जहरीले प्रदूषण के बीच होगा इस बार का शीतकालीन ओलंपिक्स

चीन की राजधानी बीजिंग में इस साल विंटर ओलंपिक होने वाले हैं. इसी बीच, चेतावनी जारी की गई है कि शीतकालीन ओलंपिक के दौरान भारी वायु प्रदूषण होने की संभावना है. लेकिन इस बात को सुनिश्चित करने के लिए आपातकालीन योजनाएं हैं कि विंटर ओलंपिक के दौरान कोहरे बाधा नहीं बने. बीजिंग ने 2015 में ओलंपिक का आयोजन हासिल करने के बाद ‘प्रदूषण पर युद्ध’ का ऐलान किया. इसके तहत दर्जनों कोयला प्लांट को बंद कर दिया गया और भारी उद्योगों को शहर से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया.

इस महीने जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, हाल के सालों में हुए नाटकीय सुधार के बावजूद वायु गुणवत्ता विश्व स्वास्थ्य संगठन के मानकों से काफी नीचे है. चीन के पर्यावरण मंत्रालय के प्रवक्ता लियू यूबिन ने कहा, बीजिंग विंटर ओलंपिक और पैरालंपिक खेल सर्दियों के अंत और उत्तरी चीन में वसंत की शुरुआत के बीच होने वाले हैं. इस दौरान मौसम की स्थिति बेहद प्रतिकूल होने वाली है. उन्होंने कहा कि ये साल का ऐसा वक्त होता है, जब भारी प्रदूषण होता है. ऐसे में सभी इलाके इसे लेकर आपातकालीन योजनाएं शुरू करेंगे. इन उपायों में बीजिंग और झांगजियाकौ शहर में प्रदूषणकारी कंपनियों में उत्पादन में कटौती शामिल है.

बीजिंग की हवा में अल्ट्राफाइन पीएम2.5 पार्टिकल की सांद्रता पिछले साल 33 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर तक गिर गई. ये फेफड़ों के कैंसर और हार्ट अटैक के लिए जिम्मेदार हैं. ये आंकड़ा 2013 के स्तर से एक तिहाई नीचे था, जब राजधानी में दुनिया की कुछ सबसे खराब वायु गुणवत्ता थी. हालांकि, यह अभी भी WHO द्वारा सुझाए गए पांच माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर से छह गुना अधिक है. हालांकि, 2020 में दुनिया के 100 सबसे प्रदूषित शहरों में से 42 चीन में थे. लेकिन बीजिंग इन शहरों में शामिल नहीं था. फिर भी, बीजिंग की वायु गुणवत्ता सोमवार को ‘बेहद अस्वस्थ’ कैटेगरी में रही.

धुंध भरे आसमान को साफ करने के प्रयास में चीन की सरकार ने बीजिंग के चारों ओर के इस्पात संयंत्रों को अगस्त में उत्पादन में आधा कटौती करने का आदेश दिया. विंटर ओलंपिक से पहले उत्तरी चीन में 2.5 करोड़ घरों में कोयले के स्टोव की जगह गैस या इलेक्ट्रिक बर्नर का कनेक्शन दिया गया है. चीन विंटर ओलंपिक का इस्तेमाल अपनी हरित साख दिखाने के लिए करने की उम्मीद रख रहा है. इसने विंटर ओलंपिक को ध्यान में रखते हुए दर्जनों पवन और सौर ऊर्जा फार्म्स का निर्माण किया है. फिर भी चीन की लगभग 60 प्रतिशत अर्थव्यवस्था कोयले पर निर्भर है

Aman Yadav

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