कंगना रनौत को आगरा कोर्ट से नोटिस, किसानों के अपमान का मामला
बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत एक बार फिर विवादों में घिर गई हैं। इस बार उत्तर प्रदेश के आगरा में किसानों और महात्मा गांधी पर की गई टिप्पणियों को लेकर उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। इसके तहत एमपी/एमएलए स्पेशल कोर्ट ने कंगना को नोटिस भेजकर 28 नवंबर को अदालत में पेश होने का आदेश दिया है।
किसने किया मामला दर्ज?
आगरा के राजीव गांधी बार एसोसिएशन के अध्यक्ष वकील रामशंकर शर्मा ने कंगना रनौत के खिलाफ एमपी/एमएलए कोर्ट में वाद दायर किया है। इसमें आरोप लगाया गया है कि कंगना ने किसानों के आंदोलन और महात्मा गांधी पर अभद्र टिप्पणी की है, जो देश के लाखों किसानों और गांधी जी के अनुयायियों की भावनाओं को आहत करती है। इस मामले में सुनवाई की अगली तारीख 28 नवंबर तय की गई है।
किसानों के आंदोलन और टिप्पणी का विवाद
कंगना रनौत पर आरोप है कि उन्होंने दिल्ली बार्डर पर चल रहे किसानों के आंदोलन के दौरान ऐसी टिप्पणियां की, जो किसानों के प्रति अपमानजनक थीं। यह आंदोलन एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) के मुद्दे को लेकर चल रहा था और लाखों किसान दिल्ली की सीमाओं पर धरना दे रहे थे।
कंगना की टिप्पणी से न केवल किसानों में आक्रोश था, बल्कि उनके बयान ने सोशल मीडिया और राजनीतिक गलियारों में भी खूब विवाद खड़ा किया।
महात्मा गांधी पर विवादित बयान
कंगना रनौत ने महात्मा गांधी को लेकर भी एक बयान दिया था, जो जनता के बीच तीखी बहस का कारण बना। गांधी जी पर की गई उनकी टिप्पणी से लोगों की भावनाएं आहत हुईं। इसी कारण यह मामला अदालत तक पहुंच गया है।
कोर्ट की कार्यवाही
एमपी/एमएलए स्पेशल कोर्ट के न्यायाधीश अनुज की अदालत ने कंगना के पते पर नोटिस जारी कर दिया है। कोर्ट ने कंगना को निर्देश दिया है कि वह 28 नवंबर को अदालत में हाजिर हों और इस मामले में अपनी स्थिति स्पष्ट करें।
इससे पहले भी कंगना रनौत अपने विवादित बयानों के चलते सुर्खियों में रही हैं। इस बार मामला गंभीर है क्योंकि यह सीधे किसानों और महात्मा गांधी जैसी प्रतिष्ठित शख्सियत से जुड़ा हुआ है।
वकील का बयान
मामला दर्ज कराने वाले वकील रामशंकर शर्मा ने कहा कि कंगना का बयान न केवल किसानों बल्कि पूरे देश के लिए अपमानजनक है। उन्होंने कहा, "महात्मा गांधी पर टिप्पणी करना हमारी संस्कृति और हमारे स्वतंत्रता संग्राम के प्रतीक का अपमान है। अदालत में हमें न्याय की उम्मीद है।"
कंगना की प्रतिक्रिया
इस मामले में कंगना रनौत की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। हालांकि, कंगना सोशल मीडिया पर सक्रिय रहती हैं और अक्सर अपने बयानों के लिए चर्चाओं में रहती हैं। देखना यह होगा कि वह अदालत में अपनी सफाई कैसे पेश करती हैं।
विवाद और कंगना का इतिहास
यह पहली बार नहीं है जब कंगना रनौत किसी विवाद में फंसी हों। इससे पहले भी उनके कई बयानों ने राजनीतिक और सामाजिक बहस छेड़ी है। वह अपने मुखर विचारों और स्पष्टवादी छवि के लिए जानी जाती हैं।
अगली सुनवाई की तारीख
28 नवंबर को होने वाली सुनवाई में यह देखा जाएगा कि अदालत इस मामले में क्या निर्णय लेती है। क्या कंगना को अपने बयान के लिए माफी मांगनी पड़ेगी, या फिर यह मामला और लंबा खिंचेगा?
कंगना रनौत का यह मामला न केवल उनके लिए, बल्कि उनके प्रशंसकों और विरोधियों के लिए भी बेहद अहम है। किसानों के आंदोलन और महात्मा गांधी पर टिप्पणी जैसे मुद्दे भारतीय समाज में गहरी संवेदनाओं से जुड़े हुए हैं। इस मामले में अदालत का निर्णय आगे आने वाले समय में समाज पर बड़ा प्रभाव डाल सकता है।