14 Aug 2024
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अयोध्या रेप केस: सपा नेता मुईद खान के मल्टी कॉम्प्लेक्स पर चला बुलडोजर, बढ़ती जा रही हैं मुश्किलें

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अयोध्या में एक रेप केस के आरोपी और समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता मुईद खान की परेशानियां दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही हैं। उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार के नेतृत्व में "बुलडोजर नीति" के तहत एक बार फिर से सख्त कार्रवाई की गई है। इस बार प्रशासन ने मुईद खान के मल्टी कॉम्प्लेक्स पर बुलडोजर चलाकर उसे गिराने का फैसला किया है, जो अवैध रूप से तालाब की भूमि पर बनाया गया था।

बुलडोजर एक्शन की शुरुआत

मुईद खान के मल्टी कॉम्प्लेक्स पर बुलडोजर कार्रवाई की शुरुआत हो चुकी है। इस कॉम्प्लेक्स में स्थित दुकानों और बैंक को शिफ्ट किए जाने का इंतजार था, जो अब पूरा हो चुका है। जैसे ही दुकानों और बैंक को दूसरी जगह शिफ्ट किया गया, वैसे ही बुलडोजर की कार्रवाई शुरू कर दी गई। इस पूरे मामले में सुरक्षा का खास ध्यान रखा गया है, और मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना न हो।

परिवार की हाईकोर्ट में अपील

मुईद खान का परिवार इस कार्रवाई को रोकने के लिए हाईकोर्ट गया था। उन्होंने हाईकोर्ट से इस मामले में हस्तक्षेप की मांग की थी, लेकिन कोर्ट की सुनवाई से पहले ही बुलडोजर की कार्रवाई शुरू हो गई। प्रशासन की ओर से यह स्पष्ट कर दिया गया है कि इस मल्टी कॉम्प्लेक्स का निर्माण अवैध रूप से किया गया था, और इसे हटाना जरूरी है। तालाब की भूमि पर किए गए इस अतिक्रमण को प्रशासन ने सख्ती से हटाने का निर्णय लिया है।

पहले भी हो चुकी है कार्रवाई

यह पहली बार नहीं है जब मुईद खान के खिलाफ इस तरह की कार्रवाई की गई है। इससे पहले भी प्रशासन ने उनकी अवैध संपत्तियों को ध्वस्त किया था। लेकिन इस बार निशाने पर उनका मल्टी कॉम्प्लेक्स है, जो अवैध निर्माण कर बनाया गया था। प्रशासन का कहना है कि कानून का पालन न करने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाना जरूरी है।

बुलडोजर और योगी सरकार की सख्ती

उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यकाल के दौरान "बुलडोजर एक्शन" एक प्रतीक बन चुका है। इसे राज्य में कानून और व्यवस्था को सख्ती से लागू करने के प्रतीक के रूप में देखा जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का मानना है कि राज्य में किसी भी तरह का अवैध निर्माण या अतिक्रमण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, चाहे वह कोई भी हो। यही कारण है कि बड़े से बड़े नेताओं के खिलाफ भी कार्रवाई की जा रही है।

राजनीतिक हलकों में हलचल

मुईद खान के खिलाफ हो रही इस कार्रवाई से राजनीतिक हलकों में भी हलचल मच गई है। समाजवादी पार्टी की ओर से अभी तक इस मामले में कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन पार्टी के अन्य नेताओं में चिंता की लहर जरूर दौड़ गई है। उन्हें इस बात की फिक्र है कि अगर उनके खिलाफ भी इसी तरह की कार्रवाई हुई, तो उनका राजनीतिक करियर खतरे में पड़ सकता है।

मुईद खान का विवादित इतिहास

मुईद खान का नाम पहले भी कई विवादों से जुड़ा रहा है। उन पर पहले भी कई गंभीर आरोप लगे हैं, लेकिन इस बार रेप के आरोप और अवैध संपत्ति का मामला उनके लिए बड़ी मुश्किलें खड़ी कर सकता है। अगर कानून का शिकंजा इसी तरह कसता रहा, तो मुईद खान का राजनीतिक करियर गंभीर संकट में आ सकता है।

मुईद खान का राजनीतिक भविष्य

मुईद खान की वर्तमान स्थिति को देखते हुए कहा जा सकता है कि उनका राजनीतिक भविष्य अब अनिश्चित हो गया है। उनके समर्थकों में भी इस कार्रवाई के बाद निराशा फैली है। अगर उनके खिलाफ कार्रवाई इसी तरह जारी रही, तो यह मुमकिन है कि वे राजनीतिक रूप से हाशिए पर चले जाएं।

प्रशासन की सख्ती जारी

प्रशासन ने साफ कर दिया है कि वह कानून का पालन न करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगा, चाहे वह कोई भी हो। मुईद खान के खिलाफ की गई इस कार्रवाई से यह संदेश साफ है कि राज्य सरकार अवैध निर्माण और अतिक्रमण को बर्दाश्त नहीं करेगी। आने वाले दिनों में मुईद खान के खिलाफ और भी कड़ी कार्रवाई हो सकती है, जिससे उनकी मुश्किलें और बढ़ सकती हैं।

अयोध्या में सपा नेता मुईद खान के मल्टी कॉम्प्लेक्स पर बुलडोजर चलाया गया है, और उनके खिलाफ कानून का शिकंजा लगातार कसता जा रहा है। यह कार्रवाई उत्तर प्रदेश सरकार की सख्ती और कानून व्यवस्था को बनाए रखने के प्रयासों का हिस्सा है। अब देखना यह होगा कि मुईद खान इस संकट से कैसे निपटते हैं और उनका राजनीतिक भविष्य किस दिशा में जाता है।

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