जबलपुर: मध्य प्रदेश के जबलपुर में स्थित आयुध निर्माणी खमरिया (ऑर्डनेंस फैक्ट्री खमरिया) के एफ6 अनुभाग में मंगलवार की सुबह बड़ा हादसा हो गया। यहां पिच्योरा बम को बॉयल्ड आउट करते समय अचानक विस्फोट हो गया, जिससे फैक्ट्री की पूरी बिल्डिंग क्षतिग्रस्त हो गई। हादसे के समय बिल्डिंग में लगभग 12 से 13 लोग काम कर रहे थे, जिनमें से सभी घायल हो गए हैं। घायलों को तत्काल महाकौशल हॉस्पिटल भेजा गया, जहां उनका इलाज जारी है।
गंभीर रूप से घायल कर्मी और राहत कार्य
चिकित्सकों ने बताया कि घायलों में से दो कर्मियों, श्यामलाल और रणधीर, की हालत गंभीर बनी हुई है। दोनों को महाकौशल हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। वहीं, अन्य घायलों को भी प्राथमिक उपचार दिया जा रहा है। मलबे में और भी कर्मचारियों के दबे होने की आशंका जताई जा रही है, जिसके चलते राहत और बचाव कार्य तेजी से चल रहा है। मौके पर फैक्ट्री के कर्मचारी और स्थानीय प्रशासन राहत कार्यों में जुटे हुए हैं।
BREAKING * Madhya Pradesh: A blast occurred at the filling section in Ordnance Factory Khamaria at Jabalpur. Around 8 injuries reported. Details awaited. Visuals from the hospital where two of the injured people have been rushed to the Hospital. pic.twitter.com/erN94R6hYF
ब्लास्ट के बाद की स्थिति और फैक्ट्री की स्थिति
हादसा सुबह 10:45 बजे एफ6 सेक्शन की बिल्डिंग नंबर 201 में हुआ। यह फैक्ट्री भारतीय वायुसेना के लिए थाउजेंड पाउडर बम का उत्पादन करती है। विस्फोट इतना जोरदार था कि बिल्डिंग पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, दो कर्मचारी गंभीर रूप से घायल हुए थे, जिन्हें तुरंत अस्पताल भेजा गया, लेकिन उपचार के दौरान एक कर्मी की मौत हो गई।
फैक्ट्री में सुरक्षा पर सवाल
यह हादसा ऑर्डनेंस फैक्ट्री खमरिया की सुरक्षा व्यवस्थाओं पर गंभीर सवाल खड़े करता है। फैक्ट्री में बड़े पैमाने पर गोला-बारूद और विस्फोटक सामग्री का उत्पादन किया जाता है, लेकिन सुरक्षा मानकों की कमी के चलते ऐसे हादसे होते रहते हैं। इससे पहले भी इस फैक्ट्री में छोटे-मोटे हादसे होते रहे हैं, लेकिन इस बार का विस्फोट काफी बड़ा था, जिसने कई कर्मचारियों की जान को जोखिम में डाल दिया।
राहत और बचाव कार्य जारी
फैक्ट्री में राहत और बचाव कार्य जारी है। प्रशासन की ओर से एनडीआरएफ की टीम को भी मौके पर बुलाया गया है। साथ ही, फैक्ट्री के अधिकारियों द्वारा घटना की जांच के आदेश दिए गए हैं। स्थानीय पुलिस और प्रशासन ने फैक्ट्री के आस-पास के इलाके को भी सुरक्षित कर लिया है ताकि और कोई अनहोनी न हो सके।
हादसे की जांच के आदेश
इस हादसे के बाद प्रशासन ने घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं। फैक्ट्री के उच्च अधिकारियों से जवाब-तलब किया जा रहा है, और सुरक्षा मानकों में कमी की जांच की जा रही है। इस बात पर भी ध्यान दिया जा रहा है कि फैक्ट्री में किस तरह से काम किया जा रहा था और क्या सुरक्षा उपायों का सही तरीके से पालन किया जा रहा था।
पीड़ितों के लिए मुआवजे की घोषणा
सरकार की ओर से घायलों के उपचार के लिए सभी संभव मदद का आश्वासन दिया गया है। इसके साथ ही, मृतक के परिवार के लिए मुआवजे की भी घोषणा की गई है। फैक्ट्री प्रशासन ने भी पीड़ित कर्मचारियों के परिवारों के साथ संवेदना जताई है और उनकी हरसंभव सहायता करने का वादा किया है।
सुरक्षा उपायों को लेकर उठ रहे सवाल
इस हादसे ने एक बार फिर से सरकारी फैक्ट्रियों में सुरक्षा मानकों को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह की फैक्ट्रियों में काम करते समय अत्यधिक सावधानी बरतने की जरूरत होती है, लेकिन अक्सर देखा गया है कि सुरक्षा उपायों को दरकिनार कर दिया जाता है। अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि जांच के बाद क्या कदम उठाए जाते हैं और भविष्य में ऐसे हादसों से बचने के लिए क्या उपाय किए जाते हैं।
हादसे से सबक लेने की जरूरत
ऑर्डनेंस फैक्ट्री खमरिया में हुआ यह हादसा एक गंभीर चेतावनी है कि फैक्ट्रियों में सुरक्षा मानकों का सख्ती से पालन किया जाए। जब तक सुरक्षा को प्राथमिकता नहीं दी जाएगी, इस तरह के हादसे होते रहेंगे, जिनमें निर्दोष कर्मचारियों की जान जोखिम में पड़ती रहेगी। उम्मीद है कि इस घटना से सबक लेकर सरकार और प्रशासन सुरक्षा मानकों को और सख्त करेंगे ताकि भविष्य में ऐसे हादसों से बचा जा सके।