पाकिस्तान में हो रहे बवाल से क्यों उड़ी हुई हैं चीन की नींद ?

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पाकिस्तान में रणनीतिक रूप से अहम माने जाने वाला बंदरगाह शहर के ग्वादर में धीरे-धीरे स्थिति सामान्य हो रही है जहां पिछले महीने 5 दिनों तक लगातार सरकार विरोधी प्रदर्शन हुए थे बलूचिस्तान प्रांत के तहत आने वाला ग्वादर बंदरगाह चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे के लिए बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि वह विवादास्पद परियोजना का अंतिम बिंदु है जिस पर भारत ने चीन के समक्ष आपत्ति जताई है यह गलियारा पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से होकर गुजरेगा.

चीनी नागरिकों को बंदरगाह क्षेत्र छोड़ने की चेतावनी

दरअसल बलूचिस्तान आंदोलन गवाद राइडर्स मूवमेंट के नेता मौलाना हिदायततुर रहमान की अगुवाई में हुआ आंदोलन के दौरान प्रदर्शनकारियों ने चीनी नागरिकों को बंदरगाह क्षेत्र छोड़ने की चेतावनी दी थी कुछ मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक मौलाना हिदायततुर रहमान के नेतत्व में प्रदर्शनकारियों ने 500 चीनी नागरिकों को ग्वादर छोड़ने का आह्वान किया था उनके आंदोलन को हक दो तहरीक नाम दिया गया था बलूचिस्तान के नेता अब दावा करें कि वहां स्थिति सामान्य है.

फिलहाल रहमान अंडरग्राउंड है 25 दिसंबर को सुरक्षाकर्मियों ने लोगों को गिरफ्तार कर लिया था रहमान की अगुवाई में यह आंदोलन 2021 में भी हुआ था तब प्रांतीय सरकार ने उनकी मांगें मानने का आश्वासन दिया था लेकिन जब वह पूरी नहीं हुई तो इस बार फिर से आंदोलन शुरू हो गया है.