यूक्रेन के पीएम डेनिस श्यामल ने मानवीय सहायता के लिए इंडिया को धन्यवाद दिया है. उन्होंने विदेश मंत्री एस. जयशंकर से मुलाकात के दौरान भारत से रूस के आक्रमण को रोकने के लिए ‘फोर्स में शामिल होने’ का भी आग्रह किया. श्यामल ने महासभा की उच्च-स्तरीय मीटिंग के इतर उनकी मीटिंग के बाद ट्वीट किया, ‘मैंने यूक्रेन के खिलाफ रूस के युद्ध को रोकने के लिए सेना में शामिल होने की आवश्यकता पर जोर दिया और मानवीय सहायता के लिए मोदी सरकार और लोगों को धन्यवाद दिया.’
उनकी मीटिंग में यूक्रेन पर सिक्योरिटी कॉउन्सिल की मीटिंग की पूर्व संध्या पर हुई जिसमें विदेश मंत्री के भाग लेने की संभावना है. अपनी मुलाकात के बारे में ट्वीट करते हुए जयशंकर ने कहा कि उन्होंने यूक्रेन के नेता को अपने दृष्टिकोण और मौजूदा संघर्ष के आकलन को साझा करने के लिए धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा, ‘खाद्य सुरक्षा, ऊर्जा सुरक्षा और परमाणु सुविधाओं की सुरक्षा सहित उनके परिणामों पर चर्चा की.’
श्यामल ने यह भी ट्वीट किया कि उन्होंने अपने देश से खाद्यान्न निर्यात करने के लिए काला सागर गलियारे के लिए भारत के समर्थन और जापोरिज्जिया परमाणु ऊर्जा स्टेशन (जेडएनपीपी) के आसपास के क्षेत्र के विसैन्यीकरण के लिए भरोसा किया. यूरोप का सबसे बड़ा परमाणु रूस के कब्जे में है और इसे खतरे में डालते हुए इसके चारों ओर गोलाबारी की जा रही है.