर दिया है। पहले 'मोबाइल यूटीएस एप' के जरिए केवल 50 किमी तक की दूरी तक ही टिकट बुक किया जा सकता था, लेकिन अब इस दूरी की सीमा को खत्म कर दिया गया है। अब यात्री कहीं से भी किसी भी स्टेशन के लिए जनरल टिकट और प्लेटफार्म टिकट बुक कर सकेंगे।
मासिक सीजन टिकट का भी नवीनीकरण ऑनलाइन
रेलवे ने यात्रियों के लिए मासिक सीजन टिकट (एमएसटी) का नवीनीकरण भी 'मोबाइल यूटीएस एप' पर ऑनलाइन कर दिया है। इस एप के जरिए अब यात्री पैसेंजर ट्रेनों से लेकर एक्सप्रेस और सुपरफास्ट ट्रेनों तक के जनरल टिकट बुक कर सकते हैं। इसके अलावा, टिकट बुकिंग के दौरान यात्रियों को तीन घंटे के भीतर चलने वाली ट्रेनों की जानकारी भी मिल जाएगी।
तीन घंटे के अंदर यात्रा करना अनिवार्य
बुक किए गए जनरल टिकट के अनुसार यात्रियों को तीन घंटे के अंदर उसी रूट पर चलने वाली ट्रेनों में सफर करना होगा। यदि यात्री तीन घंटे के अंदर यात्रा नहीं कर पाते हैं, तो उन्हें चौथे घंटे में चलने वाली ट्रेन में सफर करना होगा। इसके बाद टिकट की वैधता समाप्त हो जाएगी।
टिकट बुकिंग में सुरक्षा और पारदर्शिता
'मोबाइल यूटीएस एप' के जरिए बुक किए गए टिकट को न तो रद्द किया जा सकता है और न ही स्थानांतरित किया जा सकता है। टिकट बुकिंग के लिए आर-वालेट, यूपीआई, डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड और नेट बैंकिंग का विकल्प दिया गया है। अगर यात्री आर-वालेट के जरिए भुगतान करते हैं, तो उन्हें किराए पर तीन प्रतिशत का बोनस भी मिलेगा।
आर-वालेट पर मिलेगा तीन प्रतिशत का बोनस
रेलवे ने यात्रियों की सुविधा को देखते हुए आर-वालेट पर मिलने वाले तीन प्रतिशत बोनस को 24 अगस्त 2025 तक बढ़ा दिया है। यह सुविधा यात्रियों को और भी आकर्षित करेगी और उन्हें टिकट बुकिंग में लाभ मिलेगा।
लाइन में खड़े होने से मिलेगी राहत
'मोबाइल यूटीएस एप' के जरिए टिकट बुकिंग से यात्रियों को काउंटरों पर लगने वाली लंबी कतारों से राहत मिलेगी। इससे न केवल समय की बचत होगी, बल्कि यात्रियों की सुरक्षा भी बढ़ेगी। पाकेटमारी, चोरी और छिनैती की घटनाओं में कमी आएगी, क्योंकि अब यात्रियों को कैश लेकर यात्रा नहीं करनी पड़ेगी।
पूर्वोत्तर रेलवे का बयान
पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह ने बताया कि पहले से ही सभी स्टेशनों पर यूटीएस टिकटिंग की व्यवस्था लागू की जा चुकी है। अब 'हाल्ट' स्टेशनों पर भी यह सुविधा शुरू की जा रही है। इस नई सुविधा का लाभ वे यात्री भी उठा सकेंगे जो छोटे स्टेशनों से यात्रा करते हैं।
'यूटीएस मोबाइल एप' की अन्य खासियतें
रेलवे की यह नई डिजिटल सुविधा यात्रियों को अत्यधिक लाभ प्रदान करेगी। यह एप यूजर फ्रेंडली है, यानी इसे इस्तेमाल करना आसान है। इसमें जनरल टिकट के साथ मासिक सीजन टिकट (एमएसटी) का नवीनीकरण भी किया जा सकता है। साथ ही, पेपरलेस टिकट बुकिंग का विकल्प भी दिया गया है। इससे टिकट को भूलने या खोने का डर नहीं रहेगा।
डिजिटल युग में रेलवे का एक और कदम
रेलवे का यह कदम डिजिटल इंडिया की ओर एक बड़ा कदम माना जा रहा है। 'मोबाइल यूटीएस एप' के जरिए अब यात्रियों को टिकट बुकिंग के लिए काउंटरों पर जाने की आवश्यकता नहीं होगी। यह सुविधा न सिर्फ शहरों में बल्कि ग्रामीण इलाकों में भी लागू हो रही है, जिससे डिजिटल इंडिया की सोच को और अधिक बढ़ावा मिलेगा।
भारतीय रेलवे द्वारा शुरू की गई यह नई सुविधा न केवल यात्रियों को टिकट बुकिंग में सहूलियत देगी, बल्कि इससे रेलवे की कार्यप्रणाली में भी पारदर्शिता आएगी। डिजिटल टेक्नोलॉजी के माध्यम से रेलवे ने यात्रियों की यात्रा को और अधिक सुविधाजनक और सुरक्षित बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है।