कतर देश से न सिर्फ धार्मिक कड़वाहट बढ़ाने, बल्कि विश्वभर में आतंकवाद के आयाम के लिए पैसा पहुँचा रहा है। मीडिया स्टडी और रिपोर्ट में यह दावा है कि कतर स्थित कई इस्लामिक कट्टरपंथी संगठन स्कूलों के जरिये भारत जैसे सेक्युलर देश में आपसी मतभेदों, संदेह को गहरा करने के लिए आर्थिक सहायता दे रहे हैं।
ग्लोबल टेररिज्म को आयाम देने के टारगेट से कई देशों में मस्जिद, मदरसों के कंस्ट्रक्शन व मुस्लिमों को शिक्षा-रोजगार के समान अवसर की आड़ में पैसे दिए जा रहे हैं। इंडिया समेत दुनियाभर में कट्टरपंथ बढ़ाने के पीछे ‘शेख ईद बिन मोहम्मद अल थानी’ का बड़ा हाथ है। ईद चैरिटी के नाम से मशहूर इस संगठन के संस्थापक सदस्य, अब्द अल-रहमान अल-नुअयमी को अमेरिका ने 2013 में विशेष नाम के वैश्विक आतंकी घोषित किया था। उस पर सीरिया, यमन, इराक व सोमालिया में अल कायदा व सहयोगी गुटों को वित्तीय सहायता के आरोप लगे थे।