भारत की प्रमुख टेलीकॉम कंपनियों—जियो, एयरटेल, और वीआई—को पिछले कुछ महीनों में रिचार्ज प्लान महंगे करने का खामियाजा भुगतना पड़ा है। ग्राहकों ने महंगे रिचार्ज प्लान्स के कारण अपनी सेवाएं छोड़नी शुरू कर दी हैं। भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (TRAI) द्वारा हाल ही में जारी किए गए आंकड़े बताते हैं कि ये कंपनियां 2024 के सितंबर महीने में अपने ग्राहकों में भारी गिरावट देख चुकी हैं।
नए आंकड़े क्या कहते हैं?
ट्राई के आंकड़ों के मुताबिक, सितंबर 2024 में जियो, एयरटेल और वीआई को छोड़ने वाले ग्राहकों की संख्या 10 मिलियन यानी 1 करोड़ तक पहुंच गई है। इसमें से जियो ने 7.9 मिलियन यानी 79 लाख ग्राहक खो दिए हैं, जबकि एयरटेल को 1.4 मिलियन यानी 14 लाख ग्राहक गंवाने पड़े। वहीं, वीआई ने भी 1.5 मिलियन यानी 15 लाख ग्राहक खो दिए। यह गिरावट दिखाती है कि महंगे रिचार्ज प्लान्स ग्राहकों के बजट में फिट नहीं हो पा रहे हैं और वे दूसरे विकल्पों की तलाश कर रहे हैं।
BSNL को हुआ फायदा
जहां देश की प्रमुख टेलीकॉम कंपनियों के ग्राहक घट रहे हैं, वहीं बीएसएनएल को इसका सबसे बड़ा लाभ हुआ है। सितंबर 2024 में बीएसएनएल ने करीब साढ़े आठ लाख नए ग्राहक जोड़े हैं। इससे पहले भी बीएसएनएल की ग्राहक संख्या में इजाफा हुआ था। यह बीएसएनएल के लिए एक बड़ी सफलता है, जबकि अन्य कंपनियों के लिए यह एक चेतावनी का संकेत है।
कुल सब्सक्राइबर्स की संख्या
- जियो: 46.37 करोड़
- एयरटेल: 38.40 करोड़
- वीआई: 21.24 करोड़
- बीएसएनएल: 9.89 करोड़
इन आंकड़ों से साफ है कि जियो और एयरटेल अभी भी सबसे बड़े टेलीकॉम ऑपरेटर हैं, लेकिन वीआई और बीएसएनएल की तुलना में उनका ग्राहक आधार कम होता जा रहा है।
वायरलाइन ब्रॉडबैंड में जियो सबसे आगे
TRAI के आंकड़े यह भी बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड में जियो सबसे आगे है। जियो ने सितंबर महीने में 6 लाख 34 हजार नए वायरलाइन ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े हैं। कुल मिलाकर जियो का वायरलाइन ब्रॉडबैंड नेटवर्क अब 4 करोड़ 36 लाख पार कर गया है। जबकि एयरटेल ने केवल 98 हजार नए ग्राहक जोड़े हैं। बीएसएनएल को इस अवधि में 52 हजार वायरलाइन ब्रॉडबैंड ग्राहक खोने पड़े। जियो की बाजार हिस्सेदारी 32.5% है, जबकि एयरटेल की हिस्सेदारी 19.4% है।
जियो का बयान
जियो ने इस मामले में एक बयान जारी किया, जिसमें कहा गया कि नए आंकड़ों के अनुसार, जियो सक्रिय सब्सक्राइबर जोड़ने में सबसे आगे है। जियो का दावा है कि इस अवधि में एयरटेल ने 13 लाख और वीआई ने करीब 31 लाख ग्राहक खो दिए हैं। वर्तमान में जियो के पास सबसे अधिक सक्रिय ग्राहक हैं, जो इसके नेटवर्क की मजबूती को दर्शाता है।
क्या कारण हैं ग्राहकों के घटने के?
ग्राहकों की कमी का सबसे बड़ा कारण रिचार्ज प्लान्स की कीमतों में बढ़ोतरी को माना जा रहा है। महंगे रिचार्ज के कारण ग्राहकों के बजट पर दबाव बढ़ा है और वे अब सस्ते विकल्पों की तलाश कर रहे हैं। इसके अलावा, किफायती डेटा पैक और योजनाओं के लिए ग्राहकों की मांग भी बढ़ रही है। इस बीच, बीएसएनएल जैसे सरकारी ऑपरेटरों ने अपने प्लान्स को और भी सस्ता बना दिया है, जिससे ग्राहक आकर्षित हो रहे हैं।
कैसे कर सकते हैं कंपनियां सुधार?
टेलीकॉम कंपनियों के लिए अब समय आ गया है कि वे अपने प्लान्स को किफायती बनाएं ताकि अधिक से अधिक ग्राहक उनके नेटवर्क से जुड़े रहें। इसके साथ ही, कंपनियों को अपनी ग्राहक सेवा को भी सुधारने की जरूरत है, ताकि ग्राहक लंबे समय तक उनके साथ जुड़े रहें। बीएसएनएल जैसे ऑपरेटरों के उदाहरण से यह सीखा जा सकता है कि यदि किफायती सेवाएं और अच्छे नेटवर्क इंफ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध कराए जाएं तो ग्राहक आसानी से जुड़ सकते हैं।
क्या अगले कुछ महीने और भी चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं?
टेलीकॉम कंपनियों के लिए अगले कुछ महीने और भी चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं। यदि वे अपनी योजनाओं में सुधार नहीं करतीं, तो उन्हें और अधिक ग्राहकों को खोने का खतरा हो सकता है। इसके अलावा, ग्राहक सेवा, नेटवर्क की गुणवत्ता, और डेटा पैक की कीमतों को लेकर कंपनियों को गंभीर कदम उठाने होंगे।