पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर केंद्र सरकार पर हमला किया है. ममता बनर्जी ने कहा कि बंगाल दौरे के वक्त गृह मंत्री अमित शाह ने पश्चिम बंगाल की गलत तस्वीर पेश की है. बीजेपी के राजनीतिक हिंसा के आरोपों का जवाब देते हुए ममता बनर्जी ने कहा है कि राज्य में राजनीतिक हिंसा में कमी आई है. ममता बनर्जी ने कहा कि आत्महत्या को भी राजनीतिक हत्या करार दे दिया जाता है. ममता ने कहा कि बीजेपी पति-पत्नी के झगड़े को भी राजनीतिक झगड़ा बता देती है.
बंगाल में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले भाजपा और राज्य की मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी के बीच वार पलटवार और तेज हो गया है। अब ममता ने ‘क्रिसमस की छुट्टी’ को मुद्दा बना दिया है।
ममता ने क्रिसमस के दिन राष्ट्रीय अवकाश नहीं होने पर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा है। राजधानी कोलकाता के पार्क स्ट्रीट स्थित एलन पार्क में सोमवार देर शाम क्रिसमस कार्निवल का उद्घाटन करने के बाद ममता ने कहा, ‘’आखिर क्यों जिसस क्राइस्ट के बर्थ डे पर राष्ट्रीय अवकाश नहीं होता है? ईसाई समुदाय ने आखिर ऐसा क्या किया है? क्या भारत में सेक्युलरिज्म है? मुझे ये कहते हुए दुख हो रहा है कि भारत में ठेठ धार्मिक नफरत की राजनीति चल रही है।’’ इससे पहले एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ममता ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर राज्य के विकास के संदर्भ में झूठ बोलने का आरोप लगाया और राज्य की स्थिति पर शाह द्वारा दिए गए आंकड़ों को “झूठ का पुलिंदा” करार दिया।
ममता ने कहा कि वह 28 दिसंबर को बीरभूम जिले में एक आधिकारिक बैठक के लिए जाएंगी और अगले दिन बोलपुर एक रोड शो करेंगी। शाह ने भी रविवार को बोलपुर में रोड शो किया था। इससे पहले बोलपुर में अमित शाह ने राज्य की तृणमूल कांग्रेस सरकार पर काम करने में नाकामी का आरोप लगाया था और कहा था कि बंगाल कई मामलों में देश के अधिकतर राज्यों से पिछड़ा है, वहीं भ्रष्टाचार और जबरन वसूली में आगे है। ममता ने कहा है कि शाह ने जो कुछ कहा, उसे खारिज करने के लिए उनके पास प्रमाण हैं।
टैगोर का कोई अपमान नहीं सहूंगी : ममता
ममता ने कहा कि वह गुरुदेव रबींद्र नाथ टैगोर का कोई अपमान नहीं सहेंगी। उन्होंने कहा कि राष्ट्रगान के रूप में ‘जन गण मन’ पर सवाल कर रहे लोगों को जानना चाहिए कि ‘यह देश की मिट्टी का सम्मान है।’ उन्होंने कहा, ‘‘अगर किसी को लगता है कि वे अपना धर्म दूसरों पर थोपेंगे तो मैं अपना खून बहाने को तैयार हूं लेकिन ऐसी कोई चीज नहीं होने दूंगी जिससे राष्ट्रगान या रबींद्रनाथ, विवेकानंद, सुभाष चंद्र बोस, गांधीजी, आंबेडकर, बिरसा मुंडा का अपमान होता है। ये लोग देश का गौरव हैं।’’