अमेरिका की संसद में मलाला युसुफजई स्कॉलरशिप एक्ट को पारित कर दिया गया। बता दें कि इसके जरिए उच्चतर शिक्षा पाने में पाकिस्तानी महिलाओं को मदद मिलेगी क्योंकि अधिनियम के तहत मिलने वाले छात्रवृत्ति की संख्या को बढ़ाया जाएगा। 2020 में हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स द्वारा यह अधिनियम पारित किया गया था, 1 जनवरी को अमेरिकी सीनेट ने ध्वनि मत से पारित कराया गया। अब यह विधेयक व्हाइट हाउस गया है जहां राष्ट्रपति ट्रंप इसपर हस्ताक्षर करेंगे और यह कानून बन जाएगा।
उल्लेखनीय है कि नोबेल पुरस्कार विजेता मलाला यूसुफजई वैश्विक स्तर पर हर युवा लड़की के लिए सबसे प्रेरणादायक शख्सियतों में से एक हैं, जो असमानता के खिलाफ खड़े होने की इच्छा रखती हैं। मलाला उन युवा लड़कियों के लिए एक जीवंत उदाहरण हैं, जो सभी असमानताओं के खिलाफ उठ खड़े होने की ख्वाहिश रखती हैं।
वर्ष 2012 के अक्टूबर माह में स्कूल से वापस अपने घर जा रही मलाला पर पाकिस्तानी तालिबान के प्रमुख ने जानलेवा हमला किया था। मलाला के सिर में गोली लगी थी। पाकिस्तानी तालिबान के विरोधों के बावजूद 2008 के अंत में मलाला ने लड़कियों व महिलाओं के लिए शिक्षा को लेकर आवाज उठानी शुरू की थी। 2010 से अब तक USAID की ओर से हायर एजुकेशन के लिए पाकिस्तान में महिलाओं व लड़कियों के लिए 6000 से अधिक स्कॉलरशिप दी जा चुकी है।
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